अम्बाला. पिछले
महीने बिगड़े हालातों से सरकार ने कोई सबक नहीं लिया। इस बार भी जिला
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने राशन डिपो में प्रति हरे कार्ड पर 5 किलो के
हिसाब से गेहूं अलॉट किया है, जबकि आदेश प्रति कार्ड 15 किलो गेहूं बांटने
के हैं। तय है इस बार भी सैकड़ों लोगों को गेहूं नहीं मिलेगा। पिछले महीने
भी ऐसा ही हुआ था। जिले में कई राशन डिपो पर सिर फुटव्वल की स्थिति बन गई
थी। इस स्थिति से बचने के लिए कई डिपोधारकों ने तो गेहूं उठाया ही नहीं था।
हालात इस बार भी ऐसे ही बन रहे हैं।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने बीते महीने की तरह इस महीने फिर एपीएल श्रेणी
के कार्डधारकों को 5 किलो प्रति कार्ड के हिसाब से गेहूं अलॉट किया है।
विभाग ने सामान्य श्रेणी के राशन कार्ड (हरा) पर 15 किलो गेहूं देने के
आदेश दिए हैं। डिपो पर गेहूं लेने जो कार्डधारक पहले पहुंचेगा वह तो थैले
में 15 किलो गेहूं लेकर आएगा। बाद में पहुंचने वाले को खाली हाथ ही वापस
होना पड़ेगा। इसी वजह से डिपोधारकों में अफरा-तफरी की स्थिति बनी हुई है।
गेहूं वितरण के समय डिपोधारकों और कार्डधारकों के बीच नोंक झोंक होना
स्वाभाविक है।
5 किलो के हिसाब से अलॉट हुआ गेहूं
कई महीने से हरे राशन कार्डधारकों को हर माह 15 किलो गेहूं 6.86 रुपए के
हिसाब से बंटवाया जा रहा है। बीते महीने से एपीएल श्रेणी के तहत अलॉट होने
वाले गेहूं का समीकरण बिगड़ गया है। विभाग के आलाधिकारियों के आदेशानुसार
जिले के एपीएल श्रेणी के प्रत्येक राशनकार्ड धारकों के हिसाब से 5 किलो
प्रति कार्ड की ही एलोकेशन हुई है, जबकि एपीएल श्रेणी के राशनकार्ड धारकों
को 15 किलो के हिसाब से गेहूं वितरित किया जाना है।
विभाग की तरफ से डिपोधारकों को हिदायत दी गई है कि पहले आओ पहले पाओ के
आधार पर कार्डधारकों को गेहूं वितरित करना है। दिसम्बर महीने की तरह जनवरी
के लिए भी प्रति राशन कार्ड 5 किलो के हिसाब से ही गेहूं का आवंटन किया गया
है।
पिछले महीने इन डिपोधारकों ने नहीं उठाए थे गेहूं
दिसम्बर महीने में छह डिपोधारकों ने एपीएल परिवारों के गेहूं नहीं उठाए थे।
इनमें कैंट के 12 क्रास रोड एरिया के डिपोधारक अजय कुमार, करधान पंचायत की
सावन विहार कालोनी के राजीव कुमार, करधान पंचायत की अमरपुरी कालोनी के
लक्ष्मण ने गेहूं नहीं उठाई। महमूदपुर के डिपोधारक जितेंदर कुमार व राकेश
कुमार और समालखा गांव के डिपोधारक जसबीर ने भी एपीएल परिवारों को आंवटित
गेहूं नहीं उठाए थे।
कार्रवाई अधर में
विभागीय अधिकारियों ने नियमों काहवाला देते हुए कहा था कि जिन डिपोधारकों
ने नियमों के खिलाफ जाकर एपीएल का गेहूं नहीं उठाया, उनके विरुद्ध कार्रवाई
की जाएगी। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग कैंट आफिस के अधिकारियों ने डिफाल्टर
डिपोधारकों की लिस्ट तैयार कर ली है। एक-दो दिन के भीतर जिला खाद्य एवं
आपूर्ति नियंत्रक के पास डिफाल्टरों की लिस्ट पहुंचने की कवायद हो रही है।
जनवरी माह की एलोकेशन भी अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। ऐसे हालात में
अधिकारी डिफाल्टर डिपोधारकों के खिलाफ क्या कार्रवाई करेंगे, इसका सहज
अंदाजा लगाया जा सकता है। डिपोधारकों की मनमानी पर पाबंदी लगाने के लिए
