पंचायत चुनाव : तीसरे चरण में भी हिंसा

लखनऊ, जाब्यू। पंचायत चुनाव में कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए
तैयार ‘एक्शन प्लान’ मतदान के तीसरे चरण में शुक्रवार को भी फेल हो गया।
चुनाव में आधा दर्जन से ज्यादा स्थानों पर मतपेटियां लूट ली गई। फायरिंग
हुई। लाठियां चली। पथराव हुआ। दो व्यक्ति मारे गये। पचास से ज्यादा लोग
घायल हुए। पुलिस ने तीन दर्जन से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है।
पर्यवेक्षकों, जिलाधिकारियों ने ढाई दर्जन से ज्यादा बूथों पर पुनर्मतदान
की सिफारिश की है। यह संख्या भी बढ़ सकती है। हिंसा के बीच 72 प्रतिशत
मतदान हुआ है। चुनाव में हिंसा न रुक पाने पर विपक्ष ने सरकार पर हमला तेज
कर दिया है। समाजवादी पार्टी और भाजपा ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार के
मंत्री और सत्तारूढ़ दल के विधायक, पदाधिकारी बूथ कैप्चरिंग की घटनाओं में
शामिल हैं। राज्यपाल को हस्तक्षेप कर केन्द्रीय बल तैनात करने का आदेश देना
चाहिए।

उधर राज्य निर्वाचन आयोग और गृह विभाग का सुर बदल गया है। पहले दो
चरणों में हिंसा न रोक पाने के लिए जिला प्रशासन व पुलिस अधिकारियों पर
नाराजगी दिखाने वाले निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को कहा, कि इतने बड़े चुनाव
में इस तरह की घटनाएं तो होती ही रहेंगी। तो उधर अपर पुलिस महानिदेशक
बृजलाल ने कहा, पूर्ववर्ती सरकारों में पंचायत चुनाव में इससे ज्यादा हिंसा
होती रही है। निर्वाचन आयोग से शुक्रवार को जब मीडिया ने सवाल किया कि
मतपेटियों की लूट होने पर गोलियां चलाने और घटना को अंजाम देने वालों पर
रासुका के तहत कार्रवाई करने की घोषणा हुई थी, फिर अमल क्यों नहीं हुआ तो
संयुक्त निर्वाचन आयुक्त जय प्रकाश सिंह ने कहा, यह कार्रवाई स्थानीय
प्रशासन के विवेक पर निर्भर करती है। उसने कहीं इसकी आवश्यकता नहीं समझी
होगी।’

जय प्रकाश सिंह ने बताया गाजीपुर जिले के जमानिया थाने के महुली
केन्द्र पर पूर्व प्रधान विशाल सिंह ने सुबह समर्थकों के साथ बूथ पर कब्जा
कर लिया। विरोधी गुट ने विरोध किया तो दोनों ओर से फायरिंग हुई जिसमें
विशाल सिंह की मौके पर मौत हो गयी एवं तीन लोग घायल हो गये। इसके बाद मतदान
रोक दिया गया। संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद थाने के महाथान केन्द्र पर
फर्जी मतदान को लेकर दो गुटों में गोली चली जिसमें श्याम त्रिपाठी की
घटनास्थल पर मौत हो गयी तथा दो घायल हो गये। इसमें शहनशाह आलम सहित तीन
लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया जिसमें एक रेलवे का टीटी है।

संयुक्त निर्वाचन आयुक्त के अनुसार इलहाबाद के मऊआइमा ब्लाक में खानपुर
केन्द्र पर लोगों ने मतपेटिका में पानी डाल दिया। जिससे चुनाव रोक दिया
गया। बरेली के फरीदपुर ब्लाक में मेवापट्टी केद्र पर भी मतपेटिका में पानी
डालने की घटना हुई। मतदान स्थगित होने के बाद यहां से पोलिंग पार्टी वापस
चली गयी। आजमगढ़ में कोइलसा ब्लाक के रानीपुर व अम्बेडकरनगर के चांदपुर
भटपुरा बूथ पर भी मतपेटिका में पानी डालने की घटना हुई। गाजीपुर में
जमानिया ब्लाक के कुर्स केन्द्र की मतपेटिका लेकर कुछ लोग भाग गये और तालाब
में डाल दिया। उक्त तीनों बूथों पर पुनर्मतदान कराया जाएगा।

उन्होंनेबताया फिरोजाबाद के बैरई केन्द्र पर सबेरे सात बजे दो गुटों
में फायरिंग हुई किन्तु मतदान बाधित नहीं हुआ। रमाबाईनगर के ब्लाक बेड़ामऊ
में बरौर केन्द्र पर हमला करके कुछ लोगों ने पीठासीन अधिकारी से मतपत्र छीन
लिया किन्तु कुछ देर बाद मतदान पुन: शुरू हो गया। बलरामपुर जिले के मझगवां
केन्द्र पर भी मारपीट हुई। कन्नौज जिले के गुरसहायगंज में मचपुरवा केन्द्र
पर दो उम्मीदवारों के एजेंटों के बीच मारपीट हुई। दोनों ओर से चार लोगों
को थाने में बैठा लिया गया और मतदान शांतिपूर्वक सम्पन्न हुआ। मेरठ में
हस्तिनापुर थाने के शाहपुर केन्द्र पर भी झगड़ा-झंझट हुआ जिसके कारण कुछ समय
के लिए मतदान रुका रहा। प्रतापगढ़ में सांगीपुर ब्लाक के पीतापुर केन्द्र
पर झगड़े के कारण मतदान बाधित हुआ। देवरिया में बरहज ब्लाक के उसमा,
सहारनपुर के बहेड़ी व मऊ जिले के कोटागंज केन्द्रों पर भी मारपीट के कारण
मतदान बाधित हुआ। मुजफ्फरनगर के शेरपुर केन्द्र पर दो गुटों में मारपीट में
मुंसफअली, कलुआ व इकलाक घायल हो गये। चार लोगों को हिरासत में लिया गया
है। आगरा में बरौली अहीर केन्द्र पर शराब के नशे में धुत प्रधान पद की
उम्मीदवार के पति ने सिपाही पर हमला बोल दिया जिसमें सिपाही व होमगार्ड के
दो जवान घायल हो गये। हमलावर को हिरासत में ले लिया गया। गोण्डा में ब्लाक
कटरा के पवड़िया केन्द्र पर पीठासीन अधिकारी पर पक्षपात का आरोप लगने के
कारण कुछ देर के लिए मतदान बाधित हुआ सेक्टर मजिस्ट्रेट ने मौके पर पहुंचकर
मतदान पुन: शुरू कराया।

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