अफसरों ने अटकाया 17 लाख किसानों का अनुदान

जयपुर
पिछले साल अकाल की मार से पीड़ित किसानों को इस साल खरीफ में खाद बीज
खरीदने के लिए आदान अनुदान के रूप में दी जाने वाली सरकारी सहायता घोषणा के
8 महीनों बाद भी उन तक नहीं पहुंच पाई है। यह पैसा किसानों को खरीफ की
बुवाई से पहले ही जून तक बांट देना था, लेकिन राजस्व विभाग, कलेक्टरों और
सहकारी बैंकों की सुस्ती के चलते यह पैसा आठ महीनों से उनकी तिजोरी में ही
बंद पड़ा है। हालांकि सरकार की घोषणा के बाद अकाल प्रभावित 58.63 लाख
किसानों के लिए 673.13 करोड़ रुपए आदान अनुदान के लिए जारी कर दिए थे।
इनमें से 17 लाख किसानों को अब तक 198 करोड़ का अनुदान नहीं बांटा गया।




आदान अनुदान का पैसा बांटने का काम सरकार ने सहकारी बैंकों को दिया था।
इसके लिए प्रदेश भर में केंद्रीय सहकारी बैंकों (सीसीबी) ने किसानों के
खाते तो खोल दिए लेकिन पैसा बांटने के लिए कोई प्रयास नहीं किए। कई किसानों
को सरकारी घोषणा की जानकारी ही नहीं है और खरीफ में कई छोटे किसानों को
खाद बीज खरीदने के लिए कर्ज लेना पड़ा।






यह थी योजना




राज्य सरकार ने 2009 में अकाल से बर्बाद हुई फसलों के कारण पीड़ित किसानों
को 2000 रुपए प्रति हेक्टेयर की दर से अधिकतम 2 हेक्टेयर तक आदान अनुदान
देने की घोषणा की थी। यह पैसा किसानों को खरीफ 2010 की बुवाई के लिए खाद
बीज खरीदने में सहायता के तौर पर दिया जाना था।




अब जागा सहकारी विभाग


सहकारी बैंकों की इस ढिलाई को खुद सहकारिता रजिस्ट्रार पीएस मेहरा ने
स्वीकार किया है और हाल ही में सभी सीसीबी के एमडी को इस ढिलाई पर कड़ा
चेतावनी भरा पत्र भेजा है। इस पत्र में आदान अनुदान का पैसा प्रशासन गांवों
के संग अभियान में सभी किसानों में बांटने के आदेश दिए हैं। सभी किसानों
को अनुदान का पैसा नहीं बांटने वाले एमडी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही
की चेतावनी दी गई है।






ञ्चआदान अनुदान का पैसा ज्यादातर बांट दिया है जो किसान रह गए हैं उन्हें प्रशासन गांवों के संग अभियान में पैसा बांटा जाएगा।




आर.के. मीणा,




प्रमुख सचिव, कृषि और सहकारिता विभाग




ञ्च आदिवासी क्षेत्रों में अनुदान राशि कम होने के कारण किसान पैसा लेने ही
नहीं आ रहे हैं। अब सभी केंद्रीय सहकारी बैंकों को आदान अनुदान का पूरा
पैसा सभी किसानों को 31 दिसंबर तक बांटकर प्रमाण पत्र पेश करने के आदेश दिए
गए हैं।




आर.सी.एस. जोधा,एमडी, अपेक्स बैंक

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