पटना।
बिजली की किल्लत जग-जाहिर है। आज भी गांव की गलियां बिजली की रौशनी से
महरूम है। आजादी के 63 साल के बाद भी कईयों ने तो बिजली के बल्ब की रौशनी
तक नहीं देखी है। पर राज्य सरकार की पहल कहें या एनटीपीसी की सौगात, अब कुछ
गांव तो रौशन हो ही जाएंगे। बिहार को सार्वजनिक क्षेत्र की प्रमुख
एनटीपीसी बिजलीघर से आने वाले दिनों में 2960 मेगावाट अतिरिक्त बिजली
मिलेगी। बिहार बिजली के लिए पूरी रतह एनटीपीसी पर निर्भर है। फिलहाल राज्य
को देश के सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी से 1309 मेगावाट बिजली मिल रही
है।
सूत्रों के मुताबिक, अगले पांच साल में पूर्वी राज्यों में एनटीपीसी की 9
परियोजनाएं पूरी होने वाली है। इसमें से बिहार को 2960 मेगावाट बिजली
मिलेगी। इन परियोजनाओं में बाढ़ की पहले चरण और दूसरे चरण, दारलीपली,
गजमारा, तालचर स्टेज तीन, फरक्का स्टेज तीन, रेलवे नबीनगर, नबीनगर और
एमटीपीएस दूसरे चरण शामिल हैं।
इन परियोजनाओं की कुल क्षमता 14 हजार 890 मेगावाट है। इसमें से बिहार को
2960 मेगावाट बिजली मिलेगी। नबीनगर परियोजना की कुल क्षमता 1980 मेगावाट
है। इसमें बिहार को 1374 मेगावाट बिजली मिलेगी। इस बारे में आवंटन पत्र
पहले ही बिजली मंत्रालय ने जारी कर दी है।
बिजली की किल्लत जग-जाहिर है। आज भी गांव की गलियां बिजली की रौशनी से
महरूम है। आजादी के 63 साल के बाद भी कईयों ने तो बिजली के बल्ब की रौशनी
तक नहीं देखी है। पर राज्य सरकार की पहल कहें या एनटीपीसी की सौगात, अब कुछ
गांव तो रौशन हो ही जाएंगे। बिहार को सार्वजनिक क्षेत्र की प्रमुख
एनटीपीसी बिजलीघर से आने वाले दिनों में 2960 मेगावाट अतिरिक्त बिजली
मिलेगी। बिहार बिजली के लिए पूरी रतह एनटीपीसी पर निर्भर है। फिलहाल राज्य
को देश के सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी से 1309 मेगावाट बिजली मिल रही
है।
सूत्रों के मुताबिक, अगले पांच साल में पूर्वी राज्यों में एनटीपीसी की 9
परियोजनाएं पूरी होने वाली है। इसमें से बिहार को 2960 मेगावाट बिजली
मिलेगी। इन परियोजनाओं में बाढ़ की पहले चरण और दूसरे चरण, दारलीपली,
गजमारा, तालचर स्टेज तीन, फरक्का स्टेज तीन, रेलवे नबीनगर, नबीनगर और
एमटीपीएस दूसरे चरण शामिल हैं।
इन परियोजनाओं की कुल क्षमता 14 हजार 890 मेगावाट है। इसमें से बिहार को
2960 मेगावाट बिजली मिलेगी। नबीनगर परियोजना की कुल क्षमता 1980 मेगावाट
है। इसमें बिहार को 1374 मेगावाट बिजली मिलेगी। इस बारे में आवंटन पत्र
पहले ही बिजली मंत्रालय ने जारी कर दी है।