लुधियाना।
पंजाब में पैर पसार रहे स्वाइन फ्लू ने सूबे के सेहत विभाग की चिंता बढ़ा
दी है। वीरवार को चंडीगढ़ के परिवार कल्याण भवन में हुई इंटीग्रेटेड डीजिज
सर्विलेंस प्रोजेक्ट की बैठक में स्वाइन फ्लू का मुद्दा छाया रहा। शाम चार
बजे तक चली बैठक में हेल्थ डायरेक्टर डा.अशोक नैय्यर ने सभी जिलों को अलर्ट
रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी जिले रैपिड रिस्पांस टीमें
तैयार रखें।
सूबे में स्वाइन फ्लू के अलावा अन्य बीमारियों की मानिटरिंग व नियंत्रण के
लिए यह विशेष बैठक की गई थी। इसमें गवर्नमेंट आफ इंडिया के डब्ल्यूएचओ के
एडवायजर डा.सुरेश के अलावा सभी जिला सेहत अधिकारियों, सिविल अस्पतालों के
एसएमओ, सरकारी व प्राइवेट मेडिकल कालेजों के माइक्रोबायोलोजी व कम्युनिटी
मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रमुखों को बुलाया गया था। बैठक के दौरान
डा.नैय्यर ने कहा कि प्राइवेट व सरकारी अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के
मरीजों के लिए आईसोलेशन बेड व वेंटिलेटर्स तैयार रखे जाएं ताकि स्थिति
बिगडऩे पर मरीजों को इलाज में दिक्कत न आए। बैठक में पीजीआई में स्वाइन
फ्लू की जांच बंद होने का मसला भी उठा। इस पर अधिकारियों ने बताया कि यह
मसला गवर्नमेंट आफ इंडिया के सामने उठाया गया है, फिलहाल सैंपल पीजीआई में
ही भेजने पड़ेंगे।
डा.नैय्यर ने कहा कि इंटिग्रेटिड डीजिज सर्विलेंस प्रोजेक्ट के तहत कई
बीमारियों पर नजर रखी जाती है। इसमें किसी भी जिले में आउटब्रेक की सूचना
तुरंत भेजनी होती है। सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि जहां भी आउटब्रेक
होता है, वहां पर तुरंत उचित कदम उठाए जाएं।