गए हैं। इसके पहले उन देशों में अंग्रेज गए थे, पर वे वहां कृषि तकनीक का
विस्तार न कर सके। इसका फायदा पंजाब के किसानों को मिल रहा है। कई अफ्रीकी
देशों ने सीफेट (सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ पोस्ट हार्वेस्टिंग इंजीनियरिंग
एंड टेक्नोलाजी) में पंजाब के किसानों को अपने यहां आकर खेती का न्यौता
दिया है। इतना ही नहीं वहां के किसान भी यहां आकर कृषि की नवीनतम तकनीक सीख
रहे हैं।
सीफेट के डायरेक्टर आरटी पाटिल ने बताया कि अभी हाल ही में अफ्रीकी
देशों का शिष्टमंडल इस न्यौते को लेकर आया था। उनके कुछ किसान यहां
ट्रेनिंग ले रहे हैं। अफ्रीकी देशों में कृषि के लिए जमीन तो है, पर वहां
संसाधन और तकनीक ऐसी नहीं है कि किसान हर मौसम में हर चीज की खेती कर सकें।
ऐसे में वहां के कृषि विशेषज्ञों को पंजाब के किसानों की जरूरत पड़ गई है।
अभी हाल ही में सीफेट में इथोपिया सहित अन्य अफ्रीकी देशों से शिष्टमंडल
आया था। वहां के अधिकारियों ने पंजाब के किसानों को जमीन सहित अन्य संसाधन
मुहैया करवाने की पेशकश की है, ताकि वहां कृषि व्यवसाय को बढ़ावा दिया जा
सके। इसके अलावा वहां के किसानों को यहां ट्रेनिंग भी दी जा रही है। इसके
अलावा कनाड़ा से भी सीफेट में पंजाब के किसानों के लिए आमंत्रण आया है।
उन्होंने बताया कि काफी किसानों ने इसके लिए अपना आवेदन भी दिया है। यह
पंजाब के उन किसानों के लिए तरक्की का बढि़या अवसर है जो यहां जमीन के कमी
के चलते कृषि व्यवसाय को नहीं बढ़ा पा रहे हैं।