पटना।
बिहार में अगले वर्ष अप्रैल महीने में ग्राम पंचायतों के लिए चुनाव होने
हैं। राज्य में कुल 8 हजार 463 ग्राम पंचायतों में होने वाले चुनाव में 3
हजार 784 ग्राम पंचायतों में मुखिया का पद महिलाओं के लिए आरक्षित कर दिया
गया है।
राज्य निर्वाचन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इन 3 बजार 784 महिला
मुखियाओं में से सामान्य वर्ग की 2 हजार 611 मुखिया होंगी, जबकि 595 मुखिया
पिछड़े वर्ग से आएंगी। इसके अतिरिक्त अनुसूचित जाति की महिलाओं को 561
सीटों पर और अनुसूचित जनजाति की महिलाओं को 17 सीटों पर चुना जाना तय है।
निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि राज्य में स्थानीय निकाय के सभी
पदों पर आरक्षण की वही स्थिति रहेगी जो वर्ष 2006 के स्थानीय निकाय के
चुनाव में थी।
एक अधिकारी के अनुसार पूर्वी चम्पारण में सबसे ज्यादा महिला मुखिया चुनी
जाएंगी। वहीं शेखपुरा में सबसे कम मुखिया महिला होंगी। पूर्वी चम्पारण जिले
के 27 प्रखंडों में मुखिया के कुल 410 पद हैं जिनमें 184 पद महिलाओं के
लिए आरक्षित हैं।
इसी तरह पटना जिले में जहां 147 महिला मुखिया होंगी वहीं भोजपुर में 104,
बक्सर में 63, नालंदा और गोपालगंज में 108-108, कैमूर में 66, गया में 145,
जहांनाबाद में 42, अरवल में 29, औरंगाबाद में 94 महिला मुखिया होंगी।
शेखपुरा जिले में सबसे कम मात्र 20 महिला मुखिया होंगी।
बिहार में अगले वर्ष अप्रैल महीने में ग्राम पंचायतों के लिए चुनाव होने
हैं। राज्य में कुल 8 हजार 463 ग्राम पंचायतों में होने वाले चुनाव में 3
हजार 784 ग्राम पंचायतों में मुखिया का पद महिलाओं के लिए आरक्षित कर दिया
गया है।
राज्य निर्वाचन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इन 3 बजार 784 महिला
मुखियाओं में से सामान्य वर्ग की 2 हजार 611 मुखिया होंगी, जबकि 595 मुखिया
पिछड़े वर्ग से आएंगी। इसके अतिरिक्त अनुसूचित जाति की महिलाओं को 561
सीटों पर और अनुसूचित जनजाति की महिलाओं को 17 सीटों पर चुना जाना तय है।
निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि राज्य में स्थानीय निकाय के सभी
पदों पर आरक्षण की वही स्थिति रहेगी जो वर्ष 2006 के स्थानीय निकाय के
चुनाव में थी।
एक अधिकारी के अनुसार पूर्वी चम्पारण में सबसे ज्यादा महिला मुखिया चुनी
जाएंगी। वहीं शेखपुरा में सबसे कम मुखिया महिला होंगी। पूर्वी चम्पारण जिले
के 27 प्रखंडों में मुखिया के कुल 410 पद हैं जिनमें 184 पद महिलाओं के
लिए आरक्षित हैं।
इसी तरह पटना जिले में जहां 147 महिला मुखिया होंगी वहीं भोजपुर में 104,
बक्सर में 63, नालंदा और गोपालगंज में 108-108, कैमूर में 66, गया में 145,
जहांनाबाद में 42, अरवल में 29, औरंगाबाद में 94 महिला मुखिया होंगी।
शेखपुरा जिले में सबसे कम मात्र 20 महिला मुखिया होंगी।