शिकायत पर कालका के गांवों में जमीन घोटालों की जांच शुरू

पंचकूला. कालका
व पिंजौर में शामलात जमीनों में करोड़ों की हेराफेरी की शिकायतें मिलने के
बाद डीसी आशिमा बराड़ ने कालका की एसडीएम वंदना दिसोदिया को मामले की जांच
सौंपी है।




कालका के गांव धमाला, मानकपुर नानकचंद, मानकपुर ठाकुरदास, सूरजपुर, रजीपुर
सहित कुछ अन्य गांवों में सैकड़ों एकड़ शामलात जमीन के अधिग्रहण, जमीनों की
फर्जी नामों से रजिस्ट्रियां करने, जमीन के हिस्सेदारों को मुआवजा देने की
प्रक्रिया, जमीनों पर अवैध कब्जों की जांच एसडीएम वंदना दिसोदिया ने शुरू
कर दी है। एसडीएम ने बताया कि विभिन्न गांवों की शामलात जमीन का रिकॉर्ड
चेक किया जाएगा। प्रशासन को इन जमीनों में अनियमितताओं की शिकायतें मिली
हैं।




वहीं, पुलिस ने पंचकूला के चौकी गांव में शामलात जमीन घोटाले की जांच शुरू
कर दी है। इसकी जांच हरियाणा पुलिस के सीआईडी/क्राइम विभाग के डीएसपी अशोक
बख्शी कर रहे हैं। इस संबंध में जल्द ही राजस्व विभाग के अधिकारियों से
पूछताछ हो सकती है। प्रारंभिक जांच में पुलिस को पता चला है कि अधिग्रहित
जमीन का मुआवजा दिए जाने से पहले जिला कलेक्टर द्वारा जमीन को उसके
हिस्सेदारों में बांटा जाता है। इसके लिए जमीन मालिकों के टाइटल बनाए जाते
हैं।




उसके बाद जमीन उनके नाम होती और उन्हें उनके हिस्से के अनुसार मुआवजा मिलता
है। चौकी गांव के जमीन अधिग्रहण और मुआवजा बांटने के दौरान इन नियमों का
पालन नहीं किया गया। चौकी गांव की मुख्तयारी देवी ने हरियाणा के
मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को शामलात जमीन घोटाले की शिकायत दी थी।
पुलिस ने बुधवार को थाना चंडीमंदिर में राजस्व विभाग के अधिकारियों के
खिलाफ धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप में केस दर्ज किया था। पुलिस इस केस
में वर्ष 1985 से लेकर 2005 तक तैनात रहे राजस्व विभाग के अफसरों से पूछताछ
करेगी।

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