सतारा (महाराष्ट्र)
अन्ना हजारे के नेतृत्व वाले संगठन भ्रष्टाचार विरोधी जन आंदोलन के तीन
आरटीआई कार्यकर्ताओं पर कथित तौर पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के
सदस्यों ने हमला कर दिया। इनमें एक कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल है। पुलिस
ने पांच लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। सतारा मुख्यमंत्री पृथ्वीराज
चव्हाण का गृह जिला है।
सहायक पुलिस निरीक्षक शंकरराव दामसे ने बताया कि आरटीआई कार्यकर्ता पीटर
बर्गे को रविवार को अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर जान से मारने की धमकी दी थी।
जिसकी उन्होंने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद अज्ञात
लोगों ने उनके घर के सामने ही उन पर तलवार से जानलेवा किया। इस मामले में
पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि तलवार से
किए गए हमले में बर्गे के सिर पर कई चोटें आई हैं। उन्हें पास के अस्पताल
में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। जहां डॉक्टरों ने आरटीआई कार्यकर्ता
बर्गे का स्वास्थ्य स्थिर बताया है।
गौरतलब है कि गांधीवादी विचारक एवं वरिष्ठ समाजसेवक अन्ना हजारे के
भ्रष्टाचार विरोधी जनआंदोलन न्यास का बर्गे कार्यकर्ता है। वह सूचना का
अधिकार कानून (आरटीआई) का इस्तेमाल कर सातारा जिले में जारी अवैध निर्माणों
को रोकने के लिए सक्रिय था।
2010 में छह आरटीआई कार्यकर्ताओं की हत्या :वैसे यदि मुंबई के एक गैर
सरकारी संगठन (एनजीओ) के दावे पर विश्वास किया जाए, तो वर्ष २०१० में कम से
कम ६ आरटीआई कार्यकर्ताओं की हत्या की गई थी और कई लोगों पर महाराष्ट्र
में जानलेवा हमला किया गया था।
इस साल की शुरुआत में ही पुणे के तलेगांव-दाभाडे इलाके में आरटीआई
कार्यकर्ता अरुण माने पर जानलेवा हमला किया गया था। इससे पहले २०१० में
पुणे जिले में ही आरटीआई कार्यकर्ता सतीश शेट्टी की दिनदहाड़े हत्या कर दी
गई थी।