रांची।
पूरा राज्य ठंड की चपेट में है। किसानों को तो ठंड में पसीने छूट रहे हैं।
पाले का असर सब्जियों की फसल पर पड़ा है। आलू, पालक, टमाटर, फूलगोभी,
बंधागोभी, मटर सब पर ठंड का असर दिख रहा है। सुबह में पूरी फसल पर ओस की
बूंदों से ढंक जाती है। ज्यादातर स्थानों पर तो बर्फ की परत जम जाती है।
इससे जिले में लाखों रुपए की फसल बर्बाद हुई है। किसानों को चिंता सता रही
है कि खेती पर उन्होंने जो खर्च किया है, वह भी निकल पाएगा कि नहीं।
महंगी हो सकती हैं सब्जियां
सब्जियां अभी और महंगी हो सकती हैं। पाले से सब्जियों की फसल प्रभावित हुई
है। किसानों का कहना है कि बरसात आते-आते सब्जियों की कीमतें दोगुनी हो
जाएंगी। दो महीने बाद पटवन के लिए पानी की भी किल्लत होगी। बरसात आते-आते
स्टॉक का आलू सड़ जाएगा।
यहां की जाती है खेती
जिले के कांके, ओरमांझी, बांब्रे, बुढ़मू, बेड़ो, मांडर, पिठोरिया,
चान्हों, इटकी आदि में सब्जी की खेती अधिक होती है। इन क्षेत्रों में किसान
आलू, टमाटर, बैगन, पालक, बंधागोभी, मटर, सेम, फ्रेंचबीन, कद्दू, अदरख,
लहसून, बोदी, करैला, धनिया पत्ता की खेती करते हैं। ब्रांबे, पिठोरिया,
बेड़ो, चान्हों, मांडर ऐसे क्षेत्र हैं, जहां जमकर खेती की जाती है। यहां
से लाखों रुपए की सब्जियां कोलकाता, बोकारो, जमशेदुपर, दिल्ली, मद्रास,
मुंबई जैसे शहरों में भेजी जाती हैं।
पूरी खेती बर्बाद हो गई है
पाला लग जाने के कारण सब्जी की खेती बर्बाद हो गई है। हमने एक एकड़ में मटर
की खेती की है। उसमें अच्छा फूल खिला है, लेकिन ठंड से फूल कुंभला जा रहे
हैं।
यमुना प्रसाद सिंह, किसान, कांके
75 डिसमिल की खेती खराब
75 डिसमिल में मटर, बैगन और आलू की खेती की है, लेकिन लागत लौट पाएगी,
इसमें ही संदेह है। खेती पर 5000 रुपए खर्च हुए हैं। दवा देकर सुधार का
प्रयास कर रहा हूं।
लालू उरांव, किसान
टमाटर, आलू सब जल गया
मटर, टमाटर और आलू सबको पाला मार दिया है। जो आलू लगा है, उसमें दाग आ गया
है। आलू के पत्ते पीले होने लगे हैं। ठंड के कारण फसल बर्बाद हो गई है।
भारी नुकसान हुआ है।
रामकृष्णा साहू, किसान, बोड़ेया
कैसे चुकाएंगे कर्ज
अभी से हीकर्ज चुकाने का भय सता रहा है। अपने रिश्तेदार से पैसे उधार लेकर
हाईब्रिड मटर और कद्दू की खेती की है। लगता है कि हमारी फसल की लागत भी
नहीं लौट पाएगी।
जगमोहन साहू, किसान, संग्रामपुर
पूंजी लौटने की उम्मीद नहीं
हमने फूलगोभी और टमाटर की खेती की है। करीब आधे एकड़ में टमाटर की खेती की
है। पाले ने पूरी फसल को बर्बाद कर दिया है। लगी पूंजी के लौटने की भी
उम्मीद नहीं है। सुरेश साहू, किसान, संग्रामपुर
बर्बाद हो गया सारा आलू
हमारे लिए तो आजीविका का साधन खेती ही है। ठंड पड़ने के कारण आलू की फसल
बर्बाद हो गई है। जितना खोद कर निकाले थे, उसमें कालापन आने लगा है। खरीदार
नहीं है।
झिरगा मुंडा, किसान, पतरातू
किसानों को मिलेगा मुआवजा
पाले से सब्जियां बर्बाद होने की कगार पर हैं। सब्जियां अगर अधिक बर्बाद हो
गई हों, तो जांच कराने के बाद मुआवजा के लिए आपदा प्रबंधन को भेजा जाएगा।
फिलहाल बर्बादी की कोई सूचना नहीं मिली है। आकलन के बाद ही पता चलेगा कि
कितना घाटा हुआ है।
हेमारानी सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी, रांची
नमी बना कर पाले से बचाव संभव
ठंड से आलू और टमाटर जल जाता है। मटर, गोभी, पालक, धनिया समेत अन्य
सब्जियों की उपज प्रभावित होती है। निकट भविष्य में सब्जियों की कमी होगी,
इससे इंकार नहीं किया जा सकता है। अभी खेत में नमी बनाए रखना आवश्यक है।
सुबह-सुबह पटवन करने से पाला का प्रभाव कम हो जाएगा। दवा का विशेष असर नहीं
पड़ता है।
डॉ. केके झा, कृषि वैज्ञानिक, बीएयू
वर्तमान में सब्जियों की कीमत
सब्जी देहात लालपुर बाजार
आलू 10 12
बंधागोभी 12 14
बैगन 10 16
पालक 10 १2
मटर 20 25
कद्दू 08 12
अदरख 35 60
लहसून 200 250
बोदी 24 32
करैला 40 80
सेम 12 20
फ्रेंचबीन 16 20
शिमला मिर्च 30
खीरा 20 24
मूली 04 06
