आधुनिक तकनीक किसानों तक पहुंचाने के लिए कृषि विभाग जिला कृषि प्लान
(आत्मा) 2011-12 बनाने की तैयारी में जुट गया है। इसके तहत अधिकारियों ने
प्लान प्राथमिक स्तर पर तैयार करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। प्लान
में किसानों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। किसानों की सलाह लेने के बाद कृषि
अधिकारी प्लान बनाएंगे।
जानकारी के अनुसार कृषि प्रोद्यौगिकी प्रबंधन प्राधिकरण (आत्मा) द्वारा
कृषि संबंधी आधुनिक जानकारियां किसानों तक पहुंचाई जाती हैं। इसके लिए
विभाग के अधिकारी जिला कृषि प्लान 2011-12 बनाकर निदेशक को भेजते हैं। यह
प्लान सबसे पहले ब्लॉक स्तर पर तैयार किया जाता है और इसको बनाते समय
किसानों की सलाह लेना जरूरी है। इसलिए खंड कृषि अधिकारियों ने प्लान तैयार
करने के लिए किसानों से सलाह लेनी शुरू कर दी है। पूरे ब्लॉक का प्लान
तैयार होने के बाद खंड कृषि अधिकारी और किसान सलाहाकार समिति के चेयरमैन के
हस्ताक्षर होंगे। पांचों ब्लॉकों का प्लान जिलास्तर पर भेजा जाएगा। इसके
बाद जिला कृषि प्लान को राज्यस्तरीय बैठक में रखा जाएगा, जहां इसको अंतिम
रूप दिया जाएगा।
खास बात है कि जिला कृषि प्लान ही ऐसा प्लान है जो ब्लॉक स्तर पर बनाकर
उच्च अधिकारियों को भेजा जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है कि जिस ब्लॉक में
जिस कार्य की जरूरत हो, उस ब्लॉक में वहीं कार्य किया जा सके। ऐसे में खंड
कृषि अधिकारी अपने-अपने ब्लॉक का सर्वे करके जिला कृषि प्लान बनाने में
जुटे हुए हैं।
प्रदर्शन प्लाट भी लगेगा
आत्मा स्कीम के तहत जिले में प्रदर्शन प्लाट लगाए जाएंगे। जिला कृषि
प्लान 2011-12 के तहत विभाग के अधिकारी किसान मेला, किसान गोष्ठी, किसान
अवार्ड, किसान भ्रमण व खेत दिवसों का आयोजन करने की योजना बना रहे हैं।
फिलहाल किस ब्लॉक में कितनी बार किसान गोष्ठी की जाएंगी और कितनी बार
किसानों को भ्रमण आदि के लिए ले जाया जाएगा। इस आशय का निर्णय राज्यस्तरीय
बैठक में लिया जाएगा।
अधिकारियों की बैठक
कृषि उप निदेशक डॉ. आरपी सिहाग ने बताया कि जिला कृषि प्लान बनाने के
लिए विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई है। इसमें सभी ब्लॉकों के खंड कृषि
अधिकारियों ने भाग लिया और उन्होंने अपनी-अपनी राय दी है। किसानों की सलाह
लेने के बाद जिला कृषि प्लान तैयार किया जाएगा।