रोहतक. प्रदेश
में 30 हजार से अधिक परिवार ऐसे है, जिनके पास सिर ढकने के लिए छत नहीं है।
सरकार ने ऐसे लोगों की सूची तैयार कर गुलाबी कार्ड बनाने का निर्णय लिया
हैं ताकि उनको सस्ते दाम पर अनाज वितरित किया जाए। रोहतक में सबसे कम तथा
पानीपत में सबसे अधिक परिवार बेघर की सूची में शामिल हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने जब से केंद्र सरकार को निर्देश जारी किए है कि अनाज को
गोदामों में सड़ने की बजाय गरीबों को मुफ्त वितरित किया जाए तभी से सरकार
काफी गंभीर है। प्रदेश सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों की पालना
करते हुए बेघर लोगों की सूची तैयार कराई है। इन परिवारों के गुलाबी कार्ड
जारी सस्ते दाम पर अनाज वितरित किया जाएगा।
बेघर परिवार के सर्वे का कार्य शहरी क्षेत्रों में राज्य शहरी विकास
सोसायटी तथा ग्रामीण क्षेत्र में ग्रामीण विकास विभाग को सौंपा गया था।
सर्वे के मुताबिक प्रदेश में कुल 32 हजार 980 परिवार ऐसे मिलें, जिनके पास
खुद का मकान नहीं हैं। सरकार ने खाद्य एवं पूर्ति विभाग निदेशालय को आदेश
जारी किए है कि इन बेघर लोगों को एक वर्ष के लिए गुलाबी कार्ड जारी किए जाए
ताकि उनको सस्ते दाम पर अनाज वितरित किया जा सके। संयुक्त निदेशक खाद्य
एवं पूर्ति विभाग ने सभी जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक को गुलाबी कार्ड
बनाने के लिए सूची भेज दी है।
गुलाबी कार्ड बनाने के लिए 30 सितंबर तक समय दिया है। इतना ही नहीं
प्रत्येक सप्ताह कितने राशन कार्ड जारी किए, इनकी रिपोर्ट मुख्यालय को
भेजनी होगी।
सरकार द्वारा जारी बेघर परिवार की सूची
जिला मकान धारक बेघर
अंबाला 145934 2031
भिवानी 260951 1539
फरीदाबाद 160314 3258
फतेहाबाद 137193 2579
गुड़गांव 98130 467
हिसार 237925 1135
झज्जर 130747 621
जींद 183976 574
कैथल 173186 1768
करनाल 195597 1533
कुरुक्षेत्र 140532 1766
महेंद्रगढ़ 145430 1338
मेवात 192388 2240
पंचकूला 41340 1740
पानीपत 135938 3652
रेवाड़ी 136008 584
रोहतक 120308 407
सिरसा 184637 2512
सोनीपत 183373 1779
यमुनानगर 160315 1457
सर्वे पर उठने लगे सवाल
सरकार ने बेघर परिवार की जो सूची खाद्य एवं पूर्ति विभाग को सौंपी है। जिला
स्तर पर जांच शुरू की तो उनमें 50 प्रतिशत मकान मालिक पाए गए। सहायक खाद्य
एवं पूर्ति अधिकारी हरिकिशन नागपाल से इस विषय में बात की तो उन्होंने
बताया कि सूची के मुताबिक जांच की जा रही है, जिसमें अधिकतर परिवार के मकान
पाए गए है। सरपंच, नंबरदार औरडिपो होल्डर से जांच कराई जा रही हैं। शीघ्र
ही इसकी सूची विभाग को सौंप दी जाएगी। जिसमें कितने बेघर है और कितने मकान
धारक हैं।
2.10 पैसे प्रति किलो मिलेगा अनाज
गुलाबी कार्ड धारकों को खाद्य एवं पूर्ति विभाग से दो रुपए 10 पैसे प्रति
किलो अनाज वितरित किया जाएगा। प्रत्येक कार्ड पर 35 किलो अनाज दिया जाता
है। अनाज कम रेट पर मुहैया होने से गरीब से गरीब परिवार भी गुजारा चला
सकेगा। हालांकि सरकार ने जिन परिवारों की सूची विभाग को सौंपी है, उनको
अनाज वितरित किए जाने के लिए फिलहाल रेट अलग से निर्धारित नहीं किए गए है।
खाद्य एवं पूर्ति निदेशालय से सूची मिल गई है। उन परिवारों की जांच कराई जा
रही है। जांच के बाद गुलाबी कार्ड बनाने का कार्य शुरू किया जाएगा। सभी
खंड अधिकारियों को लिस्ट भेज दी है ताकि उनकी ग्राउंड स्तर पर रिपोर्ट बनाई
