सरकार का दावा: एक दो मौतों में ही कर्ज है कारण

भोपाल.
राज्य सरकार ने फिर कहा है कि किसान कर्ज के कारण आत्महत्या नहीं कर रहे
हैं। संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को कहा कि ऐसे मामले एक
दो ही हैं, जिनमें आत्महत्या की वजह कर्ज है। अन्य मौतों के कारण अलग-अलग
हैं।




मिश्रा ने केंद्र सरकार पर पाला प्रभावित किसानों को मदद नहीं देने का आरोप
लगाया। उन्होंने इस मामले में प्रदेशस्तर पर सर्वदलीय बैठक बुलाने से भी
इंकार किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सबसे सहयोग लेने को तैयार है।
मिश्रा ने कहा कि केंद्र से कोई मदद नहीं मिलने के बावजूद राज्य सरकार अब
तक पाला पीड़ित 25 हजार किसानों को छह करोड़ रुपए मुआवजा बांट चुकी है।
जिलों को अब तक 154 करोड़ रुपए मुआवजा बांटने के लिए जारी किए गए हैं।




उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से विशेष पैकेज के तहत 1505 करोड़ रुपए
अंतरिम राहत की मांग की गई है। इस मामले में मप्र में कांग्रेस के 12 सांसद
और चार मंत्रियों से मदद लेने के सवाल पर मिश्रा ने कहा कि हम सबसे सहयोग
लेंगे।


भारतीय किसान संघ की 51 में से आधी मांगें पूरी करने का दावा करते हुए
संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि बाकी आश्वासन पूरे करने की प्रक्रिया जारी
है।

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