रायपुर.संजीवनी
एक्सप्रेस एंबुलेंस 25 जनवरी से दौड़ने लगेगी। 108 डायल करते ही यह 15
मिनट में पहुंच जाएगी। बीमारों और घायलों को अस्पताल पहुंचाकर उनकी जिंदगी
बचाने में यह मददगार साबित होगी। इसके एवज में न तो एंबुलेंस का किराया
लिया जाएगा और न ही पेट्रोल खर्च। संजीवनी एक्सप्रेस बिलकुल मुफ्त में मदद
करेगी।
एंबुलेंस बुलाने के लिए फोन करने का भी शुल्क नहीं लगेगा। मुख्यमंत्री डा.
रमन सिंह इस सुविधा का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। नव निर्मित डेंटल कालेज की ऊ
परी मंजिल पर संजीवनी एक्सप्रेस का कॉल सेंटर बनाया गया है।
यहीं से इसकी मानीटरिंग होगी। रविवार को स्वास्थ्य विभाग के सचिव विकासशील
और इस योजना के नोडल अफसर डा. अजय दानी ने पत्रकार वार्ता में इसके बारे
में जानकारी दी। राज्य शासन द्वारा जीवीके रेड्डी इमरजेंसी मैनेजमेंट एंड
रिसर्च के माध्यम से यह सुविधा शुरू की जा रही है।
पत्रकार वार्ता में छत्तीसगढ़ के चीफ आपरेटिंग आफिसर पुरुषोत्तम वर्मा,
मप्र के आपरेटिंग आफिसर राजेश वाघमारे और रीजनल चीफ आपरेटिंग अफसर के
श्रीधर मौजूद थे। पत्रकार वार्ता में बताया गया कि रायपुर जिले के अलावा
बस्तर में यह सुविधा शुरू की जा रही है।
रायपुर जिले के लिए 25 और बस्तर के लिए 11 बसें रखने का निर्णय लिया गया है।
संजीवनी एक्सप्रेस का कार्यक्षेत्र 25 किलोमीटर तय किया गया है। यानी एक
संजीवनी बस 25 किलोमीटर के दायरे में दौड़ेगी। राजधानी में जिला अस्पताल
सहित 8 विभिन्न स्थानों पर बस खड़ी रहेगी।
कहीं-कहीं थानों में भी रखा जा सकता है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में
विकासखंड मुख्यालय में एक बस रखी जाएगी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में
भी एक-एक गाड़ी रहेगी।
इन्हें मिलेगी सुविधा
> गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने।
> शून्य से पांच साल तक बच्चे को अस्पताल पहुंचाने।
> दुर्घटना में जख्मी लोगों को।
> सरकारी के साथ-साथ प्राइवेट अस्पताल भी पहुंचाएगी बस।
एक्सप्रेस एंबुलेंस 25 जनवरी से दौड़ने लगेगी। 108 डायल करते ही यह 15
मिनट में पहुंच जाएगी। बीमारों और घायलों को अस्पताल पहुंचाकर उनकी जिंदगी
बचाने में यह मददगार साबित होगी। इसके एवज में न तो एंबुलेंस का किराया
लिया जाएगा और न ही पेट्रोल खर्च। संजीवनी एक्सप्रेस बिलकुल मुफ्त में मदद
करेगी।
एंबुलेंस बुलाने के लिए फोन करने का भी शुल्क नहीं लगेगा। मुख्यमंत्री डा.
रमन सिंह इस सुविधा का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। नव निर्मित डेंटल कालेज की ऊ
परी मंजिल पर संजीवनी एक्सप्रेस का कॉल सेंटर बनाया गया है।
यहीं से इसकी मानीटरिंग होगी। रविवार को स्वास्थ्य विभाग के सचिव विकासशील
और इस योजना के नोडल अफसर डा. अजय दानी ने पत्रकार वार्ता में इसके बारे
में जानकारी दी। राज्य शासन द्वारा जीवीके रेड्डी इमरजेंसी मैनेजमेंट एंड
रिसर्च के माध्यम से यह सुविधा शुरू की जा रही है।
पत्रकार वार्ता में छत्तीसगढ़ के चीफ आपरेटिंग आफिसर पुरुषोत्तम वर्मा,
मप्र के आपरेटिंग आफिसर राजेश वाघमारे और रीजनल चीफ आपरेटिंग अफसर के
श्रीधर मौजूद थे। पत्रकार वार्ता में बताया गया कि रायपुर जिले के अलावा
बस्तर में यह सुविधा शुरू की जा रही है।
रायपुर जिले के लिए 25 और बस्तर के लिए 11 बसें रखने का निर्णय लिया गया है।
संजीवनी एक्सप्रेस का कार्यक्षेत्र 25 किलोमीटर तय किया गया है। यानी एक
संजीवनी बस 25 किलोमीटर के दायरे में दौड़ेगी। राजधानी में जिला अस्पताल
सहित 8 विभिन्न स्थानों पर बस खड़ी रहेगी।
कहीं-कहीं थानों में भी रखा जा सकता है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में
विकासखंड मुख्यालय में एक बस रखी जाएगी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में
भी एक-एक गाड़ी रहेगी।
इन्हें मिलेगी सुविधा
> गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने।
> शून्य से पांच साल तक बच्चे को अस्पताल पहुंचाने।
> दुर्घटना में जख्मी लोगों को।
> सरकारी के साथ-साथ प्राइवेट अस्पताल भी पहुंचाएगी बस।