पूरा राज्य ठंड की चपेट में है। किसानों को तो ठंड में पसीने छूट रहे हैं।
पाले का असर सब्जियों की फसल पर पड़ा है। आलू, पालक, टमाटर, फूलगोभी,
बंधागोभी, मटर सब पर ठंड का असर दिख रहा है। सुबह में पूरी फसल पर ओस की
बूंदों से ढंक जाती है। ज्यादातर स्थानों पर तो बर्फ की परत जम जाती है।
इससे जिले में लाखों रुपए की फसल बर्बाद हुई है। किसानों को चिंता सता रही
है कि खेती पर उन्होंने जो खर्च किया है, वह भी निकल पाएगा कि नहीं।
महंगी हो सकती हैं सब्जियां
सब्जियां अभी और महंगी हो सकती हैं। पाले से सब्जियों की फसल प्रभावित हुई
है। किसानों का कहना है कि बरसात आते-आते सब्जियों की कीमतें दोगुनी हो
जाएंगी। दो महीने बाद पटवन के लिए पानी की भी किल्लत होगी। बरसात आते-आते
स्टॉक का आलू सड़ जाएगा।
यहां की जाती है खेती
जिले के कांके, ओरमांझी, बांब्रे, बुढ़मू, बेड़ो, मांडर, पिठोरिया,
चान्हों, इटकी आदि में सब्जी की खेती अधिक होती है। इन क्षेत्रों में किसान
आलू, टमाटर, बैगन, पालक, बंधागोभी, मटर, सेम, फ्रेंचबीन, कद्दू, अदरख,
लहसून, बोदी, करैला, धनिया पत्ता की खेती करते हैं। ब्रांबे, पिठोरिया,
बेड़ो, चान्हों, मांडर ऐसे क्षेत्र हैं, जहां जमकर खेती की जाती है। यहां
से लाखों रुपए की सब्जियां कोलकाता, बोकारो, जमशेदुपर, दिल्ली, मद्रास,
मुंबई जैसे शहरों में भेजी जाती हैं।
पूरी खेती बर्बाद हो गई है
पाला लग जाने के कारण सब्जी की खेती बर्बाद हो गई है। हमने एक एकड़ में मटर
की खेती की है। उसमें अच्छा फूल खिला है, लेकिन ठंड से फूल कुंभला जा रहे
हैं।
यमुना प्रसाद सिंह, किसान, कांके
75 डिसमिल की खेती खराब
75 डिसमिल में मटर, बैगन और आलू की खेती की है, लेकिन लागत लौट पाएगी,
इसमें ही संदेह है। खेती पर 5000 रुपए खर्च हुए हैं। दवा देकर सुधार का
प्रयास कर रहा हूं।
लालू उरांव, किसान
टमाटर, आलू सब जल गया
मटर, टमाटर और आलू सबको पाला मार दिया है। जो आलू लगा है, उसमें दाग आ गया
है। आलू के पत्ते पीले होने लगे हैं। ठंड के कारण फसल बर्बाद हो गई है।
भारी नुकसान हुआ है।
रामकृष्णा साहू, किसान, बोड़ेया
कैसे चुकाएंगे कर्ज
अभी से हीकर्ज चुकाने का भय सता रहा है। अपने रिश्तेदार से पैसे उधार लेकर
हाईब्रिड मटर और कद्दू की खेती की है। लगता है कि हमारी फसल की लागत भी
नहीं लौट पाएगी।
जगमोहन साहू, किसान, संग्रामपुर
पूंजी लौटने की उम्मीद नहीं
हमने फूलगोभी और टमाटर की खेती की है। करीब आधे एकड़ में टमाटर की खेती की
है। पाले ने पूरी फसल को बर्बाद कर दिया है। लगी पूंजी के लौटने की भी
उम्मीद नहीं है। सुरेश साहू, किसान, संग्रामपुर
बर्बाद हो गया सारा आलू
हमारे लिए तो आजीविका का साधन खेती ही है। ठंड पड़ने के कारण आलू की फसल
बर्बाद हो गई है। जितना खोद कर निकाले थे, उसमें कालापन आने लगा है। खरीदार
नहीं है।
झिरगा मुंडा, किसान, पतरातू
किसानों को मिलेगा मुआवजा
पाले से सब्जियां बर्बाद होने की कगार पर हैं। सब्जियां अगर अधिक बर्बाद हो
गई हों, तो जांच कराने के बाद मुआवजा के लिए आपदा प्रबंधन को भेजा जाएगा।
फिलहाल बर्बादी की कोई सूचना नहीं मिली है। आकलन के बाद ही पता चलेगा कि
कितना घाटा हुआ है।
हेमारानी सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी, रांची
नमी बना कर पाले से बचाव संभव
ठंड से आलू और टमाटर जल जाता है। मटर, गोभी, पालक, धनिया समेत अन्य
सब्जियों की उपज प्रभावित होती है। निकट भविष्य में सब्जियों की कमी होगी,
इससे इंकार नहीं किया जा सकता है। अभी खेत में नमी बनाए रखना आवश्यक है।
सुबह-सुबह पटवन करने से पाला का प्रभाव कम हो जाएगा। दवा का विशेष असर नहीं
पड़ता है।
डॉ. केके झा, कृषि वैज्ञानिक, बीएयू
वर्तमान में सब्जियों की कीमत
सब्जी देहात लालपुर बाजार
आलू 10 12
बंधागोभी 12 14
बैगन 10 16
पालक 10 १2
मटर 20 25
कद्दू 08 12
अदरख 35 60
लहसून 200 250
बोदी 24 32
करैला 40 80
सेम 12 20
फ्रेंचबीन 16 20
शिमला मिर्च 30
खीरा 20 24
मूली 04 06