गांव उजाड़ा, बना रहे हैं टूरिस्ट सेंटर

जयपुर.
एक ओर जहां सरिस्का को बाघों से आबाद करने के लिए गांवों को हटाया जा रहा
है वहीं कोर एरिया में स्थित कांकवाड़ी किले को संवारा गया है, ताकि ज्यादा
से ज्यादा पर्यटक यहां आएं।




वन विभाग की इस कारगुजारी पर केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश
ने कड़ी आपत्ति जताई है। इसे गंभीर मसला बताते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री
अशोक गहलोत को पत्र लिखा है और व्यक्तिगत हस्तक्षेप करने को कहा है।
सरिस्का के मुख्य प्रवेश स्थल से यह किला करीब 20 किलोमीटर अंदर है।
सरिस्का से जिन गांव को हटाया जाना है, उनमें कांकवाड़ी किले के नजदीक
कांकवाड़ी गांव प्रमुख है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, गांव के 170
परिवारों में से 117 को मुआवजा देकर विस्थापित किया जा चुका है जबकि 19
परिवारों को हटाने की प्रक्रिया चल रही है। यहां 34 परिवार बाकी हैं।




मुख्यमंत्री हस्तक्षेप करें: जयराम रमेश




जयराम रमेश की ओर से 2 दिसंबर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखे गए पत्र
में कहा गया है कि सरिस्का में पर्यटन विभाग की मदद से कांकवाडी किले के
पुनरुद्धार की जानकारी मिली है। यह गंभीर मामला है क्यांेकि केंद्र सरकार
सरिस्का को सुरक्षित बनाने के लिए कोर एरिया से गांवों को हटाने के लिए
काफी सहायता दे रही है। कोर एरिया में किसी प्रकार का दखल नहीं होनी चाहिए,
इसलिए पर्यटन गतिविधियों को कड़ाई से नियंत्रित करने की जरूरत है।
कांकवाड़ी किले को पर्यटन के लिए खोलने से रोकने के लिए आपसे व्यक्तिगत
हस्तक्षेप का आग्रह करता हूं।




कुछ महीने पहले किले की मरम्मत जरूर की गई थी, लेकिन यहां पर्यटकों को
ठहराने की योजना नहीं है। ईको टूरिज्म को प्रमोट करना राज्य की नीति है।
पर्यटक तो कोर एरिया में ही दिलचस्पी रखते हैं। – एच.ए. भाटिया, राजस्थान
के मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक

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