पटना.
बिहार में 8208 प्राथमिक स्कूल बिना भवनों के चल रहे हैं। मानव संसाधन
विकास राज्य मंत्री डी पुरंदेश्वरी ने आज लोकसभा में डां रघुवंश प्रसाद
सिंह के सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी देते हुए बताया कि बिहार में
8208 प्राथमिक स्कूलों के भवन नहीं हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य में 4496 स्कूल भवनों की पहले ही मंजूरी प्रदान की
गयी है लेकिन सामुदायिक या सरकारी भूमि उपलब्ध नहीं होने के कारण उनके
निर्माण में विलंब हो रहा है। पुरंदेश्वरी ने बताया कि बिहार में प्राथमिक
स्तर पर अध्यापकों के 4,79,219 पद स्वीकृत हैं। शिक्षा के अधिकार कानून के
तहत छात्र और अध्यापक के अनुपात संबंधी प्रावधान को पूरा करने के लिए
अतिरिक्त 96,534 अध्यापकों की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि इसके
अतिरिक्त प्राथमिक स्तर पर 27,696 अंशकालिक अनुदेशकों (इन्स्ट्रक्टर) की
जरूरत है
बिहार में 8208 प्राथमिक स्कूल बिना भवनों के चल रहे हैं। मानव संसाधन
विकास राज्य मंत्री डी पुरंदेश्वरी ने आज लोकसभा में डां रघुवंश प्रसाद
सिंह के सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी देते हुए बताया कि बिहार में
8208 प्राथमिक स्कूलों के भवन नहीं हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य में 4496 स्कूल भवनों की पहले ही मंजूरी प्रदान की
गयी है लेकिन सामुदायिक या सरकारी भूमि उपलब्ध नहीं होने के कारण उनके
निर्माण में विलंब हो रहा है। पुरंदेश्वरी ने बताया कि बिहार में प्राथमिक
स्तर पर अध्यापकों के 4,79,219 पद स्वीकृत हैं। शिक्षा के अधिकार कानून के
तहत छात्र और अध्यापक के अनुपात संबंधी प्रावधान को पूरा करने के लिए
अतिरिक्त 96,534 अध्यापकों की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि इसके
अतिरिक्त प्राथमिक स्तर पर 27,696 अंशकालिक अनुदेशकों (इन्स्ट्रक्टर) की
जरूरत है