नई दिल्ली.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित पूरा उत्तर-पश्चिम भारत इस वक्त भीषण ठंड
की चपेट में है। कश्मीर व हिमाचल के कई इलाकों में हो रही भीषण बर्फबारी और
शीतलहर लोगों पर कहर बनकर टूट रही है। उत्तर प्रदेश में ठंड के चलते 5 और
लोगों की जान चली गई है।
सर्द हवाओं ने राजधानी दिल्ली को इस कदर
अपनी चपेट में लिया है कि सामान्य जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोगों का
घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है, गर्म कपड़े बेअसर साबित हो रहे हैं।
बर्फीली
हवाओं के चलते दिल्ली में दिन का तापमान सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस
नीचे लुढ़क गया। रविवार को अधिकतम तापमान १४.६ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया
गया। जो इस सीजन में सबसे कम और सामान्य से करीब 7 डिग्री कम रहा। मौसम
विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि अगले कुछ दिनों में मौसम का मिजाज और तल्ख
होगा। सोमवार और मंगलवार को भी ठंडी हवाएं चलेंगी। कुछ अनुमान कहते हैं कि
अधिकतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। अगर आशंका सच हुई तो
यह शताब्दी का सबसे ठंडा दिन होगा। सर्दी का आलम यह है कि क्या बच्चे और
क्या बडे़, हर कोई कंपकपाती ठंड से परेशान दिखाई दे रहा है।
मौसम
विभाग की मानें तो ठंड की असली वजह सर्द हवाएं हैं। दिल्ली में करीब 20
किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चल रही है। इसकी वजह से तापमान में
भी काफी गिरावट दर्ज की जा रही है। रविवार को न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री
रिकॉर्ड किया गया, यही नहीं मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि अगले 2 दिनों
में तापमान में 3 डिग्री तक की गिरावट हो सकती है। दरअसल पहाड़ी इलाकों में
हो रही बर्फबारी की वजह से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में ठंड का
कहर जारी है। इसके अलावा जैसे-जैसे उत्तर-पश्चिमी हवाएं देश के पूर्वी
हिस्सों की तरफ बढ़ेंगी तो आने वाले दिनों में सर्द हवाओं का असर बिहार और
झारखंड पर भी पडे़गा।
लेह में जम गया सब कुछ
कश्मीर घाटी
और लद्दाख क्षेत्र कड़ाके की ठंड की चपेट में हैं। इन जाड़ों में देश का
न्यूनतम तापमान लेह में शून्य से 23.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
कश्मीर और उत्तराखंड में पिछले 48 घंटों में भारी हिमपात से पूरे उत्तर
भारत में कड़ाके की ठंड है।
कश्मीर में भारी बर्फबारी हो रही है।
लेह देश में सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान शून्य से 23.4 डिग्री
नीचे चला गया। घाटी में भी इस समय मानो बर्फ की चादर सी बिछ गई है, लेकिन
पिछले चार दिनों से जम्मू कश्मीर और हिमाचल के कई इलाकों में हो रही
बर्फबारी अब एक बड़ी मुसीबत बनती जा रही है। फिलहाल जम्मू कश्मीर और हिमाचल
प्रदेश के उपरी इलाकों में 150 से लेकर 200 सेंटीमीटर तक बर्फ पड़ी हुई है
और यहां तापमान -5 से -23डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया है।
डीआरडीओ
के तहत काम करने वाली संस्था स्नो एंड एवलान्च स्टडी स्टेब्लिशमेंट(SASE)
ने चेतावनी दी है कि भारी बर्फबारी की वजह से जम्मू कश्मीर के उपरी इलाकों
में बर्फीले तूफान यानी एवलान्च आने का खतरा पैदा हो गया है। संस्था के
मुताबिक कश्मीर के गुलमर्ग, उरी, केरन सेक्टर, तंगधार और लद्दाख जैसे
इलाकों में भारी हिमस्खलन हो सकता है। ऐसे में इन इलाकों में न सिर्फ
स्थानीय प्रशासन को अलर्ट किया गया है बल्कि सेना की सीमावर्ती चौकियों को
भी एडवायजरी भी भेज दी गई है।
लद्दाख का सम्पर्क देश से टूटा
राष्ट्रीय