जुर्माना समेत डिपो का लाइसेंस तक रद्द किए जाने का प्रावधान है।
हेराफेरी की संभावनाएं बढ़ने के आसार
पिछले महीने की तरह इस माह भी खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की तरफ से बंटवाए
जाने वाले एपीएल श्रेणी के गेहूं में हेराफेरी किए जाने की संभावनाओं से
इंकार नहीं किया जा सकता। लोगों का कहना है कि डिपोधारक के चहेते 15 किलो
गेहूं ले जाते हैं वहीं अन्य लोग चक्कर काटते रह जाते हैं। विभाग की तरफ से
तो प्रति हरे राशनकार्ड धारक के लिए महज 5 किलो के हिसाब से गेहूं का
आवंटन किया गया है।
गेहूं वितरण के दौरान डिपोधारकों की मनमर्जी चलेगी। दिसम्बर महीने में कैंट
के वार्ड नंबर 13 के डिपोधारक रणबीर सिंह ने आदेशों की धज्जियां उड़ाते
हुए 15 किलो की बजाय 10 किलो प्रति राशनकार्ड के हिसाब से गेहूं वितरित
किया था। जागरूक कार्डधारकों ने जब विरोध किया तो डिपोधारक ने कहा कि वह तो
10 किलो गेहूं प्रति राशनकार्ड के हिसाब से बांटेगा। जहां मर्जी हो शिकायत
कर लो। मामला तूल पकड़ने के बाद विभागीय अधिकारियों ने कार्रवाई करते हुए
उक्त डिपोधारक को जनवरी माह में मिलने वाली सप्लाई पर रोक लगा दी गई है।
डीएफएससी करेंगे कार्रवाई
इस महीने एपीएल केटेगरी के कार्डधारकों के लिए 5 किलो के हिसाब से गेहूं
अलॉट होने की खबर है। दिसम्बर के डिफाल्टर डिपोधारकों की लिस्ट तैयार है।
किन्हीं कारणों से लिस्ट आज मैं डीएफएससी आफिस तक भेज नहीं सका। अगले दिन
भेज दी जाएगी। उनके खिलाफ जो कार्रवाई बनती है वह डीएफएससी ही करेंगे।
सुरेंद्र अरोड़ा, एएफएसओ, कैंट।
महीने बिगड़े हालातों से सरकार ने कोई सबक नहीं लिया। इस बार भी जिला
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने राशन डिपो में प्रति हरे कार्ड पर 5 किलो के
हिसाब से गेहूं अलॉट किया है, जबकि आदेश प्रति कार्ड 15 किलो गेहूं बांटने
के हैं। तय है इस बार भी सैकड़ों लोगों को गेहूं नहीं मिलेगा। पिछले महीने
भी ऐसा ही हुआ था। जिले में कई राशन डिपो पर सिर फुटव्वल की स्थिति बन गई
थी। इस स्थिति से बचने के लिए कई डिपोधारकों ने तो गेहूं उठाया ही नहीं था।
हालात इस बार भी ऐसे ही बन रहे हैं।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने बीते महीने की तरह इस महीने फिर एपीएल श्रेणी
के कार्डधारकों को 5 किलो प्रति कार्ड के हिसाब से गेहूं अलॉट किया है।
विभाग ने सामान्य श्रेणी के राशन कार्ड (हरा) पर 15 किलो गेहूं देने के
आदेश दिए हैं। डिपो पर गेहूं लेने जो कार्डधारक पहले पहुंचेगा वह तो थैले
में 15 किलो गेहूं लेकर आएगा। बाद में पहुंचने वाले को खाली हाथ ही वापस
होना पड़ेगा। इसी वजह से डिपोधारकों में अफरा-तफरी की स्थिति बनी हुई है।
गेहूं वितरण के समय डिपोधारकों और कार्डधारकों के बीच नोंक झोंक होना
स्वाभाविक है।
5 किलो के हिसाब से अलॉट हुआ गेहूं
कई महीने से हरे राशन कार्डधारकों को हर माह 15 किलो गेहूं 6.86 रुपए के
हिसाब से बंटवाया जा रहा है। बीते महीने से एपीएल श्रेणी के तहत अलॉट होने
वाले गेहूं का समीकरण बिगड़ गया है। विभाग के आलाधिकारियों के आदेशानुसार
जिले के एपीएल श्रेणी के प्रत्येक राशनकार्ड धारकों के हिसाब से 5 किलो
