मुंबई.
बेमौसम बरसात के कारण राज्य में हुए फसल नुकसान का जायजा केन्द्र सरकार के
एक छह सदस्यीय दल ने लिया। दल के सदस्यों ने विदर्भ, कोकण व नाशिक में हुए
नुकसान का जायजा लिया और माना कि फसलों का 90 प्रतिशत नुकसान हुआ है।
पिछले दो दिनों तक दौरा कर दल के सदस्यों ने माना कि अंगूर, धान, प्याज,
कपास व संतरा की फसल को बेमौसम बरसात के कारण भारी नुकसान हुआ है। इसके साथ
ही प्रमुख जिलों के महामागोर्ं को भी क्षति पहुंची है।
केंद्रीय कृषि विभाग के सहसचिव एस. के. जी. रहाटे के नेतृत्व में आए
सदस्यों ने मंत्रालय में हुई एक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री पृथ्वीराज
चव्हाण को स्थिति से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि
दल अपनी रिपोर्ट केंद्र को सौंपेगा। पूरी उम्मीद है कि केंद्र से किसानों
के लिए और भी सहायता राशि उपलब्ध हो सकेगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि मौसम के कारण किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है
इसलिए स्थाई समाधान के लिए फसल बीमा योजना की व्यापकता बढ़ाने की सिफारिश
केंद्र से की जाएगी। किसानों को उनके नुकसान के एवज में उचित सहायता मिले
इसके लिए राज्य सरकार, केंद्र से और अधिक मदद की अपील करेगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि मौसम की अचूक जानकारी हासिल करने के लिए केन्द्र
से अत्याधुनिक मौसम केंद्र का निर्माण करने की मांग की जाएगी।
बेमौसम बरसात के कारण राज्य में हुए फसल नुकसान का जायजा केन्द्र सरकार के
एक छह सदस्यीय दल ने लिया। दल के सदस्यों ने विदर्भ, कोकण व नाशिक में हुए
नुकसान का जायजा लिया और माना कि फसलों का 90 प्रतिशत नुकसान हुआ है।
पिछले दो दिनों तक दौरा कर दल के सदस्यों ने माना कि अंगूर, धान, प्याज,
कपास व संतरा की फसल को बेमौसम बरसात के कारण भारी नुकसान हुआ है। इसके साथ
ही प्रमुख जिलों के महामागोर्ं को भी क्षति पहुंची है।
केंद्रीय कृषि विभाग के सहसचिव एस. के. जी. रहाटे के नेतृत्व में आए
सदस्यों ने मंत्रालय में हुई एक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री पृथ्वीराज
चव्हाण को स्थिति से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि
दल अपनी रिपोर्ट केंद्र को सौंपेगा। पूरी उम्मीद है कि केंद्र से किसानों
के लिए और भी सहायता राशि उपलब्ध हो सकेगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि मौसम के कारण किसानों को नुकसान उठाना पड़ता है
इसलिए स्थाई समाधान के लिए फसल बीमा योजना की व्यापकता बढ़ाने की सिफारिश
केंद्र से की जाएगी। किसानों को उनके नुकसान के एवज में उचित सहायता मिले
इसके लिए राज्य सरकार, केंद्र से और अधिक मदद की अपील करेगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि मौसम की अचूक जानकारी हासिल करने के लिए केन्द्र
से अत्याधुनिक मौसम केंद्र का निर्माण करने की मांग की जाएगी।