फलौदी.
फलौदी उपखण्ड क्षेत्र में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर संगठित गिरोह
द्वारा किसानों की हजारों बीघा कृषि भूमि का विभिन्न कंपनियों के नाम बेचान
के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। पुलिस ने
कंपनी से सभी प्रकरणों के ओरिजनल एग्रीमेंट और मुख्तयारनामे जब्त कर लिए
हैं जिससे इनके दुरुपयोग की आशंका समाप्त हो गई है।
यह जानकारी पुलिस उप महानिरीक्षक गिरधारीलाल शर्मा ने रविवार को फलौदी में
पत्रकारों से बातचीत में दी। उन्होंने कहा कि पुलिस पूरे मामले की गंभीरता
से जांच कर रही है। शीघ्र ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
शर्मा दोपहर बाद फलौदी पहुंचे और सिंचाई विभाग में पुलिस अधिकारियों की
बैठक लेने के बाद पत्रकारों से मिले थे।
उल्लेखनीय है कि इस प्रकरण में भोपालगढ़ पुलिस थाना में 31 मामले दर्ज हुए
हैं। शर्मा के अनुसार अब तक इस मामले में एक महिला सहित 19 आरोपियों को
गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से 18 को पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत
में भेजा जा चुका है। शर्मा ने कहा कि पुलिस कंपनी तक पहुंच चुकी है। असली
इकरारनामे व मुख्तयारनामे जब्त कर चुकी है।
25 और हैं आरोपी: शर्मा ने बताया कि अब तक की छानबीन के अनुसार
गिरफ्तार आरोपियों के अलावा करीब 25 और मुल्जिम हैं। इनकी गिरफ्तारी होनी
है। फलौदी क्षेत्र के लोगों व कंपनी के बीच मुख्य दलाल चूरू का है जिसकी
गिरफ्तारी अभी नहीं हुई है। करीब 45 आरोपियों ने करोड़ों रुपयांे के इस
घोटाले को अंजाम दिया। गिरफ्तार आरोपियों में कुछेक का पुराना आपराधिक
रिकॉर्ड भी है।
कंपनी ने किया नियमों के अनुसार भुगतान: पुलिस जांच में सामने आया
है कि कंपनी ने जमीनों की खरीद के लिए भुगतान नियमानुसार किया है। पूर्व
में ऐसा संदेह व्यक्त किया जा रहा था कि कंपनी ने संभवत: काले धन से भुगतान
किया होगा। लेकिन कंपनी ने बाकायदा बीकानेर में अस्थाई कार्यालय बनाया और
जमीनों की खरीद का भुगतान सही तरीके से किया। पूरे मामले में करीब 8 करोड़
रुपए का भुगतान किए जाने की संभावना है। इस अवसर पर एडीशनल एसपी केसरसिंह
सहित कई पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
फलौदी उपखण्ड क्षेत्र में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर संगठित गिरोह
द्वारा किसानों की हजारों बीघा कृषि भूमि का विभिन्न कंपनियों के नाम बेचान
के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। पुलिस ने
कंपनी से सभी प्रकरणों के ओरिजनल एग्रीमेंट और मुख्तयारनामे जब्त कर लिए
हैं जिससे इनके दुरुपयोग की आशंका समाप्त हो गई है।
यह जानकारी पुलिस उप महानिरीक्षक गिरधारीलाल शर्मा ने रविवार को फलौदी में
पत्रकारों से बातचीत में दी। उन्होंने कहा कि पुलिस पूरे मामले की गंभीरता
से जांच कर रही है। शीघ्र ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
शर्मा दोपहर बाद फलौदी पहुंचे और सिंचाई विभाग में पुलिस अधिकारियों की
बैठक लेने के बाद पत्रकारों से मिले थे।
उल्लेखनीय है कि इस प्रकरण में भोपालगढ़ पुलिस थाना में 31 मामले दर्ज हुए
हैं। शर्मा के अनुसार अब तक इस मामले में एक महिला सहित 19 आरोपियों को
गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से 18 को पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत
में भेजा जा चुका है। शर्मा ने कहा कि पुलिस कंपनी तक पहुंच चुकी है। असली
इकरारनामे व मुख्तयारनामे जब्त कर चुकी है।
25 और हैं आरोपी: शर्मा ने बताया कि अब तक की छानबीन के अनुसार
गिरफ्तार आरोपियों के अलावा करीब 25 और मुल्जिम हैं। इनकी गिरफ्तारी होनी
है। फलौदी क्षेत्र के लोगों व कंपनी के बीच मुख्य दलाल चूरू का है जिसकी
गिरफ्तारी अभी नहीं हुई है। करीब 45 आरोपियों ने करोड़ों रुपयांे के इस
घोटाले को अंजाम दिया। गिरफ्तार आरोपियों में कुछेक का पुराना आपराधिक
रिकॉर्ड भी है।
कंपनी ने किया नियमों के अनुसार भुगतान: पुलिस जांच में सामने आया
है कि कंपनी ने जमीनों की खरीद के लिए भुगतान नियमानुसार किया है। पूर्व
में ऐसा संदेह व्यक्त किया जा रहा था कि कंपनी ने संभवत: काले धन से भुगतान
किया होगा। लेकिन कंपनी ने बाकायदा बीकानेर में अस्थाई कार्यालय बनाया और
जमीनों की खरीद का भुगतान सही तरीके से किया। पूरे मामले में करीब 8 करोड़
रुपए का भुगतान किए जाने की संभावना है। इस अवसर पर एडीशनल एसपी केसरसिंह
सहित कई पुलिस अधिकारी मौजूद थे।