पांवटा साहिब।
खंड विकास अधिकारी ने दो दर्जन से अधिक पंचायत प्रधानों को फरमान जारी कर
मनरेगा के तहत मिले बजट का रिकॉर्ड मांगा है। इसके बाद बीडीओ दफ्तर बजट
खर्च न कर पाने वाली पंचायतों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर देगा। बीडीओ दफ्तर
की ओर से जारी हुए नोटिस में कहा है कि जिन पंचायतों ने इस वर्ष 31 मार्च
तक के मनरेगा के बजट को खर्च नहीं किया है। उसका रिकॉर्ड लाया जाए। इसके
बाद खर्च न हुए बजट को वापस लौटाया जाए। नहीं तो पंचायत प्रधानों के खिलाफ
पंचायती राज एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
मनरेगा का एक करोड़ नहीं हो पाया खर्च
पांवटा विकास खंड की करीब दो दर्जन से अधिक पंचायतें ऐसी हैं जहां पर अभी
भी पिछले वर्ष का बजट भी खर्च नहीं हो पाया है। पंचायतों में कई पंचायतों
के पास एक से पांच लाख तक का ऐसा बजट है जो अभी तक खर्च नहीं किया गया है।
एक अनुमान के मुताबिक यह बजट एक करोड़ के आसपास है।
बीडीओ कार्यालय से दो दर्जन से अधिक पंचायत प्रधानों को नोटिस भेजकर मनरेगा
के बजट का रिकॉर्ड मांगा है। मनरेगा का कितना पैसा खर्च किया गया है। इसके
बाद बीडीओ कार्यालय मनरेगा का पैसा वापस लेने की कार्रवाई शुरू कर देगा।
खंड विकास अधिकारी ने दो दर्जन से अधिक पंचायत प्रधानों को फरमान जारी कर
मनरेगा के तहत मिले बजट का रिकॉर्ड मांगा है। इसके बाद बीडीओ दफ्तर बजट
खर्च न कर पाने वाली पंचायतों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर देगा। बीडीओ दफ्तर
की ओर से जारी हुए नोटिस में कहा है कि जिन पंचायतों ने इस वर्ष 31 मार्च
तक के मनरेगा के बजट को खर्च नहीं किया है। उसका रिकॉर्ड लाया जाए। इसके
बाद खर्च न हुए बजट को वापस लौटाया जाए। नहीं तो पंचायत प्रधानों के खिलाफ
पंचायती राज एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
मनरेगा का एक करोड़ नहीं हो पाया खर्च
पांवटा विकास खंड की करीब दो दर्जन से अधिक पंचायतें ऐसी हैं जहां पर अभी
भी पिछले वर्ष का बजट भी खर्च नहीं हो पाया है। पंचायतों में कई पंचायतों
के पास एक से पांच लाख तक का ऐसा बजट है जो अभी तक खर्च नहीं किया गया है।
एक अनुमान के मुताबिक यह बजट एक करोड़ के आसपास है।
बीडीओ कार्यालय से दो दर्जन से अधिक पंचायत प्रधानों को नोटिस भेजकर मनरेगा
के बजट का रिकॉर्ड मांगा है। मनरेगा का कितना पैसा खर्च किया गया है। इसके
बाद बीडीओ कार्यालय मनरेगा का पैसा वापस लेने की कार्रवाई शुरू कर देगा।