राजमार्ग बंद होने के कारण लद्दाख का संपर्क देश के अन्य हिस्सों से टूट
गया है। पहलगाम में तापमान -12.1 डिग्री, गुलमर्ग के स्काय रिसॉर्ट में
-12.1 डिग्री और श्रीनगर में -2.4 डिग्री, जम्मू में 8.9 डिग्री रहा। राज्य
में ठंड से तीन मौतें हो गर्ईं। तालाब तथा जल स्रोत जम गए हैं। पानी आपूति
टैंकरों से की जा रही है। जम्मू-श्रीनगर राष्टï्रीय राजमार्ग रविवार को दो
तरफा यातायात के लिए खोला गया। सावधानी से वाहन चलाने की चेतावनी दी गई
है।
केलांग में माइनस १३ डिग्री
हिमाचल. प्रदेश में शीत
लहर है। लाहौल स्पीति जिला मुख्यालय केलांग का पारा शून्य से १३ डिग्री
नीचे पहुंच गया। किन्नौर जिले के कल्पा में -५.६ डिग्री, भुंतर में -०.३
डिग्री, सुंदरनगर में -१.३ डिग्री, और शिमला में १.७ डिग्री तापमान रहा।
सोलन का पारा शून्य से नीचे चला गया है। शिमला सहित राज्य के कई अन्य
हिस्सों में पाइप लाइन में पानी जम जाने से पानी की किल्लत पैदा हो गई है।
हिमाचल: लाहौल
स्पीति जिला मुख्यालय केलांग का पारा शून्य से १३ डिग्री नीचे पहुंच गया।
किन्नौर जिले के कल्पा में -५.६ डिग्री, भुंतर में -०.३ डिग्री, सुंदरनगर
में -१.३ डिग्री, और शिमला में १.७ डिग्री तापमान रहा। सोलन का पारा शून्य
से नीचे चला गया है।
SASE के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में अगले एक हफ्ते
तक बर्फबारी के संकेत नहीं हैं लेकिन इसके बाद यहां भी भारी बर्फबारी होगी।
ऐसे में हिमाचल के ऊपरी भागों जैसे लाहौल स्पीति और किन्नौर में भी एवलांच
की आशंका जाहिर की गई है।
राजस्थान में भी हाड़ कंपाने
वाली सर्दी से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। धूप के बावजूद जबर्दस्त
गलन महसूस हो रही है। पर्यटन स्थल माउंट आबू रविवार को श्रीनगर (कश्मीर)
से भी ठंडा रहा। यहां छह साल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए न्यूनतम तापमान माइनस
4.2 डिग्री तक पहुंच गया, जबकि श्रीनगर में यह 2.4 डिग्री रहा। प्रदेश में
मैदानी इलाकों में सबसे सर्द स्थान पाली (२ डिग्री) रहा। मंडावर (दौसा) में
सर्दी से एक अधेड़ की मौत हो गई। बांदीकुई में कोहरा छाया रहा। आबू में
घास, वाहनों, पेड़-पौधों पर बर्फ की परत जम गई।
/> यहां वर्ष 2004 में
न्यूनतम तापमान माइनस चार डिग्री तक पहुंच गया था। मेवाड़ और मारवाड़ के
ज्यादातर इलाकों में न्यूनतम तापमान 5 से 6 डिग्री के बीच रहा। मेवाड़ के
कुंभलगढ़ में कई जगह ओस जम गई। जयपुर में बीती रात इस साल की सबसे सर्द रात
रही। यहां न्यूनतम तापमान 4.1 डिग्री पहुंच गया। अजमेर में पारा 5.3
डिग्री रहा। शेखावाटी के ज्यादातर इलाकों में सुबह 11 बजे तक धुंध रही।
बीकानेर के रेतीले धोरे कोहरे से ढंके रहे।
पाला पड़ने की संभावना:
मौसम विभाग जयपुर के अनुसार सोमवार को राजस्थान के कई इलाकों में तापमान
और गिर सकता है। उदयपुर, मारवाड़ के कुछ इलाकों व जयपुर आदि जगहों रात का
तापमान चार डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। इनमें से कुछ इलाकों में
पाला पड़ सकता है।
उत्तर प्रदेश में शीतलहर से 5 और मौतें हो
गई। यह मौतें बहराइच, फरुखाबाद, सीतापुर, महोबा और चित्रकूट जिले में
हुईं। प्रदेश में अब तक कुल 24 मौतें हो चुकी हैं।
पंजाब में
अधिकांश जगह न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे बना हुआ है। रविवार को
अमृतसर और लुधियाना में सुबह घना कोहरा छाया रहा, जिसके चलते आम जनजीवन
प्रभावित हुआ। दिनभर सूबे में सर्द हवाएं चलती रहीं।
हरियाणा में
शरीर को कंपकंपा देने वाली ठंड से जिंदगी ठहर सी गई है। पिछले कई दिनों से
पड़ रही कड़ाके की ठंड के तेवर रविवार को और तीखे हो गए और अब तक के
