नावाडीह में सरकारी चिकित्सकों का टोटा

नावाडीह (बेरमो) : लगभग 1 लाख 70 हजार की आबादी वाले नावाडीह प्रखंड
में सरकारी चिकित्सकों का टोटा है। कहने को तो नावाडीह प्रखंड में
स्वास्थ्य विभाग ने 6 चिकित्सकों को पदस्थापित किया है, किन्तु नावाडीह में
मात्र 3 चिकित्सक ही जनता को सेवा दे रहे हैं। इनमें दो महिला चिकित्सक
शामिल है। इस कारण मरीजों को समुचित स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल पा रहा है।
इतना ही नहीं हाल के दिनों में प्रखंड के विभिन्न स्वास्थ्य उपकेन्द्रों से
चिकित्सकों को हटा लेने से सभी स्वास्थ्य उपकेन्द्र चिकित्सक विहीन हो गये
है। प्रखंड मुख्यालय में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नावाडीह के अलावा तीन
अतिरिक्त स्वास्थ्य केन्द्र व तेरह उपस्वास्थ्य केन्द्र है। हाल के दिनों
डा. पीएन जैन का स्थानांतरण अन्यत्र हो जाने के बाद उक्त सीट खाली पड़ी है।
जबकि डा. अली कौसर गत 6 माह से बिना सूचना के लापता है। प्राथमिक स्वास्थ्य
केन्द्र नावाडीह के सूचना पट्ट पर 5 चिकित्सकों के नाम दर्ज हैं। इनमें
डॉ. बच्चा प्रसाद सिंह गत दो माह से एक मामले में हजारीबाग जेल में बंद
रहने के बावजूद उनकीजगह दूसरे चिकित्सक की प्रतिनियुक्त नहीं की गयी है।
महिला चिकित्सक डॉ. नजमा खातून व डा. शोभा सिन्हा को ही मात्र एक दिन के
बाद एक दिन नावाडीह अस्पताल की ड्यूटी पर लगाया गया है। जबकि प्रभारी
चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राजीव राजन निरंतर अस्पताल में रहकर लोगों को
हरसंभव स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने में लगे है। वहीं डॉ. उषा सिंह भी 1
फरवरी से लगातार अनुपस्थित है।

स्थिति से सीएस को करा दिया अवगत : डॉ. राजीव

नावाडीह : नावाडीह के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राजीव रंजन ने
बताया कि डॉ. अली कौसर व डॉ. बच्चा प्रसाद सिंह के लगातार अनुपस्थित रहने
की जानकारी उन्होंने कई बार जिले के सिविल सर्जन को दिया है। इसके अलावा
प्रखंड में चिकित्सकों की कमी की भी जानकारी दी है। डाक्टरों की कमी को
देखते हुए तत्काल उप स्वास्थ्य केन्द्र से चिकित्सकों को हटा कर नावाडीह
मुख्यालय बुला लिया गया है। इसकी जानकारी जिले को दी जा चुकी है। डॉ. रंजन
ने बताया कि नावाडीह में चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति होते ही उप स्वास्थ्य
केन्द्रों में चिकित्सक को लगा दिया जायेगा।

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