गुड़गांव।
नगर निगम द्वारा गांव नाथूपुर के पास अरावली पहाड़ी में बनाए जा रहे
बायोडायवर्सिटी पार्क में फरवरी-मार्च के दौरान 15000 पौधे लगाए जाएंगे।
पार्क के रख-रखाव पर प्रति माह 4 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। जल संग्रहण के
लिए बरसात के दौरान तालाब बनाए जाएंगे। मानसून से पहले 6-7 वाटर बॉडी पार्क
बनाए जाएंगे। गुरुवार को बायोडायवर्सिटी पार्क सोसायटी की दूसरी मासिक
बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव पारित किया गया। गुड़गांव नगर निगम कमिश्नर
राजेश खुल्लर की अध्यक्षता में आयोजित पार्क सोसायटी की बैठक में सोसायटी
ने कई अहम फैसले लिए।
निगम कमिश्नर ने पार्क में दो महीने में 15000 पौधे लगवाने का लक्ष्य रखा।
पौधे लगाने की जिम्मेवारी वन विकास निगम को सौंपी गई। सभी सदस्यों ने
सर्वसम्मति से पार्क क्षेत्र में जंगली कीकर के पेड़ों को हटा कर फल व
छायादार पेड़ लगाने का फैसला लिया। इसके अलावा पार्क में बनाई जा रही
परिक्रमा के साथ-साथ फूलों के पौधे लगवाने का निर्णय लिया गया।
बायोडायवर्सिटी पार्क समिति की अलग वेबसाइट बनाने का निर्णय भी लिया गया और
इस वेबसाइट का लिंक गुड़गांव नगर निगम की वेबसाइट से भी होगा। इससे पार्क
के दूसरे फेज की विजन प्लान डाली जाएगी, ताकि लोग उसे देख कर अपने सुझाव
ई-मेल के द्वारा समिति को भेज सकें।
उखाड़ने की बजाय पार्क में रोपित होगा पेड़ : पहले फेज में 100 एकड़
क्षेत्र में विकसित पार्क के रख-रखाव के लिए समिति द्वारा प्रति वर्गमीटर
एक रुपए की दर से 4 लाख रुपए मासिक बजट के प्रस्ताव को पारित किया गया।
रख-रखाव की जिम्मेवारी गैर-सरकारी संस्था को सौंपी जाएगी। सदस्यों ने जल
संग्रहण के लिए बरसात के मौसम से पहले तालाब बनवाने, मानसून से पहले 6-7
वाटर बॉडी पार्क तैयार करने का प्रस्ताव भी पास किया गया। बैठक में निर्णय
लिया गया कि जिले में कही भी बरगद, पीपल, पिल्खन तथा गुल्लर के पेड़ हटाने
की जरूरत पड़ी तो, उसे काटने की बजाय वहां से उखाड़ कर बायोडायवर्सिटी
पार्क में रोपित किया जाए। बैठक में उपस्थित वन विकास निगम के क्षेत्रीय
प्रबंधक सुभाष यादव ने बताया कि केवल इन चार किस्मों के ही पेड़ों को उखाड़
कर दूसरे स्थान पर लगाया जा सकता है।
सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से पार्क की सुरक्षा के लिए निजी एजेन्सी के
माध्यम से सुरक्षाकर्मी तैनात करने, सफाई कर्मी तथा माली लगाने के प्रस्ताव
को भी मंजूरी दी। इसके अलावा पार्क परिसर में कूड़ादान नगर निगम द्वारा
रखवाए जाएगे और पार्क की चारदीवारी बनवाने व लाइटिंग की व्यवस्था भी नगर
निगम करेगा। बैठक में जिले के डीसी राजेंद्र कटारिया, हुडा प्रशासक नितिन
यादव, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त वाईएस गुप्ता, निगम के मुख्य लेखा
अधिकारी एएस डहिनवाल, साइबर सिटी वेल्फेयर सोसाइटी के अध्यक्ष सुबिंद्रजीत
खुराना, आईएम गुड़गांव से अटल कपूर व लतिका ठुकराल तथा डीएलएफ सिटी से
सुधीर कपूर उपस्थित थे।