रिकॉर्ड के मुताबिक इस मौसम में रविवार सबसे ठंडा दिन बताया गया।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित पूरा उत्तर-पश्चिम भारत इस वक्त भीषण ठंड
की चपेट में है। कश्मीर व हिमाचल के कई इलाकों में हो रही भीषण बर्फबारी और
शीतलहर लोगों पर कहर बनकर टूट रही है। उत्तर प्रदेश में ठंड के चलते 5 और
लोगों की जान चली गई है।
सर्द हवाओं ने राजधानी दिल्ली को इस कदर
अपनी चपेट में लिया है कि सामान्य जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोगों का
घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है, गर्म कपड़े बेअसर साबित हो रहे हैं।
बर्फीली
हवाओं के चलते दिल्ली में दिन का तापमान सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस
नीचे लुढ़क गया। रविवार को अधिकतम तापमान १४.६ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया
गया। जो इस सीजन में सबसे कम और सामान्य से करीब 7 डिग्री कम रहा। मौसम
विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि अगले कुछ दिनों में मौसम का मिजाज और तल्ख
होगा। सोमवार और मंगलवार को भी ठंडी हवाएं चलेंगी। कुछ अनुमान कहते हैं कि
अधिकतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। अगर आशंका सच हुई तो
यह शताब्दी का सबसे ठंडा दिन होगा। सर्दी का आलम यह है कि क्या बच्चे और
क्या बडे़, हर कोई कंपकपाती ठंड से परेशान दिखाई दे रहा है।
मौसम
विभाग की मानें तो ठंड की असली वजह सर्द हवाएं हैं। दिल्ली में करीब 20
किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चल रही है। इसकी वजह से तापमान में
भी काफी गिरावट दर्ज की जा रही है। रविवार को न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री
रिकॉर्ड किया गया, यही नहीं मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि अगले 2 दिनों
में तापमान में 3 डिग्री तक की गिरावट हो सकती है। दरअसल पहाड़ी इलाकों में
हो रही बर्फबारी की वजह से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में ठंड का
कहर जारी है। इसके अलावा जैसे-जैसे उत्तर-पश्चिमी हवाएं देश के पूर्वी
हिस्सों की तरफ बढ़ेंगी तो आने वाले दिनों में सर्द हवाओं का असर बिहार और
झारखंड पर भी पडे़गा।
लेह में जम गया सब कुछ
कश्मीर घाटी
और लद्दाख क्षेत्र कड़ाके की ठंड की चपेट में हैं। इन जाड़ों में देश का
न्यूनतम तापमान लेह में शून्य से 23.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
कश्मीर और उत्तराखंड में पिछले 48 घंटों में भारी हिमपात से पूरे उत्तर
भारत में कड़ाके की ठंड है।
कश्मीर में भारी बर्फबारी हो रही है।
लेह देश में सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान शून्य से 23.4 डिग्री
नीचे चला गया। घाटी में भी इस समय मानो बर्फ की चादर सी बिछ गई है, लेकिन
पिछले चार दिनों से जम्मू कश्मीर और हिमाचल के कई इलाकों में हो रही
बर्फबारी अब एक बड़ी मुसीबत बनती जा रही है। फिलहाल जम्मू कश्मीर और हिमाचल
प्रदेश के उपरी इलाकों में 150 से लेकर 200 सेंटीमीटर तक बर्फ पड़ी हुई है
और यहां तापमान -5 से -23डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया है।
डीआरडीओ
के तहत काम करने वाली संस्था स्नो एंड एवलान्च स्टडी स्टेब्लिशमेंट(SASE)
ने चेतावनी दी है कि भारी बर्फबारी की वजह से जम्मू कश्मीर के उपरी इलाकों
में बर्फीले तूफान यानी एवलान्च आने का खतरा पैदा हो गया है। संस्था के
मुताबिक कश्मीर के गुलमर्ग, उरी, केरन सेक्टर, तंगधार और लद्दाख जैसे
इलाकों में भारी हिमस्खलन हो सकता है। ऐसे में इन इलाकों में न सिर्फ
स्थानीय प्रशासन को अलर्ट किया गया है बल्कि सेना की सीमावर्ती चौकियों को
भी एडवायजरी भी भेज दी गई है।
लद्दाख का सम्पर्क देश से टूटा
राष्ट्रीय
