टोक्यो। जापान के उत्तर-पूर्वी तट पर आज 8.9 की तीव्रता के भूकंप के बाद
उठी 33 फुट ऊंची सुनामी के कारण भारी तबाही हुई है। इसमें 26 लोगों के
मारे जाने की खबर है।
टीवी फुटेज में दिखाया गया है कि जापान के तट के पास विभिन्न स्थानों
पर सुनामी से काफी क्षति हुई है और पानी में दर्जनों कारें, नाव और यहा तक
कि मकान भी बह गए। सरकारी मीडिया एनएचके के फुटेज के मुताबिक सुनामी में एक
बड़ा पोत बह गया।
अधिकारी भूकंप के कारण हुई क्षति के अलावा घायलों और मृतकों की संख्या
का पता लगा रहे हैं लेकिन फिलहाल उनके पास विस्तृत जानकारी नहीं है।
स्थानीय मीडिया ने मरने वालों की संख्या 26 बताई है।
भूकंप रात के दो बजकर 46 मिनट पर आया, जिसके बाद कई तगड़े झटके आए,
जिसमें आधे घटे बाद आया 7.4 की तीव्रता का भूकंप भी शामिल है। अमेरिकी
भूगर्भ सर्वे ने भूकंप की तीव्रता 8.9 बताई जबकि जापान के मौसम विज्ञान
विभाग ने इसे 7.9 मापा। मौसम विज्ञान विभाग ने जापान के पूरे प्रशात
महासागर के तट के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की है। एनएचके ने चेतावनी दी
कि तट के नजदीक रहने वाले लोग सुरक्षित इलाकों की ओर चले जाएं।
जापान के प्रधानमंत्री नाओतो कान ने कहा है कि बड़े क्षेत्रफल में भारी
ताबही हुई है, हालाकि परमाणु संयंत्रों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
प्रभावित इलाकों में सैनिकों को भेजने की तैयारी की जा रही है।
टोक्यो में अमेरिकी राजदूत जॉन रूस ने कहा कि यहा मौजूद अमेरिकी सैनिक
राहत एवं बचाव कार्य में स्थानीय प्रशासन की मदद को तैयार हैं। जापानी
रक्षा मंत्री तोशिमी किताजावा ने कहा कि रक्षा मंत्रालय और आत्म-रक्षा बल
जरूरत पड़ने पर अमेरिकी सैनिकों के साथ मिलकर काम करें।
मौसम विज्ञान विभाग ने जापान के पूरे प्रशात महासागर के तट के लिए
सुनामी की चेतावनी जारी की है। एनएचके ने चेतावनी दी कि तट के नजदीक रहने
वाले लोग सुरक्षित इलाकों की ओर चले जाएं।
हवाई में पैसिफिक सुनामी वार्निंग सेंटर ने कहा कि जापान, रूस, मार्कस
आईलैंड और उत्तरी मारियाना के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। गुआम,
ताईवान, फिलिपिंस, इंडोनेशिया और अमेरिकी राज्य हवाई को सुनामी पर नजर रखने
को कहा गया है। मौसम विभाग ने कहा कि पूर्वी तट से करीब 125 किलोमीटर की
दूरी पर दस किलोमीटर की गहराई में रात दो बजकर 56 मिनट पर भूकंप के झटके
आए। यह इलाका तोक्यो से 380 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में है।
टोक्यो में बड़ी संख्या में भवन हिलने लगे और सुरक्षा के लिए लोग सड़कों
पर निकल आए। टीवी फुटेज में दिखाया गया है कि एक बड़े भवन में आग लगी हुई है
और तोक्यो के ओदैबा जिले में घरों से धुआ निकल रहा है। राष्ट्रीय प्रसारक
एनएचके के फुटेज में दिखाया गया है कि सेनडई स्थित उनके कार्यालय में
कर्मचारी लुढ़क रहे हैं और किताब एवं अखबार मेजों से टकरा रहे हैं।
मध्य टोक्यो में रेलगाड़ियों को रोक दियागया और लोग पटरियों के
किनारे-किनारे चले। एनएचके ने कहा कि टोक्यो में एक बड़े हॉल कुदान कैकान की
छत ढह गई जिसमें कई लोग घायल हो गए। इस इलाके में पिछले कुछ समय में कई
भूकंप आए जिसमें बुधवार को आए 7.3 की तीव्रता वाला भूकंप भी शामिल है।
भूकंप आने के आधे घटे बाद भी टोक्यो में बड़े भवन हिलते रहे और मोबाइल
नेटवर्क ने काम करना बंद कर दिया।
तटरक्षक बल के अधिकारी योसुके ओ ने कहा कि जापान के तटरक्षक बल ने
कार्यबल का गठन किया है और अधिकारी आपात स्थितियों के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा, ‘हम जल्द क्षति का आकलन करेंगे क्योंकि भूकंप काफी तगड़ा था।’
मियागी क्षेत्र में आत्म-रक्षा बलों को भेजा गया है। इस इलाके में भारी
तबाही हुई है। यहा गवर्नर योशिहिरों मुराई ने जापानी सरकार से तत्काल
सहायता की माग की थी।
समाचार एजेंसी क्योदो के अनुसार नारिता हवाई अड्डे को अस्थाई तौर पर बंद कर
दिया गया है। टोक्यो में सबवे व्यवस्था को भूकंप के कारण बंद कर दिया गया
और कई इमारतों से लोग बाहर आ गए, हालाकि भीषण सर्दी की वजह से लोगों को
वापस अपने घरों में जाना पड़ा।