जाए।
में 30 हजार से अधिक परिवार ऐसे है, जिनके पास सिर ढकने के लिए छत नहीं है।
सरकार ने ऐसे लोगों की सूची तैयार कर गुलाबी कार्ड बनाने का निर्णय लिया
हैं ताकि उनको सस्ते दाम पर अनाज वितरित किया जाए। रोहतक में सबसे कम तथा
पानीपत में सबसे अधिक परिवार बेघर की सूची में शामिल हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने जब से केंद्र सरकार को निर्देश जारी किए है कि अनाज को
गोदामों में सड़ने की बजाय गरीबों को मुफ्त वितरित किया जाए तभी से सरकार
काफी गंभीर है। प्रदेश सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों की पालना
करते हुए बेघर लोगों की सूची तैयार कराई है। इन परिवारों के गुलाबी कार्ड
जारी सस्ते दाम पर अनाज वितरित किया जाएगा।
बेघर परिवार के सर्वे का कार्य शहरी क्षेत्रों में राज्य शहरी विकास
सोसायटी तथा ग्रामीण क्षेत्र में ग्रामीण विकास विभाग को सौंपा गया था।
सर्वे के मुताबिक प्रदेश में कुल 32 हजार 980 परिवार ऐसे मिलें, जिनके पास
खुद का मकान नहीं हैं। सरकार ने खाद्य एवं पूर्ति विभाग निदेशालय को आदेश
जारी किए है कि इन बेघर लोगों को एक वर्ष के लिए गुलाबी कार्ड जारी किए जाए
ताकि उनको सस्ते दाम पर अनाज वितरित किया जा सके। संयुक्त निदेशक खाद्य
एवं पूर्ति विभाग ने सभी जिला खाद्य एवं पूर्ति नियंत्रक को गुलाबी कार्ड
बनाने के लिए सूची भेज दी है।
गुलाबी कार्ड बनाने के लिए 30 सितंबर तक समय दिया है। इतना ही नहीं
प्रत्येक सप्ताह कितने राशन कार्ड जारी किए, इनकी रिपोर्ट मुख्यालय को
भेजनी होगी।
सरकार द्वारा जारी बेघर परिवार की सूची
जिला मकान धारक बेघर
अंबाला 145934 2031
भिवानी 260951 1539
फरीदाबाद 160314 3258
फतेहाबाद 137193 2579
गुड़गांव 98130 467
हिसार 237925 1135
झज्जर 130747 621
जींद 183976 574
कैथल 173186 1768
करनाल 195597 1533
कुरुक्षेत्र 140532 1766
महेंद्रगढ़ 145430 1338
मेवात 192388 2240
पंचकूला 41340 1740
पानीपत 135938 3652
रेवाड़ी 136008 584
रोहतक 120308 407
सिरसा 184637 2512
सोनीपत 183373 1779
यमुनानगर 160315 1457
सर्वे पर उठने लगे सवाल
सरकार ने बेघर परिवार की जो सूची खाद्य एवं पूर्ति विभाग को सौंपी है। जिला
स्तर पर जांच शुरू की तो उनमें 50 प्रतिशत मकान मालिक पाए गए। सहायक खाद्य
एवं पूर्ति अधिकारी हरिकिशन नागपाल से इस विषय में बात की तो उन्होंने
बताया कि सूची के मुताबिक जांच की जा रही है, जिसमें अधिकतर परिवार के मकान
पाए गए है। सरपंच, नंबरदार औरडिपो होल्डर से जांच कराई जा रही हैं। शीघ्र
ही इसकी सूची विभाग को सौंप दी जाएगी। जिसमें कितने बेघर है और कितने मकान
धारक हैं।
2.10 पैसे प्रति किलो मिलेगा अनाज
गुलाबी कार्ड धारकों को खाद्य एवं पूर्ति विभाग से दो रुपए 10 पैसे प्रति
किलो अनाज वितरित किया जाएगा। प्रत्येक कार्ड पर 35 किलो अनाज दिया जाता
है। अनाज कम रेट पर मुहैया होने से गरीब से गरीब परिवार भी गुजारा चला
सकेगा। हालांकि सरकार ने जिन परिवारों की सूची विभाग को सौंपी है, उनको
अनाज वितरित किए जाने के लिए फिलहाल रेट अलग से निर्धारित नहीं किए गए है।
खाद्य एवं पूर्ति निदेशालय से सूची मिल गई है। उन परिवारों की जांच कराई जा
रही है। जांच के बाद गुलाबी कार्ड बनाने का कार्य शुरू किया जाएगा। सभी
खंड अधिकारियों को लिस्ट भेज दी है ताकि उनकी ग्राउंड स्तर पर रिपोर्ट बनाई
जाए।