प्रति कार्ड की ही एलोकेशन हुई है, जबकि एपीएल श्रेणी के राशनकार्ड धारकों
को 15 किलो के हिसाब से गेहूं वितरित किया जाना है।
विभाग की तरफ से डिपोधारकों को हिदायत दी गई है कि पहले आओ पहले पाओ के
आधार पर कार्डधारकों को गेहूं वितरित करना है। दिसम्बर महीने की तरह जनवरी
के लिए भी प्रति राशन कार्ड 5 किलो के हिसाब से ही गेहूं का आवंटन किया गया
है।
पिछले महीने इन डिपोधारकों ने नहीं उठाए थे गेहूं
दिसम्बर महीने में छह डिपोधारकों ने एपीएल परिवारों के गेहूं नहीं उठाए थे।
इनमें कैंट के 12 क्रास रोड एरिया के डिपोधारक अजय कुमार, करधान पंचायत की
सावन विहार कालोनी के राजीव कुमार, करधान पंचायत की अमरपुरी कालोनी के
लक्ष्मण ने गेहूं नहीं उठाई। महमूदपुर के डिपोधारक जितेंदर कुमार व राकेश
कुमार और समालखा गांव के डिपोधारक जसबीर ने भी एपीएल परिवारों को आंवटित
गेहूं नहीं उठाए थे।
कार्रवाई अधर में
विभागीय अधिकारियों ने नियमों काहवाला देते हुए कहा था कि जिन डिपोधारकों
ने नियमों के खिलाफ जाकर एपीएल का गेहूं नहीं उठाया, उनके विरुद्ध कार्रवाई
की जाएगी। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग कैंट आफिस के अधिकारियों ने डिफाल्टर
डिपोधारकों की लिस्ट तैयार कर ली है। एक-दो दिन के भीतर जिला खाद्य एवं
आपूर्ति नियंत्रक के पास डिफाल्टरों की लिस्ट पहुंचने की कवायद हो रही है।
जनवरी माह की एलोकेशन भी अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। ऐसे हालात में
अधिकारी डिफाल्टर डिपोधारकों के खिलाफ क्या कार्रवाई करेंगे, इसका सहज
अंदाजा लगाया जा सकता है। डिपोधारकों की मनमानी पर पाबंदी लगाने के लिए
जुर्माना समेत डिपो का लाइसेंस तक रद्द किए जाने का प्रावधान है।
हेराफेरी की संभावनाएं बढ़ने के आसार
पिछले महीने की तरह इस माह भी खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की तरफ से बंटवाए
जाने वाले एपीएल श्रेणी के गेहूं में हेराफेरी किए जाने की संभावनाओं से
इंकार नहीं किया जा सकता। लोगों का कहना है कि डिपोधारक के चहेते 15 किलो
गेहूं ले जाते हैं वहीं अन्य लोग चक्कर काटते रह जाते हैं। विभाग की तरफ से
तो प्रति हरे राशनकार्ड धारक के लिए महज 5 किलो के हिसाब से गेहूं का
आवंटन किया गया है।
गेहूं वितरण के दौरान डिपोधारकों की मनमर्जी चलेगी। दिसम्बर महीने में कैंट
के वार्ड नंबर 13 के डिपोधारक रणबीर सिंह ने आदेशों की धज्जियां उड़ाते
हुए 15 किलो की बजाय 10 किलो प्रति राशनकार्ड के हिसाब से गेहूं वितरित
किया था। जागरूक कार्डधारकों ने जब विरोध किया तो डिपोधारक ने कहा कि वह तो
10 किलो गेहूं प्रति राशनकार्ड के हिसाब से बांटेगा। जहां मर्जी हो शिकायत
कर लो। मामला तूल पकड़ने के बाद विभागीय अधिकारियों ने कार्रवाई करते हुए
उक्त डिपोधारक को जनवरी माह में मिलने वाली सप्लाई पर रोक लगा दी गई है।
डीएफएससी करेंगे कार्रवाई
इस महीने एपीएल केटेगरी के कार्डधारकों के लिए 5 किलो के हिसाब से गेहूं
अलॉट होने की खबर है। दिसम्बर के डिफाल्टर डिपोधारकों की लिस्ट तैयार है।
किन्हीं कारणों से लिस्ट आज मैं डीएफएससी आफिस तक भेज नहीं सका। अगले दिन
भेज दी जाएगी। उनके खिलाफ जो कार्रवाई बनती है वह डीएफएससी ही करेंगे।
सुरेंद्र अरोड़ा, एएफएसओ, कैंट।