मुंबई.
कृषि मंत्री शरद पवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जबर्दस्त झटका दिया है।
उनकी पार्टी एनसीपी द्वारा चलाए जा रहे महाराष्ट्र स्टेट को ऑपरेटिव बैंक
के बोर्ड को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भंग करने का आदेश दिया है। इस बैंक
के पास 20,000 करोड़ रुपए की परिसंपत्तियां हैं।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने खराब प्रदर्शन के कारण इस बैंक को भंग करने का
आदेश दिया है। दरअसल नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर ऐंड रूरल डेवलपमेंट
(नाबार्ड) ने इस बैंक के खराब प्रदर्शन के कारण इसे भंग करने की अनुशंसा की
थी।
आरबीआई का कहना है कि निदेशक मंडल को तत्काल भंग किया जाए और बैंक
एडमिनिस्ट्रेटर बहाल किया जाए। इस अनुशंसा के बाद महाराष्ट्र सरकार ने
त्वरित कार्रवाई करते हुए शनिवार को कृषि सचिव सुधीर कुमार गोयल तथा सुधीर
श्रीवास्तव को बैंक एडनिस्ट्रेटर बहाल कर दिया है।
इस कार्रवाई से क्षुब्ध शरद पवार ने आपत्ति जताई है और कहा कि बैंक में
किसी तरह का भ्रष्टाचार नहीं हुआ था। इसे भंग करने की कोई जरूरत नहीं थी।
महाराष्ट्र सरकार की इस कार्रवाई को शरद पवार के लिए धक्का माना जा रहा है।
कृषि मंत्री शरद पवार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जबर्दस्त झटका दिया है।
उनकी पार्टी एनसीपी द्वारा चलाए जा रहे महाराष्ट्र स्टेट को ऑपरेटिव बैंक
के बोर्ड को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भंग करने का आदेश दिया है। इस बैंक
के पास 20,000 करोड़ रुपए की परिसंपत्तियां हैं।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने खराब प्रदर्शन के कारण इस बैंक को भंग करने का
आदेश दिया है। दरअसल नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर ऐंड रूरल डेवलपमेंट
(नाबार्ड) ने इस बैंक के खराब प्रदर्शन के कारण इसे भंग करने की अनुशंसा की
थी।
आरबीआई का कहना है कि निदेशक मंडल को तत्काल भंग किया जाए और बैंक
एडमिनिस्ट्रेटर बहाल किया जाए। इस अनुशंसा के बाद महाराष्ट्र सरकार ने
त्वरित कार्रवाई करते हुए शनिवार को कृषि सचिव सुधीर कुमार गोयल तथा सुधीर
श्रीवास्तव को बैंक एडनिस्ट्रेटर बहाल कर दिया है।
इस कार्रवाई से क्षुब्ध शरद पवार ने आपत्ति जताई है और कहा कि बैंक में
किसी तरह का भ्रष्टाचार नहीं हुआ था। इसे भंग करने की कोई जरूरत नहीं थी।
महाराष्ट्र सरकार की इस कार्रवाई को शरद पवार के लिए धक्का माना जा रहा है।