पटना, हमारे प्रतिनिधि: सरकार की गलत नीतियों के कारण पिछले कुछ वर्षो
में देश के दो लाख से अधिक किसानों ने आत्महत्या की है। देश के किसान
दिनोंदिन गरीब होते जा रहे हैं, जबकि विदेशी कंपनियां मोटी कमाई कर रही
हैं। ये बातें सोमवार को स्थानीय श्रीकृष्ण विज्ञान केन्द्र में आयोजित एक
बैठक में किसान स्वराज्य यात्रा में शामिल वक्ताओं ने कहीं। किसान स्वराज्य
यात्रा 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के पावन अवसर पर गुजरात के साबरमती आश्रम
से शुरू की गयी थी। यात्रा देश के 12 राज्यों से गुजरने के बाद सोमवार को
पटना पहुंची। देश के 20 राज्यों का दौरा करने के बाद आगामी 11 दिसम्बर को
दिल्ली में सम्पन्न हो जायेगी। राजधानी के श्रीकृष्ण विज्ञान केन्द्र में
बैठक करने के बाद किसानों ने गांधी मैदान तक एक रैली निकाली। रैली में
शामिल किसानों राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित
की। यात्रा रविवार की रात पटना पहुंची थी एवं सोमवार की शाम मुजफ्फरपुर के
लिए रवाना हो गयी।
समारोह के मुख्य अतिथि एवं राज्य किसान आयोग के अध्यक्ष उपेन्द्र नाथ
वर्मा ने कहा कि राज्य में गठित होने वाली नयी सरकार प्रदेश को जैविक राज्य
घोषित करेगी। इसके लिए राज्य किसान आयोग पहल करेगा। उन्होंने कहा कि राज्य
की कृषि डीजल मुक्त करने के लिए अभियान चलाया जायेगा। इस अवसर पर भारतीय
किसान यूनियन के अध्यक्ष रामानुज ने कहा कि देश की धरती बंजर हो रही है।
पैदावार गिर रहा है। यह सभी के लिए चिंता का विषय है। मौके पर जी.एम.मुक्त
बिहार अभियान के संयोजक पंकज भूषण, किसान संघ के युवा अध्यक्ष श्रीराम
शर्मा, गजानंद भाऊ एवं कविता कुरुघंटी सहित कई लोगों ने भाग लिया।