रायपुर। छत्तीसगढ़ में चालू रबी मौसम में किसानों को खेती के लिए 143 करोड़ रूपए से अधिक का ऋण उपलब्ध कराया गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि चालू रबी मौसम में छत्तीसगढ़
के किसानों को अब तक खेती के लिए 143 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण उपलब्ध
कराया जा चुका है। राज्य शासन की नीति के तहत किसानों को खरीफ फसलों की तरह
रबी फसलों की खेती के लिए भी तीन प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर पर अल्पकालीन
ऋण दिया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य की एक हजार 333 प्राथमिक कृषि साख सहकारी
समितियों के माध्यम से किसान सिर्फ तीन प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर पर खेती
के लिए खाद और बीज के साथ-साथ नगद राशि भी ऋण के रूप में प्राप्त कर रहे
हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक [अपेक्स बैंक] के अधिकारियों ने आज यहा
बताया कि रबी फसलों के लिए कृषि ऋणों का वितरण विगत एक अक्टूबर से शुरू हो
चुका है अब तक किसानों को 143 करोड़ आठ लाख रुपए से अधिक का ऋण दिया जा चुका
है। यह ऋण 60 प्रतिशत नगद और 40 प्रतिशत वस्तु :खाद-बीज: आदि के रूप में
किसान क्रेडिट कार्डो पर दिया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत दुर्ग जिले के किसानों ने
सर्वाधिक 37 करोड़ 14 लाख रुपए का ऋण लिया है। दूसरे क्रम पर रायपुर जिले के
किसानों ने 21 करोड़ 52 लाख रुपये और तीसरे क्रम पर धमतरी जिले के किसानों
ने 21 करोड़ नौ लाख रुपये का ऋण लिया है। इसी तरह महासमुंद जिले के किसानों
ने 13 करोड़ 52 लाख रुपये, राजनादगाव जिले के किसानों ने 15 करोड़ दो लाख
रुपये, कवर्धा जिले के किसानों ने छह करोड़ रुपये, बस्तर जिले के किसानों ने
10 करोड़ 40 लाख रुपये, नारायणपुर जिले के किसानों ने 26 लाख रुपये, काकेर
जिले के किसानों ने छह करोड़ 44 लाख रुपये, दंतेवाड़ा जिले के किसानों ने 18
लाख रुपये, बीजापुर जिले के किसानों ने 11 लाख रुपये का ऋण लिया है।
उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिले के किसानों ने तीन करोड़ 31 लाख रुपये,
जाजगीर-चाम्पा जिले के किसानों ने 55 लाख रुपये, कोरबा जिले के किसानों ने
चार लाख रुपये, रायगढ़ जिले के किसानों ने तीन करोड़ 21 लाख रुपये, सरगुजा
जिले के किसानों ने तीन करोड़ 35 लाख रुपये और कोरिया जिले के किसानों ने 38
लाख रुपये नगद और वस्तु के रूप में रबी फसलों के लिए ऋण लिए हैं।