जबलपुर
में प्रदेश का पहला फीडर है, जो किसानों को अब 21 घंटे बिजली मुहैया
करायेगा। शासन की घोषणा के अनुसार किसानों एवं ग्रामीणों को विशेष सुविधा
देने के लिए 26 जनवरी को फीडर विभक्तिकरण योजना की घोषणा की गई थी, जिसके
तहत समाधि रोड के समीप पहलाफीडर 3 मार्च गुरुवार को शुरू किया गया।
इस फीडर से जहां किसानों को खेती के लिए 8 घंटे लाइट मिलेगी, वहीं 13 घंटे की बिजली ग्रामवासियों के हक में आयेगी।
जबलपुर। फीडर का शुभारंभ चेयरमैन पंकज अग्रवाल द्वारा किया गया। इस
दौरान पावर ट्रांसमिशन कंपनी के आरके वर्मा, मुख्य अभियंता अशोक सक्सेना,
एसई ग्रामीण डीके पांडे व डीई एसके श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में
विद्युत मंडल के कर्मचारी उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि इस योजना के अंतर्गत एक फीडर से 10 गांवों को जोड़ा जाना
था, पर अब तक समाधि रोड स्थित फीडर से 8 गांव ही जुड़ सके हैं। खबर है कि
इस योजना का शुभारंभ बहुत पहले किया जाना था, पर फीडर निर्माण समय पर न हो
पाने के कारण ग्रामीणों को यह लाभ देर से मिला।
जानकारी के अनुसार फीडर विभक्तिकरण के तहत प्रदेश के हर गांव को जोड़ा
जायेगा, जिससे ग्रामीण अंचलों में होने वाली बिजली कटौती की समस्या से
निपटा जा सके। इस संबंध में विद्युत मण्डल ने अपनी गाइड लाइन तैयार कर ली
है।
इस योजना का शुभारंभ पूर्व में मुख्यमंत्री द्वारा किया जाना था, पर फीडर
स्थलों का निर्माण न हो पाने के कारण यह योजना दौड़ने के बजाय रेंग रही है।
में प्रदेश का पहला फीडर है, जो किसानों को अब 21 घंटे बिजली मुहैया
करायेगा। शासन की घोषणा के अनुसार किसानों एवं ग्रामीणों को विशेष सुविधा
देने के लिए 26 जनवरी को फीडर विभक्तिकरण योजना की घोषणा की गई थी, जिसके
तहत समाधि रोड के समीप पहलाफीडर 3 मार्च गुरुवार को शुरू किया गया।
इस फीडर से जहां किसानों को खेती के लिए 8 घंटे लाइट मिलेगी, वहीं 13 घंटे की बिजली ग्रामवासियों के हक में आयेगी।
जबलपुर। फीडर का शुभारंभ चेयरमैन पंकज अग्रवाल द्वारा किया गया। इस
दौरान पावर ट्रांसमिशन कंपनी के आरके वर्मा, मुख्य अभियंता अशोक सक्सेना,
एसई ग्रामीण डीके पांडे व डीई एसके श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में
विद्युत मंडल के कर्मचारी उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि इस योजना के अंतर्गत एक फीडर से 10 गांवों को जोड़ा जाना
था, पर अब तक समाधि रोड स्थित फीडर से 8 गांव ही जुड़ सके हैं। खबर है कि
इस योजना का शुभारंभ बहुत पहले किया जाना था, पर फीडर निर्माण समय पर न हो
पाने के कारण ग्रामीणों को यह लाभ देर से मिला।
जानकारी के अनुसार फीडर विभक्तिकरण के तहत प्रदेश के हर गांव को जोड़ा
जायेगा, जिससे ग्रामीण अंचलों में होने वाली बिजली कटौती की समस्या से
निपटा जा सके। इस संबंध में विद्युत मण्डल ने अपनी गाइड लाइन तैयार कर ली
है।
इस योजना का शुभारंभ पूर्व में मुख्यमंत्री द्वारा किया जाना था, पर फीडर
स्थलों का निर्माण न हो पाने के कारण यह योजना दौड़ने के बजाय रेंग रही है।