नगर निगम द्वारा गांव नाथूपुर के पास अरावली पहाड़ी में बनाए जा रहे
बायोडायवर्सिटी पार्क में फरवरी-मार्च के दौरान 15000 पौधे लगाए जाएंगे।
पार्क के रख-रखाव पर प्रति माह 4 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। जल संग्रहण के
लिए बरसात के दौरान तालाब बनाए जाएंगे। मानसून से पहले 6-7 वाटर बॉडी पार्क
बनाए जाएंगे। गुरुवार को बायोडायवर्सिटी पार्क सोसायटी की दूसरी मासिक
बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव पारित किया गया। गुड़गांव नगर निगम कमिश्नर
राजेश खुल्लर की अध्यक्षता में आयोजित पार्क सोसायटी की बैठक में सोसायटी
ने कई अहम फैसले लिए।
निगम कमिश्नर ने पार्क में दो महीने में 15000 पौधे लगवाने का लक्ष्य रखा।
पौधे लगाने की जिम्मेवारी वन विकास निगम को सौंपी गई। सभी सदस्यों ने
सर्वसम्मति से पार्क क्षेत्र में जंगली कीकर के पेड़ों को हटा कर फल व
छायादार पेड़ लगाने का फैसला लिया। इसके अलावा पार्क में बनाई जा रही
परिक्रमा के साथ-साथ फूलों के पौधे लगवाने का निर्णय लिया गया।
बायोडायवर्सिटी पार्क समिति की अलग वेबसाइट बनाने का निर्णय भी लिया गया और
इस वेबसाइट का लिंक गुड़गांव नगर निगम की वेबसाइट से भी होगा। इससे पार्क
के दूसरे फेज की विजन प्लान डाली जाएगी, ताकि लोग उसे देख कर अपने सुझाव
ई-मेल के द्वारा समिति को भेज सकें।
उखाड़ने की बजाय पार्क में रोपित होगा पेड़ : पहले फेज में 100 एकड़
क्षेत्र में विकसित पार्क के रख-रखाव के लिए समिति द्वारा प्रति वर्गमीटर
एक रुपए की दर से 4 लाख रुपए मासिक बजट के प्रस्ताव को पारित किया गया।
रख-रखाव की जिम्मेवारी गैर-सरकारी संस्था को सौंपी जाएगी। सदस्यों ने जल
संग्रहण के लिए बरसात के मौसम से पहले तालाब बनवाने, मानसून से पहले 6-7
वाटर बॉडी पार्क तैयार करने का प्रस्ताव भी पास किया गया। बैठक में निर्णय
लिया गया कि जिले में कही भी बरगद, पीपल, पिल्खन तथा गुल्लर के पेड़ हटाने
की जरूरत पड़ी तो, उसे काटने की बजाय वहां से उखाड़ कर बायोडायवर्सिटी
पार्क में रोपित किया जाए। बैठक में उपस्थित वन विकास निगम के क्षेत्रीय
प्रबंधक सुभाष यादव ने बताया कि केवल इन चार किस्मों के ही पेड़ों को उखाड़
कर दूसरे स्थान पर लगाया जा सकता है।
सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से पार्क की सुरक्षा के लिए निजी एजेन्सी के
माध्यम से सुरक्षाकर्मी तैनात करने, सफाई कर्मी तथा माली लगाने के प्रस्ताव
को भी मंजूरी दी। इसके अलावा पार्क परिसर में कूड़ादान नगर निगम द्वारा
रखवाए जाएगे और पार्क की चारदीवारी बनवाने व लाइटिंग की व्यवस्था भी नगर
निगम करेगा। बैठक में जिले के डीसी राजेंद्र कटारिया, हुडा प्रशासक नितिन
यादव, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त वाईएस गुप्ता, निगम के मुख्य लेखा
अधिकारी एएस डहिनवाल, साइबर सिटी वेल्फेयर सोसाइटी के अध्यक्ष सुबिंद्रजीत
खुराना, आईएम गुड़गांव से अटल कपूर व लतिका ठुकराल तथा डीएलएफ सिटी से
सुधीर कपूर उपस्थित थे।