रात दो परिवारों के नौ लोगों की गला काट कर हत्या कर दी। हत्यारों ने
मासूमों को भी नहीं बख्शा। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर
छापेमारी शुरू कर दी है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए गुमला सदर अस्पताल
भेजा गया है। घटना के बाद क्षेत्र में दहशत है। हत्यारों की तलाश में पुलिस
देर रात तक कांबिंग करती रही।
पुलिस के मुताबिक नक्सली संगठन पीएलएफआई ने घटना को अंजाम दिया है।
घटना से गुस्साए लोगों ने गुरुवार सुबह 6 बजे गुमला-सिमडेगा मार्ग एनएच 78
जाम कर दिया। वे लोग हर मृतक के दाह-संस्कार के लिए तत्काल 10-10 हजार
रुपए, बाद में एक-एक लाख रुपए का मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को नौकरी और
पूर्वी इलाके में पुलिस पिकेट बनाने की मांग कर रहे थे।
घटनास्थल पर देर से पहुंची पुलिस को जाम हटाने में मशक्कत करनी पड़ी। करीब
11बजे अंचलाधिकारी प्रवीण रोहित कुजूर ने हर मृतक के लिए पांच-पांच हजार
रुपए दिए, तब जाम हटाया।
क्या है कारण
पुलिस के मुताबिक प्रमोद गोप का छोटा भाई बसंत गोप व सुमन तिर्की का छोटा
भाई संदीप तिर्की पहले पीएलएफआई के लिए काम करते थे। संदीप एक साल से गायब
है, जबकि बसंत हाल ही में जेल से छूटने के बाद गांव में रह रहा है।
नक्सलियों को संदीप के गायब होने की बात मालूम नहीं थी। वे दोनों को मारने
के लिए गांव पहुंचे थे। जब वे नहीं मिले तो उनके परिवारों को ही खत्म कर
दिया।
हत्यारों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है। क्षेत्र में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है।
संपत मीणा, डीआईजी, गुमला
क्रूरता की हद कर दी है। हत्यारों की धरपकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है, जल्दी ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा।
राहुल शर्मा, डीसी, गुमला
उजड़ गया परिवार
पुलिस के मुताबिक पहली घटना वृंदा महुआटोली में घटी। करीब 25 नक्सली रात 10
बजे प्रमोद गोप के घर पहुंचे। प्रमोद अपनी बहन के घर पतिया गाजाटोली गया
हुआ था। प्रमोद के न मिलने पर नक्सली उसकी मां कैलाशपति देवी (55), पत्नी
सावित्री देवी (25), पुत्र दीपक गोप (4) व सुमीत गोप (2) को पकड़कर खेत में
ले गए और सभी की गला काट कर हत्या कर दी।
शादी की खुशियां गम में बदलीं
दूसरी घटना गुमला-सिमडेगा मार्ग पर टैसेरा गांव में घटी। रात 11:30 बजे
नक्सलियों ने गांव के सुमन तिर्की के घर धावा बोला और सुमन तिर्की (40),
टीना तिर्की (35), मां मेरी तिर्की (65), चचेरा भाई सिमोन तिर्की (25) व
भतीजे मनीष तिर्की (10) का गला काट दिया। नक्सलियों ने हत्या में
प्रयुक्तटांगी व बलुवा वहीं आंगन में फेंक दिए। गौरतलब है कि सुमन और टीना
की 9 जनवरी को शादी होने वाली थी। इसी लिए दोनों गांव आए थे।
‘संगठन से निष्कासित लोगों की करतूत’
पीएलएफआई सुप्रीमो का कहना है कि संगठन से कुछ माह पहले निष्कासित चार
लोगों ने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है। संगठन ने इन्हें चिह्न्ति कर
लिया है। जल्द ही उन्हें दंडित किया जाएगा। ये वही लोग हैं, जो संगठन के
नाम पर निर्दोषलोगों को सताते और वसूली करते हैं।