नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। भारत को एक विकसित देश बनाने के लिए प्रमुख
उद्योग चैंबर एसोचैम ने पांच सूत्रीय एजेंडा बनाया है। चैंबर का कहना है कि
एक विकसित मुल्क बनने के लिए सबसे जरूरी है शत प्रतिशत साक्षरता। चैंबर का
दूसरा एजेंडा सुशासन है। इसके अलावा सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों को बड़े
पैमाने पर बढ़ावा देना भी विकसित देश बनने के लिए काफी अहम है। साथ ही भारत
को विकसित देशों की श्रेणी में लाने के लिए सूचना एवं प्रौद्योगिकी
क्षेत्र के विकास के साथ मजबूत बुनियादी ढांचे की जरूरत भी होगी।
सरकार को दिए पांच सूत्रीय सुझावों में एसोचैम ने कहा है कि देश में
100 प्रतिशत साक्षरता हासिल करने की दिशा में केंद्र को और ठोस कदम उठाने
चाहिए। फिलहाल, भारत में साक्षरता की दर औसतन 64 प्रतिशत है। व्यावसायिक
शिक्षा व प्रशिक्षण के सहारे युवाओं में रोजगार के अवसर बढ़ाने की दिशा पर
जोर देना चाहिए। चैंबर के अनुसार पूंजी आधारित उत्पादन के मुकाबले श्रम
आधारित उत्पादन पर ज्यादा तव्वजो देने की जरूरत है। चूंकि श्रम आधारित
तकनीक के सहारे ज्यादा संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होते हैं।
एसोचैम के मुताबिक सरकार को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों को भी
बढ़ावा देना चाहिए। सूचना और प्रौद्योगिकी के अलावा सरकार को ट्रेडिंग तथा
खुदरा क्षेत्रों पर खासा जोर देना चाहिए। इन क्षेत्रों में रोजगार के
व्यापक अवसर मौजूद हैं। बुनियादी ढांचा क्षेत्र के विकास के मुद्दे को
सरकार को गंभीरता से लेना चाहिए।