बिलासपुर.गर्मी
पड़ने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में वाटर लेवल तेजी से नीचे जा रहा है।
सैकड़ों हैंडपंपों का पानी नीचे उतर गया है। इसमें पाइप की लंबाई बढ़ाई जा
रहा है। फिलहाल स्थिति भयावह नहीं है, लेकिन ऐसे ही हालात रहे तो सैकड़ों
गांवों के लोग बूंद-बूंद पानी को तरस जाएंगे।
गर्मी अभी ठीक से शुरू भी नहीं हुई है कि बिलासपुर जिले के ग्रामीण इलाकों
में पानी की समस्या पांव पसारने लगी है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति जिले के
पांच विकासखंडों में है। इसमें विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक का विधानसभा
क्षेत्र बिल्हा भी शामिल है।
वैसे तो यह क्षेत्र पहले से ही सूखाग्रस्त रहा है। पानी की यहां पहले से
कमी है। वर्तमान में बरतोरी, सिलपहरी से लगे दर्जनों गांवों के हैंडपंपों
का पानी तेजी से नीचे जा रहा है। हालत यह है कि हैंडपंप से दो या तीन
बाल्टी पानी निकलने के बाद पानी आना बंद हो जाता है। दोबारा उतना ही पानी
लेने के लिए डेढ़ से दो घंटे इंतजार करना पड़ता है।
मुंगेली विकासखंड के पंडरभट्ठा, छतौना, पुरान सहित कुछ अन्य गांव ऐसे हैं,
जहां पानी की समस्या पांव पसारने लगी है। पिछले साल इस क्षेत्र में पानी का
लेवल नीचे जाने पर दो हैंडपंप में मोटर लगवाए गए थे। इस साल भी कुछ पंपों
के पाइप बढ़ाने का काम चल रहा है।
इसी तरह से लोरमी, मस्तूरी और पथरिया विकासखंड की हालत भी खराब है। इन पांच
विकासखंडों से लगातार हैंडपंप बंद होने और पानी कम आने की शिकायतें मिल
रही हैं। बताया गया कि प्रत्येक विकासखंड में लगभग 100-100 पैराटोला से
वाटर लेवल नीचे जाने की सूचना पीएचई को मिली है।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री उरमलिया ने बताया
कि जिले के गांवों से वाटर लेवल नीचे जाने की शिकायतें लगातार मिल रहीं
है। हैंडपंप सुधारने, पाइप की लंबाई बढ़ाने के अलावा जरूरत पड़ने पर मोटर
पंप लगाए जा रहे हैं।
इसके लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं। जहां से शिकायत मिल रही है, वहां
तत्काल सुधार दल भेजा रहा है। गर्मी और पड़ने पर समस्या बढ़ने की संभावना
दिख रही है इसके निबटने विभाग पूरी तरह से तैयार है।
10 दल बनाए गए
बिलासपुर जिले के पांच विकासखंडों में वाटर लेवल नीचे जाने की समस्या तेजी
से सामने आई है। ऐसे में पंपों का सुधार, पाइप बढ़ाने और अन्य तरह के काम
के लिए पीएचई ने 10 दल बनाकर उन्हें अलग-अलग वाहन सौंपे हैं। इन वाहनों से
ये दल संबंधित क्षेत्र में तत्काल पहुंचकर पंप को तैयार कर रहे हैं।
समस्याएं बढ़ने पर दल भी बढ़ाए भी जाएंगे।