धरने पर बैठे किसान नेता की हत्या

रोहतक।
इंडस्ट्रियल माडल टाउनशिप के लिए भूमि अधिग्रहण के विरोध में चल रहे धरने
पर बैठे आंदोलनकारियों के नेता और खेड़ी साध गांव के पूर्व सरपंच मनोज
सिंधु (40) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने भाग रहे हमलावरों में
से एक को मुठभेड़ में मार गिराया व चार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की
गोलियों से तीन हमलावर भी घायल हुए हैं। पूर्व सरपंच की हत्या के विरोध में
ग्रामीणों ने रोहतक-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात जाम कर दिया।
पूर्व सरपंच इनेलो की युवा इकाई के पदाधिकारी भी रह चुके थे।




वारदात गुरुवार सुबह लगभग 11 बजे हुई। किसान संघर्ष समिति के नेतृत्व में
पिछले करीब एक माह से आईएमटी चौक पर जमीन अधिग्रहण के विरोध में धरना चल
रहा है। रोज की तरह धरने पर संघर्ष समिति के सचिव और खेड़ी साध गांव के
पूर्व सरपंच मनोज सिंधु बैठे हुए थे। तभी धरनास्थल से कुछ दूरी पर एक
मारुति 800 आकर रुकी। उसमें पांच युवक सवार थे। तीन युवक तो कार पर ही बैठे
रहे और दो युवक धरना स्थल पर पहुंचे। दोनों ने पहले हुक्का पिया, फिर चाय
पी।




20 मिनट बाद टेंट के अंदर साथियों के साथ बैठे मनोज सिंधु के पास पहुंच गए।
वहां धरना दे रहे किसानों को समर्थन देने व 27 फरवरी को होने वाली समिति
की पंचायत के लिए पांच हजार रुपए का सहयोग देने की बात करने लगे। करीब 15
मिनट बाद अचानक एक युवक ने पिस्तौल निकाली और पूर्व सरपंच की कनपटी पर गोली
मार दी। पूर्व सरपंच ने बचाव के लिए हाथ उठाया, तभी दूसरे हमलावर ने गोली
चला दी। धरना स्थल पर हड़कंप मच गया। एक हमलावर रोहतक की तरफ व दूसरा करोर
गांव की तरफ भागा। रोहतक की तरफ भागे युवक को मारुति में सवार लोगों ने
बैठा लिया और भाग निकले।




दो हमलावर पानीपत के


वारदात की खबर मिलते ही पुलिस ने आसपास के इलाके की घेराबंदी कर दी। करोर
की तरफ भागे युवक को पुलिस ने सोनीपत रोड पर बोहर गांव के नजदीक घेर लिया।
पुलिस फायरिंग में हमलावर को गोली लगी और उसकी मौत हो गई। उसकी शिनाख्त
पानीपत के नारा गांव निवासी नीरज के रूप में हुई। दूसरी तरफ मारुति 800 से
भागे चारों युवकों को पुलिस की दूसरी टीम ने पहरावर गांव के खेतों में घेर
लिया। पुलिस के साथ आमने सामने की फायरिंग में तीन युवक घायल हो गए। जबकि
एक युवक को दबोच लिया गया। उसका नाम नाम प्रदीप है और वह भी पानीपत के नारा
गांव का रहने वाला है।




नीरज ने मारी गोली


जो तीन युवक पुलिस की गोलियों से घायल हुए हैं, उनमें से एक मनोज के ही
गांव खेड़ी साध का रहने वाला रवंींद्र है दूसरा पाकस्मा गांव का प्रवीण है।
एकयुवक युवक जींद जिले के करसिंधु गांव का सोनू है। मनोज को गोली मारने
वालों में एक तो नीरज था, लेकिन दूसरा कौन था यह बात पकड़े गए चारों
हमलावरों में से कोई पुलिस को बताने को तैयार नहीं है। तीनों युवकों का
पीजीआई रोहतक में इलाज चल रहा है। हमलावरों से दो पिस्तौल बरामद हुए हैं।




रंजिश में हुई हत्या


मनोज सिंधु की हत्या रंजिश के कारण हुई। मुठभेड़ के बाद पुलिस हत्थे चढ़े
गांव के ही युवक रवींद्र के बयान के आधार पर एसपी ने बताया कि पांच साल
पहले मनोज गांव का सरपंच था। इस दौरान उसने बेवजह उसके मकान को तुड़वा दिया
था। तब से रवींद्र पूर्व सरपंच से रंजिश रखे हुए था। कई बार दोनों के बीच
कहासुनी भी हो चुकी थी। इसी कारण रवींद्र ने मनोज को ठिकाने लगाने की साजिश
रची। इसके लिए पानीपत जिले के नारा गांव निवासी नीरज, प्रदीप, प्रवीण और
सोनू से संपर्क किया और एक लाख रुपए रवींद्र ने पहले दे दिए। उसने बकाया
राशि बाद में देने का वादा किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *