जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। राजस्थान सरकार ने जोधपुर के उम्मेद चिकित्सालय
में हुई 18 प्रसूताओं की मौत के मामले में संभागीय आयुक्त की जांच रिपोर्ट
के आधार पर तीन डॉक्टरों को निलंबित कर दिया है। चिकित्सा मंत्री एए खान
ने गुरुवार को विधानसभा में बताया कि प्रसुताओं की मौत के मामले में
संभागीय आयुक्त की रिपोर्ट मिल गई है। संभागीय आयुक्त की जांच के आधार पर
जोधपुर मेडिकल कॉलेज के गायनोलॉजी विभाग की अध्यक्ष डॉ. सुमित्रा बोड़ा,
महात्मा गांधी अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी स्टोर्स डॉ. अजय मालवीय
और उम्मेद अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी स्टोर्स और सहआचार्य शिशु
रोग डॉ. मोहन मकवाना को निलंबित कर दिया है। डॉ. बोड़ा को पर्यवेक्षणीय
लापरवाही बरतने का दोषी पाया गया है। जबकि डॉ. मकवाना व मालवीय को दवाओं की
खरीद में अनियमितता का दोषी पाया गया है।
में हुई 18 प्रसूताओं की मौत के मामले में संभागीय आयुक्त की जांच रिपोर्ट
के आधार पर तीन डॉक्टरों को निलंबित कर दिया है। चिकित्सा मंत्री एए खान
ने गुरुवार को विधानसभा में बताया कि प्रसुताओं की मौत के मामले में
संभागीय आयुक्त की रिपोर्ट मिल गई है। संभागीय आयुक्त की जांच के आधार पर
जोधपुर मेडिकल कॉलेज के गायनोलॉजी विभाग की अध्यक्ष डॉ. सुमित्रा बोड़ा,
महात्मा गांधी अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी स्टोर्स डॉ. अजय मालवीय
और उम्मेद अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी स्टोर्स और सहआचार्य शिशु
रोग डॉ. मोहन मकवाना को निलंबित कर दिया है। डॉ. बोड़ा को पर्यवेक्षणीय
लापरवाही बरतने का दोषी पाया गया है। जबकि डॉ. मकवाना व मालवीय को दवाओं की
खरीद में अनियमितता का दोषी पाया गया है।