बिलासपुर.बीपीएल
परिवारों को पक्के मकान अप्रैल से दिए जाएंगे। एकीकृत आवास एवं मलिन बस्ती
विकास योजना में शहर में झुग्गी झोपड़ी के निवासियों को शीघ्र ही पक्का
मकान मिलेगा। कलेक्टर सोनमणि बोरा ने बुधवार को निर्माणाधीन आवासों का
निरीक्षण किया।
आईएचएसडीपी योजना में शहर को झुग्गी मुक्त करने के लिए 132 करोड़ 86 लाख
रुपए में 7836 आशियाने बनाए जाएंगे। ये आवास दो चरणों में बनेंगे। पहले चरण
में 22 करोड़ 74 लाख की लागत से 1344 आवास और दूसरे चरण में 79 करोड़ 33
लाख की लागत से 6492 आवास बनाए जाएंगे।
वर्तमान में एचपीएल कंपनी 1566 आवासों का निर्माण कर रही है। प्रत्येक आवास
की लागत 1 लाख 69 हजार रुपए बताई जा रही है। कलेक्टर ने बुधवार को
राजकिशोर नगर में योजना में बन रहे 426 आवासों का निरीक्षण किया व आवासों
में पानी, बिजली व फिनिशिंग का कार्य शीघ्रता से पूर्ण करने के निर्देश
दिए।
उन्होंने आवासों का आबंटन लॉटरी पद्घति से करने व नि:शक्त, बुजुर्ग व गंभीर
बीमारियों से पीड़ितों को भूतल पर आवास देने के निर्देश दिए। उन्होंने
मकानों के आसपास डंप मलबे को हटाने व नाली निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण
करने के निर्देश भी दिए।
इन आवासों में शेष बचे कार्यो को माह अप्रैल तक पूर्ण करने के निर्देश दिए
गए। निरीक्षण के दौरान एसडीएम सौम्या चौरसिया, नगर निगम के ईई ओपी तिवारी
के अलावा नगर निगम व लोनिवि के अधिकारी मौजूद थे।
परिवारों को पक्के मकान अप्रैल से दिए जाएंगे। एकीकृत आवास एवं मलिन बस्ती
विकास योजना में शहर में झुग्गी झोपड़ी के निवासियों को शीघ्र ही पक्का
मकान मिलेगा। कलेक्टर सोनमणि बोरा ने बुधवार को निर्माणाधीन आवासों का
निरीक्षण किया।
आईएचएसडीपी योजना में शहर को झुग्गी मुक्त करने के लिए 132 करोड़ 86 लाख
रुपए में 7836 आशियाने बनाए जाएंगे। ये आवास दो चरणों में बनेंगे। पहले चरण
में 22 करोड़ 74 लाख की लागत से 1344 आवास और दूसरे चरण में 79 करोड़ 33
लाख की लागत से 6492 आवास बनाए जाएंगे।
वर्तमान में एचपीएल कंपनी 1566 आवासों का निर्माण कर रही है। प्रत्येक आवास
की लागत 1 लाख 69 हजार रुपए बताई जा रही है। कलेक्टर ने बुधवार को
राजकिशोर नगर में योजना में बन रहे 426 आवासों का निरीक्षण किया व आवासों
में पानी, बिजली व फिनिशिंग का कार्य शीघ्रता से पूर्ण करने के निर्देश
दिए।
उन्होंने आवासों का आबंटन लॉटरी पद्घति से करने व नि:शक्त, बुजुर्ग व गंभीर
बीमारियों से पीड़ितों को भूतल पर आवास देने के निर्देश दिए। उन्होंने
मकानों के आसपास डंप मलबे को हटाने व नाली निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण
करने के निर्देश भी दिए।
इन आवासों में शेष बचे कार्यो को माह अप्रैल तक पूर्ण करने के निर्देश दिए
गए। निरीक्षण के दौरान एसडीएम सौम्या चौरसिया, नगर निगम के ईई ओपी तिवारी
के अलावा नगर निगम व लोनिवि के अधिकारी मौजूद थे।