रायपुर.सामाजिक
कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश का नक्सलियों से कथित संबंध के बाबत मिल रही
शिकायतों की सरकार जांच करवाने जा रही है। इस संदर्भ में असलियत जानने के
लिए नक्सलियों के साथ लाल सलाम करने की तस्वीरों वाली सीडी भी फोरेंसिक लैब
भेजी जा रही।
यह सीडी गृहमंत्री ने हाल ही में मुख्यमंत्री को सौंपी थी।
जांच के दायरे में किन-किन घटनाओं को लिया जाएगा फिलहाल इसका खुलासा नहीं
हुआ। पूरे मामले में गृहमंत्री ननकीराम कंवर लगातार तीखे तेवर में हैं।
उन्होंने फिर कहा है कि स्वामी अग्निवेश देश और संविधान के खिलाफ युद्ध लड़
रहे लोगों की तरफदारी कैसे कर सकते हैं? अग्निेवश की भूमिका पर बुधवार को
कांकेर में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी नाराजागी जता चुके हैं।
लोगों से भी मिली शिकायतें
राज्य के स्वयंसेवी संगठनों ने भी स्वामी अग्निवेश का विरोध शुरू किया है।
छत्तीसगढ़ नागरिक संघर्ष समिति के सचिव विश्वजीत मित्रा ने डीजीपी
विश्वरंजन से लिखित में शिकायत की है। उनका कहना है कि स्वामी अग्निवेश
बार-बार नक्सल प्रभावित इलकों में अशांति फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने मांग की है कि दिल्ली से आकर छत्तीसगढ़ में माहौल खराब करने वालों
पर निगरानी की जाए और शातिं भंग करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर
कार्रवाई की जाए।अग्निवेश बताएं कि वे किनका साथ देना चाहते हैं
अग्निवेश के हाल के सरोकार
11 जनवरी : नक्सलियों के कब्जे से अपहृत चार जवानों को छ़ुड़ाने पहुंचे, माओवाद के समर्थन में नारे लगाए।
26 मार्च : ताड़मेटला में आदिवासियों के घर जलने पर जांच करने जाते समय पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े किए।
10 अप्रैल : जगदलपुर में सरकार के खिलाफ सभा की।
"स्वामी अग्निवेश को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे किनका साथ देना चाहते हैं।
उनका व्यवहार ऐसा है जैसे वे माओवादियों के लिए काम कर रहे हैं।"
ननकी राम कंवर, गृहमंत्री
कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश का नक्सलियों से कथित संबंध के बाबत मिल रही
शिकायतों की सरकार जांच करवाने जा रही है। इस संदर्भ में असलियत जानने के
लिए नक्सलियों के साथ लाल सलाम करने की तस्वीरों वाली सीडी भी फोरेंसिक लैब
भेजी जा रही।
यह सीडी गृहमंत्री ने हाल ही में मुख्यमंत्री को सौंपी थी।
जांच के दायरे में किन-किन घटनाओं को लिया जाएगा फिलहाल इसका खुलासा नहीं
हुआ। पूरे मामले में गृहमंत्री ननकीराम कंवर लगातार तीखे तेवर में हैं।
उन्होंने फिर कहा है कि स्वामी अग्निवेश देश और संविधान के खिलाफ युद्ध लड़
रहे लोगों की तरफदारी कैसे कर सकते हैं? अग्निेवश की भूमिका पर बुधवार को
कांकेर में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी नाराजागी जता चुके हैं।
लोगों से भी मिली शिकायतें
राज्य के स्वयंसेवी संगठनों ने भी स्वामी अग्निवेश का विरोध शुरू किया है।
छत्तीसगढ़ नागरिक संघर्ष समिति के सचिव विश्वजीत मित्रा ने डीजीपी
विश्वरंजन से लिखित में शिकायत की है। उनका कहना है कि स्वामी अग्निवेश
बार-बार नक्सल प्रभावित इलकों में अशांति फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने मांग की है कि दिल्ली से आकर छत्तीसगढ़ में माहौल खराब करने वालों
पर निगरानी की जाए और शातिं भंग करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर
कार्रवाई की जाए।अग्निवेश बताएं कि वे किनका साथ देना चाहते हैं
अग्निवेश के हाल के सरोकार
11 जनवरी : नक्सलियों के कब्जे से अपहृत चार जवानों को छ़ुड़ाने पहुंचे, माओवाद के समर्थन में नारे लगाए।
26 मार्च : ताड़मेटला में आदिवासियों के घर जलने पर जांच करने जाते समय पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े किए।
10 अप्रैल : जगदलपुर में सरकार के खिलाफ सभा की।
"स्वामी अग्निवेश को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे किनका साथ देना चाहते हैं।
उनका व्यवहार ऐसा है जैसे वे माओवादियों के लिए काम कर रहे हैं।"
ननकी राम कंवर, गृहमंत्री