रायपुर.मुख्यमंत्री
डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि किसी भी देश अथवा राज्य की आर्थिक मजबूती के
लिए जरूरी है कि हमारे किसान भी आर्थिक दृष्टि से खुशहाल हों। डॉ. सिंह ने
कहा कि कृषि क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं भी सबसे ज्यादा हैं।
मुख्यमंत्री ने आज यहां पंजाब नेशनल बैंक की दस नई शाखाओं और उनमें दस
ए.टी.एम. मशीनों का शुभारंभ करते हुए इस आशय के विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों के बीच बैकिंग सेवाओं की काफी बेहतर
गुंजाइश है। डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसग़ढ अगले दस वर्ष में देश की सबसे
तेजी से विकसित होती अर्थ व्यवस्था वाले राज्य के रूप में उभरेगा।
बैंक द्वारा ये नई शाखाएं राजधानी रायपुर के पचप़ेढी नाका और दो नए जिला
मुख्यालयों बीजापुर तथा नारायणपुर सहित सरायपाली (जिला महासमुंद), कटघोरा
(जिला कोरबा), तिल्दा (जिला रायपुर), अम्बिकापुर (जिला सरगुजा), कांकेर
(जिला उत्तर बस्तर), तिलई (जिला राजनांदगांव) और निहारिका रोड, कोरबा में
शुरू की गयी हैं।
इन्हें मिलाकर राज्य में अब पंजाब नेशनल बैंक की शाखाओं की संख्या 71 और उनमें ए.टी.एम. बूथो की संख्या १क्क् तक पहुंच गई है।
डॉ. सिंह ने कहा कि हाल के वर्षो में किफायती कृषि ऋण सुविधा सहित राज्य
सरकार की विभिन्न योजनाओं के जरिए कृषि क्षेत्र में छत्तीसगढ़ की विकास दर
अब 4.92 प्रतिशत हो गयी है, जिसे बढ़ाकर सात प्रतिशत तक पहुंचाने का लक्ष्य
है।
राज्य निर्माण के विगत दस वर्ष में छत्तीसग़ढ में प्रति व्यक्ति औसत
वार्षिक आमदनी दस हजार 600 रूपए से ब़ढकर अब 38 हजार रूपए तक पहुंच गयी है।
निकट भविष्य में इसे ब़ढाकर प्रतिव्यक्ति पचास हजार रूपए करने का लक्ष्य
है। कृषि मंत्री श्री चन्द्रशेखर साहू ने इस अवसर पर कहा कि राज्य में
महिला स्व-सहायता समूहों की आर्थिक भूमिका को और ज्यादा प्रभावी बनाने में
भी पंजाब नेशनल बैंक का योगदान काफी महत्वपूर्ण है।
राज्य सरकार ने जिस प्रकार अपनी योजनाओं के जरिए इन महिला समूहों को
सामाजिक-आर्थिक रूप से सबल बनाने का प्रयास किया है, उसमें बैंक की
भागीदारी का भी विशेष महत्व है।
कृषि मंत्री श्री साहू की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में पंजाब नेशनल
बैंक के अध्यक्ष सह-प्रबंध निदेशक के.आर.कामत, पद्मश्री सम्मान प्राप्त
राजनांदगांव के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. पुखराज बाफना, शक्ति पुरस्कार से
सम्मानित राजांदगांव की श्रीमती फूलबासन यादव सहित बैंक के अनेक वरिष्ठ
अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित थे।
सेवाओं का विस्तार कर रहा बैंक : कामत
पीएनबीके सीएमडी श्री कामत ने बताया कि बैंक प्रदेश में अपनी सेवाओं का
विस्तार कर रहा है। इसके साथ ही पीएनबी अपनी 71 सीबीएस शाखाओं के साथ सभी
जिलों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ मंडल ने वर्ष दर वर्ष आधार पर अपने कुल
व्यवसाय में 34 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है। राज्य के बैंकिंग सिस्टम में
इसका 7 फीसदी योगदान है।
वहीं अखिल भारतीय स्तर पर कुल कारोबार में 26.2 फीसदी की वृद्धि के साथ
बैंक ने पांच लाख करोड़ रुपए का माइलस्टोन भी पार कर लिया है।
दृष्टिहीन भी निकाल सकते हैं पैसा
बैंक की ओर से ग्राम-चंदखुरी, जिला रायपुर में बायोमैट्रिक एटीएम का
शुभारंभ भी किया गया है, जो कि राज्य में इस तरह का पहला एटीएम है। इससे
बिना पढ़ा-लिखा व्यक्ति और दृष्टिहीन भी पैसा निकाल सकते हैं। इसके अलावा
बैंक ने वैट के ऑनलाइन भुगतान की सुविधा भी शुरू की है।
डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि किसी भी देश अथवा राज्य की आर्थिक मजबूती के
लिए जरूरी है कि हमारे किसान भी आर्थिक दृष्टि से खुशहाल हों। डॉ. सिंह ने
कहा कि कृषि क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं भी सबसे ज्यादा हैं।
मुख्यमंत्री ने आज यहां पंजाब नेशनल बैंक की दस नई शाखाओं और उनमें दस
ए.टी.एम. मशीनों का शुभारंभ करते हुए इस आशय के विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों के बीच बैकिंग सेवाओं की काफी बेहतर
गुंजाइश है। डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसग़ढ अगले दस वर्ष में देश की सबसे
तेजी से विकसित होती अर्थ व्यवस्था वाले राज्य के रूप में उभरेगा।
बैंक द्वारा ये नई शाखाएं राजधानी रायपुर के पचप़ेढी नाका और दो नए जिला
मुख्यालयों बीजापुर तथा नारायणपुर सहित सरायपाली (जिला महासमुंद), कटघोरा
(जिला कोरबा), तिल्दा (जिला रायपुर), अम्बिकापुर (जिला सरगुजा), कांकेर
(जिला उत्तर बस्तर), तिलई (जिला राजनांदगांव) और निहारिका रोड, कोरबा में
शुरू की गयी हैं।
इन्हें मिलाकर राज्य में अब पंजाब नेशनल बैंक की शाखाओं की संख्या 71 और उनमें ए.टी.एम. बूथो की संख्या १क्क् तक पहुंच गई है।
डॉ. सिंह ने कहा कि हाल के वर्षो में किफायती कृषि ऋण सुविधा सहित राज्य
सरकार की विभिन्न योजनाओं के जरिए कृषि क्षेत्र में छत्तीसगढ़ की विकास दर
अब 4.92 प्रतिशत हो गयी है, जिसे बढ़ाकर सात प्रतिशत तक पहुंचाने का लक्ष्य
है।
राज्य निर्माण के विगत दस वर्ष में छत्तीसग़ढ में प्रति व्यक्ति औसत
वार्षिक आमदनी दस हजार 600 रूपए से ब़ढकर अब 38 हजार रूपए तक पहुंच गयी है।
निकट भविष्य में इसे ब़ढाकर प्रतिव्यक्ति पचास हजार रूपए करने का लक्ष्य
है। कृषि मंत्री श्री चन्द्रशेखर साहू ने इस अवसर पर कहा कि राज्य में
महिला स्व-सहायता समूहों की आर्थिक भूमिका को और ज्यादा प्रभावी बनाने में
भी पंजाब नेशनल बैंक का योगदान काफी महत्वपूर्ण है।
राज्य सरकार ने जिस प्रकार अपनी योजनाओं के जरिए इन महिला समूहों को
सामाजिक-आर्थिक रूप से सबल बनाने का प्रयास किया है, उसमें बैंक की
भागीदारी का भी विशेष महत्व है।
कृषि मंत्री श्री साहू की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में पंजाब नेशनल
बैंक के अध्यक्ष सह-प्रबंध निदेशक के.आर.कामत, पद्मश्री सम्मान प्राप्त
राजनांदगांव के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. पुखराज बाफना, शक्ति पुरस्कार से
सम्मानित राजांदगांव की श्रीमती फूलबासन यादव सहित बैंक के अनेक वरिष्ठ
अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित थे।
सेवाओं का विस्तार कर रहा बैंक : कामत
पीएनबीके सीएमडी श्री कामत ने बताया कि बैंक प्रदेश में अपनी सेवाओं का
विस्तार कर रहा है। इसके साथ ही पीएनबी अपनी 71 सीबीएस शाखाओं के साथ सभी
जिलों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ मंडल ने वर्ष दर वर्ष आधार पर अपने कुल
व्यवसाय में 34 फीसदी की वृद्धि दर्ज की है। राज्य के बैंकिंग सिस्टम में
इसका 7 फीसदी योगदान है।
वहीं अखिल भारतीय स्तर पर कुल कारोबार में 26.2 फीसदी की वृद्धि के साथ
बैंक ने पांच लाख करोड़ रुपए का माइलस्टोन भी पार कर लिया है।
दृष्टिहीन भी निकाल सकते हैं पैसा
बैंक की ओर से ग्राम-चंदखुरी, जिला रायपुर में बायोमैट्रिक एटीएम का
शुभारंभ भी किया गया है, जो कि राज्य में इस तरह का पहला एटीएम है। इससे
बिना पढ़ा-लिखा व्यक्ति और दृष्टिहीन भी पैसा निकाल सकते हैं। इसके अलावा
बैंक ने वैट के ऑनलाइन भुगतान की सुविधा भी शुरू की है।