शिमला .
पंचायत चुनाव के पहले कर्मचारियों की सबसे अधिक संख्या वाले शिक्षा महकमे
में पदोन्नतियों की भरमार लगने वाली है। अगले एक दो हफ्ते में कई वर्गो को
पदोन्नति का तोहफा मिल सकता है। पदोन्नतियां देने में कहीं पंचायत चुनाव के
कारण चुनावी आचार संहिता आड़े न आ जाए इसलिए पदोन्नतियांे से संबंधित
औपचारिकताओं को पूरा करने का काम फटाफट चल रहा है।
इसी हफ्ते तक खुशखबरी
विभाग के अनुसार सबसे पहले लगभग 150 जूनियर असिस्टेंट को सीनियर असिस्टेंट
बनाने की औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। इन्हें इसी हफ्ते के अंत तक
पदोन्नतियां दिए जाने की पूरी संभावनाएं है। इन पदोन्नतियांे के लिए डीपीसी
जल्द ही हो जाने रही है और इसके लिए पैनल तैयार कर मंजूरी के लिए भेज दिया
गया है। इसे मंजूरी मिलने के बाद फिर स्कूल आवंटित करने की प्रकिया शुरू
की जाएगी।
शर्त बन रही आड़े
शिक्षा विभाग ने इन पदों पर पदोन्नतियों के लिए दस साल के सेवा कार्यकाल की
शर्त रखी है, लेकिन इस शर्त को पूरा करने वाले जूनियर असिस्टेंट की संख्या
कम हो रही है जिसकी वजह से कम संख्या में पदोन्नतियां देना ही संभव हो पा
रहा है।
शिक्षा विभाग ने सितंबर 2010 तक इस शर्त को पूरा करने वाले सभी जूनियर
असिस्टेंट को पदोन्नतियां देने का निर्णय लिया है। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ.
ओ.पी. शर्मा का कहना है कि जूनियर असिस्टेंट को पदोन्नतियां देने के लिए
अभी तक लगभग सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं और इसी हफ्ते के अंत तक
पदोन्नतियां प्रदान कर दी जाएंगी।
सीएंडवी-जेबीटी शिक्षकों को भी मिलेगी तरक्की
इसी तरह प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय में भी जेबीटी और सीएंडवी काडर से
संबधित शिक्षकों को पदोन्नतियां देने की प्रकिया को अतिशीघ्र शुरू किया जा
रहा है। 600 शिक्षकों को पदोन्नतियां दी जानी प्रस्तावित हैं। इनके लिए भी
जिला स्तर से एसीआर मंगवाने की प्रकिया शुरू हो गई है।
अगर यह पदोन्नतियां आचार संहिता से पहले नहीं मिल पाती हैं तो इन दोनों ही
कैटेगरी के शिक्षकों को फिर मार्च माह तक इंतजार करना पड़ेगा। कई शिक्षकों
की एसीआर समय पर न मिल पाने से इन पदोन्नतियों को देने में रुकावटें आ सकती
हैं।
पंचायत चुनाव के पहले कर्मचारियों की सबसे अधिक संख्या वाले शिक्षा महकमे
में पदोन्नतियों की भरमार लगने वाली है। अगले एक दो हफ्ते में कई वर्गो को
पदोन्नति का तोहफा मिल सकता है। पदोन्नतियां देने में कहीं पंचायत चुनाव के
कारण चुनावी आचार संहिता आड़े न आ जाए इसलिए पदोन्नतियांे से संबंधित
औपचारिकताओं को पूरा करने का काम फटाफट चल रहा है।
इसी हफ्ते तक खुशखबरी
विभाग के अनुसार सबसे पहले लगभग 150 जूनियर असिस्टेंट को सीनियर असिस्टेंट
बनाने की औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। इन्हें इसी हफ्ते के अंत तक
पदोन्नतियां दिए जाने की पूरी संभावनाएं है। इन पदोन्नतियांे के लिए डीपीसी
जल्द ही हो जाने रही है और इसके लिए पैनल तैयार कर मंजूरी के लिए भेज दिया
गया है। इसे मंजूरी मिलने के बाद फिर स्कूल आवंटित करने की प्रकिया शुरू
की जाएगी।
शर्त बन रही आड़े
शिक्षा विभाग ने इन पदों पर पदोन्नतियों के लिए दस साल के सेवा कार्यकाल की
शर्त रखी है, लेकिन इस शर्त को पूरा करने वाले जूनियर असिस्टेंट की संख्या
कम हो रही है जिसकी वजह से कम संख्या में पदोन्नतियां देना ही संभव हो पा
रहा है।
शिक्षा विभाग ने सितंबर 2010 तक इस शर्त को पूरा करने वाले सभी जूनियर
असिस्टेंट को पदोन्नतियां देने का निर्णय लिया है। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ.
ओ.पी. शर्मा का कहना है कि जूनियर असिस्टेंट को पदोन्नतियां देने के लिए
अभी तक लगभग सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं और इसी हफ्ते के अंत तक
पदोन्नतियां प्रदान कर दी जाएंगी।
सीएंडवी-जेबीटी शिक्षकों को भी मिलेगी तरक्की
इसी तरह प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय में भी जेबीटी और सीएंडवी काडर से
संबधित शिक्षकों को पदोन्नतियां देने की प्रकिया को अतिशीघ्र शुरू किया जा
रहा है। 600 शिक्षकों को पदोन्नतियां दी जानी प्रस्तावित हैं। इनके लिए भी
जिला स्तर से एसीआर मंगवाने की प्रकिया शुरू हो गई है।
अगर यह पदोन्नतियां आचार संहिता से पहले नहीं मिल पाती हैं तो इन दोनों ही
कैटेगरी के शिक्षकों को फिर मार्च माह तक इंतजार करना पड़ेगा। कई शिक्षकों
की एसीआर समय पर न मिल पाने से इन पदोन्नतियों को देने में रुकावटें आ सकती
हैं।