राजमार्ग बंद होने के कारण लद्दाख का संपर्क देश के अन्य हिस्सों से टूट
गया है। पहलगाम में तापमान -12.1 डिग्री, गुलमर्ग के स्काय रिसॉर्ट में
-12.1 डिग्री और श्रीनगर में -2.4 डिग्री, जम्मू में 8.9 डिग्री रहा। राज्य
में ठंड से तीन मौतें हो गर्ईं। तालाब तथा जल स्रोत जम गए हैं। पानी आपूति
टैंकरों से की जा रही है। जम्मू-श्रीनगर राष्टï्रीय राजमार्ग रविवार को दो
तरफा यातायात के लिए खोला गया। सावधानी से वाहन चलाने की चेतावनी दी गई
है।
केलांग में माइनस १३ डिग्री
हिमाचल. प्रदेश में शीत
लहर है। लाहौल स्पीति जिला मुख्यालय केलांग का पारा शून्य से १३ डिग्री
नीचे पहुंच गया। किन्नौर जिले के कल्पा में -५.६ डिग्री, भुंतर में -०.३
डिग्री, सुंदरनगर में -१.३ डिग्री, और शिमला में १.७ डिग्री तापमान रहा।
सोलन का पारा शून्य से नीचे चला गया है। शिमला सहित राज्य के कई अन्य
हिस्सों में पाइप लाइन में पानी जम जाने से पानी की किल्लत पैदा हो गई है।
हिमाचल: लाहौल
स्पीति जिला मुख्यालय केलांग का पारा शून्य से १३ डिग्री नीचे पहुंच गया।
किन्नौर जिले के कल्पा में -५.६ डिग्री, भुंतर में -०.३ डिग्री, सुंदरनगर
में -१.३ डिग्री, और शिमला में १.७ डिग्री तापमान रहा। सोलन का पारा शून्य
से नीचे चला गया है।
SASE के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में अगले एक हफ्ते
तक बर्फबारी के संकेत नहीं हैं लेकिन इसके बाद यहां भी भारी बर्फबारी होगी।
ऐसे में हिमाचल के ऊपरी भागों जैसे लाहौल स्पीति और किन्नौर में भी एवलांच
की आशंका जाहिर की गई है।
राजस्थान में भी हाड़ कंपाने
वाली सर्दी से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। धूप के बावजूद जबर्दस्त
गलन महसूस हो रही है। पर्यटन स्थल माउंट आबू रविवार को श्रीनगर (कश्मीर)
से भी ठंडा रहा। यहां छह साल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए न्यूनतम तापमान माइनस
4.2 डिग्री तक पहुंच गया, जबकि श्रीनगर में यह 2.4 डिग्री रहा। प्रदेश में
मैदानी इलाकों में सबसे सर्द स्थान पाली (२ डिग्री) रहा। मंडावर (दौसा) में
सर्दी से एक अधेड़ की मौत हो गई। बांदीकुई में कोहरा छाया रहा। आबू में
घास, वाहनों, पेड़-पौधों पर बर्फ की परत जम गई।
/> यहां वर्ष 2004 में
न्यूनतम तापमान माइनस चार डिग्री तक पहुंच गया था। मेवाड़ और मारवाड़ के
ज्यादातर इलाकों में न्यूनतम तापमान 5 से 6 डिग्री के बीच रहा। मेवाड़ के
कुंभलगढ़ में कई जगह ओस जम गई। जयपुर में बीती रात इस साल की सबसे सर्द रात
रही। यहां न्यूनतम तापमान 4.1 डिग्री पहुंच गया। अजमेर में पारा 5.3
डिग्री रहा। शेखावाटी के ज्यादातर इलाकों में सुबह 11 बजे तक धुंध रही।
बीकानेर के रेतीले धोरे कोहरे से ढंके रहे।
पाला पड़ने की संभावना:
मौसम विभाग जयपुर के अनुसार सोमवार को राजस्थान के कई इलाकों में तापमान
और गिर सकता है। उदयपुर, मारवाड़ के कुछ इलाकों व जयपुर आदि जगहों रात का
तापमान चार डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। इनमें से कुछ इलाकों में
पाला पड़ सकता है।
उत्तर प्रदेश में शीतलहर से 5 और मौतें हो
गई। यह मौतें बहराइच, फरुखाबाद, सीतापुर, महोबा और चित्रकूट जिले में
हुईं। प्रदेश में अब तक कुल 24 मौतें हो चुकी हैं।
पंजाब में
अधिकांश जगह न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे बना हुआ है। रविवार को
अमृतसर और लुधियाना में सुबह घना कोहरा छाया रहा, जिसके चलते आम जनजीवन
प्रभावित हुआ। दिनभर सूबे में सर्द हवाएं चलती रहीं।
हरियाणा में
शरीर को कंपकंपा देने वाली ठंड से जिंदगी ठहर सी गई है। पिछले कई दिनों से
पड़ रही कड़ाके की ठंड के तेवर रविवार को और तीखे हो गए और अब तक के
रिकॉर्ड के मुताबिक इस मौसम में रविवार सबसे ठंडा दिन बताया गया।