आइना-ए-योजना आयोग-4: लगता ही नहीं कि मेवात हरियाणा में

नई दिल्ली. चौतरफा
आर्थिक विकास की बयार मिलेनियम सिटी गुड़गांव और फरीदाबाद की सीमाओं से
सटे होने के बावजूद मेवात तक नहीं पहुंच सकी है। मेवात के हालात से
केंद्रीय योजना आयोग खासा चिंतित है।




उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर आयोग ने राज्य सरकार को बताया है कि मेवात आज भी
शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता व उपयोगिता के मामले में प्रदेश
का सर्वाधिक पिछड़ा क्षेत्र है। आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह आहलूवालिया
की तरफ से मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को लिखे पत्र में ग्रामीण शोध
एवं विकास संस्थान के शोध अध्ययन का हवाला भी दिया गया है। अध्ययन में कहा
गया है कि समूचे मेवात क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है। सफाई और
सीवरेज सुविधाओं की हालत और भी खराब है और इस बारे में चिंता करने की
जरूरत है।




साक्षरता दर 23 फीसदी कम




गुड़गांव की साक्षरता दर जहां 75.34 फीसदी है वहीं कुछ मील की दूरी पर
स्थित मेवात में यह 44.9 फीसदी है। यहां की ज्यादातर आबादी मुस्लिम है। इस
समुदाय में पुरुष साक्षरता दर 39.97 फीसदी व महिलाओं में 21.55 फीसदी है।
पूरे प्रदेश की औसत साक्षरता दर 67.91 फीसदी है। इस तरह मेवात की साक्षरता
दर प्रदेश की औसत दर से 23 फीसदी कम है।

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