खूंटी : राज्य सरकार ने सोमवार से बिरसा जयंती के मौके पर सूबे के 23 जिले में नये बीपीएल कार्ड धारकों के बीच निशुल्क अनाज का वितरण किया, लेकिन
इस योजना के लाभ से से बिरसा की धरती खूंटी को ही वंचित कर दिया गया. यहां
के लोग बीपीएल योजना का लाभ नहीं उठा पायेंगे. ऐसा क्यूं हुआ, इसका जवाब सरकार ही दे सकती है. जानकारी के मुताबिक सरकार ने प्रदेश के 23 जिले के 9.90 लाख बीपीएल कार्ड धारियों को निशुल्क अनाज देने की योजना की शुरुआत की.
इसके तहत प्रत्येक कार्ड धारकों को प्रतिमाह 35 किलोग्राम चावल मुहैया कराने की योजना है. खूंटी जिला, जो गत कई वर्षो से ही नक्सलवाद व सूखे की चपेट में है, इसका ध्यान नहीं रखा गया. इस वर्ष खूंटी में महज 30 प्रतिशत ही खेती हो पायी है. नये कार्डधारियों को लाभ नहीं मिलने से यहां के गरीब सकते में हैं.
ग्रामीणों
का कहना है कि अबतक उन्हें फसल बीमा की राशि का भुगतान तक नहीं किया गया
है. लोग रोजगार के लिए बाहर पलायन कर रहे हैं. ऐसी विकट परिस्थिति में
उन्हें बीपीएल का लाभ नहीं देना समझ से बाहर है. ग्रामीणों के अनुसार यदि
उन्हें बीपीएल का लाभ नहीं मिला, तो वह भूखमरी की स्थिति से गुजरेंगे.
स्थिति यही रही, तो
मजबूरन उन्हें बंदूक पकड़ना होगा. इस मामले को स्थानीय विधायक नीलकंठ सिंह
मुंडा ने भी गंभीरता से लिया है. उन्होंने इसे लेकर सीएम से बात करने की
बात कही है.
खूंटी
के डीसी राकेश कुमार ने इस संबंध में कहा कि नये बीपीएल कार्ड धारियों की
सूची निर्धारण व संबंधित अन्य डाटा सरकार को समय पर नहीं भेजा गया. इससे यह
त्रृटि हुई है. इस मामले पर गंभीरता बरती जा रही है. जल्द ही खूंटी जिला
के नये बीपीएल कार्ड धारकों को भी अनाज मिलेगा.
इस योजना के लाभ से से बिरसा की धरती खूंटी को ही वंचित कर दिया गया. यहां
के लोग बीपीएल योजना का लाभ नहीं उठा पायेंगे. ऐसा क्यूं हुआ, इसका जवाब सरकार ही दे सकती है. जानकारी के मुताबिक सरकार ने प्रदेश के 23 जिले के 9.90 लाख बीपीएल कार्ड धारियों को निशुल्क अनाज देने की योजना की शुरुआत की.
इसके तहत प्रत्येक कार्ड धारकों को प्रतिमाह 35 किलोग्राम चावल मुहैया कराने की योजना है. खूंटी जिला, जो गत कई वर्षो से ही नक्सलवाद व सूखे की चपेट में है, इसका ध्यान नहीं रखा गया. इस वर्ष खूंटी में महज 30 प्रतिशत ही खेती हो पायी है. नये कार्डधारियों को लाभ नहीं मिलने से यहां के गरीब सकते में हैं.
ग्रामीणों
का कहना है कि अबतक उन्हें फसल बीमा की राशि का भुगतान तक नहीं किया गया
है. लोग रोजगार के लिए बाहर पलायन कर रहे हैं. ऐसी विकट परिस्थिति में
उन्हें बीपीएल का लाभ नहीं देना समझ से बाहर है. ग्रामीणों के अनुसार यदि
उन्हें बीपीएल का लाभ नहीं मिला, तो वह भूखमरी की स्थिति से गुजरेंगे.
स्थिति यही रही, तो
मजबूरन उन्हें बंदूक पकड़ना होगा. इस मामले को स्थानीय विधायक नीलकंठ सिंह
मुंडा ने भी गंभीरता से लिया है. उन्होंने इसे लेकर सीएम से बात करने की
बात कही है.
खूंटी
के डीसी राकेश कुमार ने इस संबंध में कहा कि नये बीपीएल कार्ड धारियों की
सूची निर्धारण व संबंधित अन्य डाटा सरकार को समय पर नहीं भेजा गया. इससे यह
त्रृटि हुई है. इस मामले पर गंभीरता बरती जा रही है. जल्द ही खूंटी जिला
के नये बीपीएल कार्ड धारकों को भी अनाज मिलेगा.