लुधियाना।
पंजाब में नेशनल रूरल हेल्थ मिशन (एनआरएचएम) प्रोजेक्ट को ब्रेक लग सकती
है। इस प्रोजेक्ट में काम कर रहे कांट्रेक्ट बेस के कर्मचारियों ने सरकार
के खिलाफ हड़ताल की योजना बना ली है। एनआरएचएम इंप्लाइज यूनियन ने सरकार को
अल्टीमेटम दिया है कि सात फरवरी तक अगर उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं,
तो कार्यकर्ता बेमियादी हड़ताल पर चले जाएंगे। यह घोषणा यूनियन के प्रदेश
प्रधान सर्बजीत सिंह कालख ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए की।
कालख ने बताया कि राज्य में एनआरएचएम प्रोजेक्ट के तहत काम कर रहे
कार्यकर्ताओं को अन्य प्रदेशों की तुलना में कम वेतन मिल रहा है। सरकार
वेतन बढ़ाने के बजाए सिर्फ आश्वासन दे रही है। अभी सरकार ने उन्हें सात
फरवरी तक का वक्त दिया है और उन्हें भरोसा दिलाया है कि उनकी मांगों पर
विचार किया जाएगा। कालख ने साफ कर दिया कि सात फरवरी के बाद कलम छोड़ हडताल
करेंगे। उन्होंने बताया कि बिहार में कर्मचारियों का वेतन पंजाब के
मुकाबले दोगुना है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने कर्मचारियों के लिए
कोई सर्विस रूल भी नहीं बनाए हैं।