मुंबई.
देश के सबसे बड़े ‘टैक्स चोर’ हसन अली की करोड़ों की काली कमाई में
महाराष्ट्र के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों की हिस्सेदारी की खबर सामने आने
से सियासी हलके में हड़कंप है। प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) की पूछताछ में हसन
अली ने खुलासा किया है कि उसके खाते में महाराष्ट्र के पूर्व तीन
मुख्यमंत्रियों का पैसा जमा है। हालांकि इन मुख्यमंत्रियों के नाम का
खुलासा नहीं किया गया है।
हसन अली ने ईडी के अधिकारियों को बताया है
कि उसके अकाउंट में जमा करीब 36 हजार करोड़ रुपए में से एक बड़ा हिस्सा
देश के कई बड़े नेताओं और नौकरशाहों का है। अली ने ये पैसे स्विस बैंक और
दूसरे बैंकों के अकाउंट्स में जमा करवाए थे। इन बड़े नेताओं में महाराष्ट्र
के तीन पूर्व मुख्यमंत्री भी शामिल हैं।
हसन अली मामले में जांच को
लेकर अब तक कोर्ट की फटकार झेल रहे ईडी की मुश्किलें इस खुलासे के बाद
आसान होती दिख रही हैं। जांच से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि हसन अली,
स्टॉक मार्केट के कुछ हवाला कारोबारियों की मदद से अपना ही बैंकिंग नेटवर्क
चला रहा था जिसमें देश के कई बड़े नेता और आला अफसर भी शामिल थे। अली इसके
जरिए नेताओं के काले धन को सफेद करने का काम करता था।
हसन अली से
पूछताछ के बाद ईडी के अधिकारियों ने यूबीएस, बार्क्लेज और क्रेडिट
स्विस बैंकों के भारतीय अधिकारियों को तलब कर उनसे अली के खातों के बारे
में जानकारी मांगी है।
‘इंडिया टुडे’ ने जांच एजेंसियों के हवाले से
कहा है कि हसन अली ने भारतीय राजनेताओं की काली कमाई हवाला के जरिये देश
के बाहर भेजा और दुनियाभर के खासकर मॉरिशस के बैंकों में इन्हें जमा कर
दिया। इसके बाद उसने इन पैसों को भारत लाकर इन्हें शेयर बाजार में लगाया
और नेताओं द्वारा दिए गए नामों से शेयर खरीदे।