रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में गरीबी से तंग आकर एक मजदूर
युवक ने तीन बच्चों के साथ आत्मदाह कर लिया, जिससे दो बच्चों की मौत हो गई
जबकि युवक और एक बच्ची अस्पताल में भर्ती है।
रायपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यहां बताया कि शहर के
खमतराई थाना क्षेत्र के अंतर्गत रावाभाठा मोहल्ले में 30 वर्षीय गजानंद
निर्मलकर ने स्वयं पर और तीन बच्चों श्वेता [10], प्रिया [आठ] और मयंक [दो]
के शरीर पर मिट्टी तेल उड़ेलकर आग लगा ली, जिससे मयंक और प्रिया की मृत्यु
हो गई जबकि गजानंद और बेटी श्वेता को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गजानंद के परिजनों से मिली जानकारी के
मुताबिक गजानंद मजदूरी करता है तथा कुछ दिनों पहले उसके घर में एक बच्चे का
जन्म हुआ है। गजानंद ने पत्नी सरीता और बेटे मयंक के ईलाज के लिए मोहल्ले
के लोगों से कर्ज लिया हुआ था। कर्ज नहीं चुका पाने के कारण वह लगातार
परेशान रहता था।
शुक्रवार देर रात इसी बात को लेकर गजानंद और सरीता के बीच बहस हुई तब
उसने सरीता और अपने दुधमुंहे बच्चे को घर से बाहर निकाला और तीन अन्य
बच्चों को साथ में लेकर आग लगा ली। सरीता ने जब बच्चों की चीख पुकार सुनी
तब उसने पड़ोसियों की मदद से गजानंद और तीनों बच्चों को शहर के डाक्टर
भीमराव अंबेडकर अस्पताल पहुंचाया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ईलाज के दौरान मयंक और प्रिया की मौत हो गई है जबकि गजानंद और बेटी श्वेता की हालत गंभीर बनी हुई है।