राजधानी में करीब 700 प्राथमिक स्कूल ऐसे हैं जो सालों से बगैर मान्यता
प्राप्त के चल रहे हैं। गत दिनों जब एमसीडी से मान्यता हासिल करने के लिए
आवेदन किया गया तो मास्टर प्लान 2021 इसमें आड़े आ गया। नतीजा इन स्कूलों
में पढ़ने वाले बच्चे आगे की पढ़ाई कैसे करेंगे, यह बड़ा सवाल बन गया है।
दिल्ली में एमसीडी के 1727 स्कूल हैं, जहां बच्चों को प्राथमिक शिक्षा
नि:शुल्क दी जाती है। इसके अलावा सैकड़ों निजी स्कूल हैं, जहां पहली से
पांचवीं कक्षा तक की पढ़ाई होती है। फिलहाल 757 निजी स्कूल हैं, जिन्हें
प्राथमिक शिक्षा देने के लिए एमसीडी ने मान्यता प्रदान की है। इन स्कूलों
में पढ़ने वाले कुल छात्रों की संख्या 1.63 लाख है। इसके अलावा ऐसे सात सौ
निजी प्राथमिक स्कूल हैं जो गत कई वर्षो से एमसीडी से मान्यता हासिल करने
की कतार में हैं। मगर ये स्कूल मास्टर प्लान 2021 में उल्लेखित शर्तो का
पालन नहीं करते हैं, जिस कारण मान्यता पर सवाल खड़ा हो गया है। एमसीडी के
शिक्षा समिति के अध्यक्ष डॉ.महेंद्र नागपाल कहते हैं मास्टर प्लान में
जिक्र है कि किसी भी इलाके में स्कूल चलाने के लिए कम से कम 800 वर्ग मीटर
जगह होने चाहिए। इस शर्त पर मान्यता कोई भी स्कूल नहीं खरा उतर रहा जिस
कारण परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में केंद्रीय शहरी
विकास मंत्री कमलनाथ को पत्र लिख कर शर्त में कुछ ढील देने की मांग करेंगे।