पुणे,
पुणे के आस-पास जमीन घोटाले का खुलासा करने वाले सूचना का अधिकार
(आरटीआई)कार्यकर्ता अरुण माने पर रविवार सुबह एक अज्ञात व्यक्ति ने धारदार
हथियार से हमला कर दिया। उन्हें सिर, सीने और हाथों पर चोटें लगी हैं लेकिन
वह खतरे से बाहर हैं।
माने पुणे से 40 किलोमीटर दूर तालेगांव-दाभाड़े में जूतों की दुकान चलाते
हैं। रविवार सुबह जब वह दुकान खोल रहे थे तब उन पर हमला किया गया।
पुलिस निरीक्षक संजय निकम ने कहा, "माने ने बताया है कि हमले से पहले हमलावर ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी।"
उन्होंने कहा, "माने की अभी कुछ चिकित्सकीय जांच की जा रही हैं और वह अभी बात करने की हालत में नहीं हैं।"
माने एक अन्य आरटीआई कार्यकर्ता सतीश शेट्टी के साथ काम करते थे। जनवरी
2010 में शेट्टी की हत्या कर दी गई थी। शेट्टी की तरह माने ने भी पुलिस
सुरक्षा की मांग की थी।
मुम्बई के एक स्वयंसेवी संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2010 में
महाराष्ट्र में छह आरटीआई कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई और कई पर हमले
किए गए।
पुणे के आस-पास जमीन घोटाले का खुलासा करने वाले सूचना का अधिकार
(आरटीआई)कार्यकर्ता अरुण माने पर रविवार सुबह एक अज्ञात व्यक्ति ने धारदार
हथियार से हमला कर दिया। उन्हें सिर, सीने और हाथों पर चोटें लगी हैं लेकिन
वह खतरे से बाहर हैं।
माने पुणे से 40 किलोमीटर दूर तालेगांव-दाभाड़े में जूतों की दुकान चलाते
हैं। रविवार सुबह जब वह दुकान खोल रहे थे तब उन पर हमला किया गया।
पुलिस निरीक्षक संजय निकम ने कहा, "माने ने बताया है कि हमले से पहले हमलावर ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी।"
उन्होंने कहा, "माने की अभी कुछ चिकित्सकीय जांच की जा रही हैं और वह अभी बात करने की हालत में नहीं हैं।"
माने एक अन्य आरटीआई कार्यकर्ता सतीश शेट्टी के साथ काम करते थे। जनवरी
2010 में शेट्टी की हत्या कर दी गई थी। शेट्टी की तरह माने ने भी पुलिस
सुरक्षा की मांग की थी।
मुम्बई के एक स्वयंसेवी संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2010 में
महाराष्ट्र में छह आरटीआई कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई और कई पर हमले
किए गए।