मोतिहारी,पूच। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को कांग्रेस पर पलटवार
करते हुए कहा है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए मिलने तक से
इंकार करनेवाले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह किस मुंह से हिसाब मांग रहे हैं।
राज्य की जनता के विश्वास पर सूबे का विकास किया है। यदि केंद्र ने गरीबों
के लिए मुफ्त अनाज नहीं उपलब्ध कराया तो राज्य सरकार अपने बलबूते पर
उन्हें मुफ्त अनाज या उसके बदले राशि देगी। वे शहर के स्पोर्ट्स क्लब में
भाजपा प्रत्याशी प्रमोद कुमार, कल्याणपुर के बाकरपुर में जदयू प्रत्याशी
रजिया खातून, केसरिया के हुसैनी बाजार में भाजपा प्रत्याशी सचीन्द्र सिंह व
पहाड़पुर के बजरंग मेला परिसर में जदयू प्रत्याशी मीना द्विवेदी के पक्ष
में चुनावी सभाओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने चम्पारण में ही केंद्रीय
विश्वविद्यालय खोलवाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए कहा कि इस
पर कोई पुनर्विचार संभव नहीं है। उन्होंने गरीबी, बेरोजगारी व प्रदेश की
बदहाली के लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद व कांग्रेस को जवाबदेह बताते हुए
कहा कि पांच वर्षो को छोड़कर सूबे में इन्हीं दोनों ने शासन किया। आज जब
पांच वर्षो में सूबे में विकास की गाड़ी तेज हुई तो इनके कलेजे पर सांप लोट
रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें केंद्र से सहायता राशि नहीं बल्कि
विशेष राज्य का दर्जा चाहिए। इससे केंद्रीय करों में राहत मिलेगी और सूबे
में विकास के कार्य और तेज होंगे। उन्होंने अफसोस प्रकट करते हुए कहा कि
इसके लिए वर्ष 2006 में ही सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलने के लिए समय
मांगा, लेकिन प्रधानमंत्री ने आज तक समय नहीं दिया। बिहार के साथ भेदभाव का
जिक्र करते हुए श्री कुमार ने कहा कि सूनामी में तमिलनाडू, भूकम्प में
गुजरात व बाढ़ में मुम्बई जैसे धनी प्रदेशों को केंद्र ने आर्थिक मदद की,
लेकिन कोशी आपदा में दी गई सहायता राशि वापस ले ली। एफसीआई के गोदाम में
अनाज सड़ रहा है। कोर्ट ने प्रतिकूल टिप्पणी की, लेकिन गरीबों में बांटने के
लिए अनाज नहीं मिल रहा। बावजूद इसके छात्राओं को साइकिल देने व महिला
आरक्षण में बिहार देश का नजीर बना। उन्होंने अगली बार भ्रष्टाचारियों पर
शामत बनकर टूटने की घोषणा करते हुए कहा कि इनकी संपत्तिको जब्त कर वहां
स्कूल खोले जाएंगे। वहीं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद राधामोहन
सिंह ने कहा कि पूर्ववर्ती शासनकाल में मंत्री पानी कम अलकतरा अधिक पीते
थे, जिससे विकास ठप पड़ गया था, जबकि नीतीश-मोदी सरकार ने इमानदार प्रयास कर
सूबे की तस्वीर बदल दी। सभा को भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष
अब्दुल रहमान समेत कई नेताओं ने संबोधित किया। मोतिहारी में सभा की
अध्यक्षता जदयू नेता चंद्रशेखर गुप्ता, पहाड़पुर में जदयू जिलाध्यक्ष प्रो.
दिनेशचंद्र प्रसाद व कल्याणपुर में सभा की अध्यक्षता सुरेन्द्र दूबे ने की।
करते हुए कहा है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए मिलने तक से
इंकार करनेवाले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह किस मुंह से हिसाब मांग रहे हैं।
राज्य की जनता के विश्वास पर सूबे का विकास किया है। यदि केंद्र ने गरीबों
के लिए मुफ्त अनाज नहीं उपलब्ध कराया तो राज्य सरकार अपने बलबूते पर
उन्हें मुफ्त अनाज या उसके बदले राशि देगी। वे शहर के स्पोर्ट्स क्लब में
भाजपा प्रत्याशी प्रमोद कुमार, कल्याणपुर के बाकरपुर में जदयू प्रत्याशी
रजिया खातून, केसरिया के हुसैनी बाजार में भाजपा प्रत्याशी सचीन्द्र सिंह व
पहाड़पुर के बजरंग मेला परिसर में जदयू प्रत्याशी मीना द्विवेदी के पक्ष
में चुनावी सभाओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने चम्पारण में ही केंद्रीय
विश्वविद्यालय खोलवाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए कहा कि इस
पर कोई पुनर्विचार संभव नहीं है। उन्होंने गरीबी, बेरोजगारी व प्रदेश की
बदहाली के लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद व कांग्रेस को जवाबदेह बताते हुए
कहा कि पांच वर्षो को छोड़कर सूबे में इन्हीं दोनों ने शासन किया। आज जब
पांच वर्षो में सूबे में विकास की गाड़ी तेज हुई तो इनके कलेजे पर सांप लोट
रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें केंद्र से सहायता राशि नहीं बल्कि
विशेष राज्य का दर्जा चाहिए। इससे केंद्रीय करों में राहत मिलेगी और सूबे
में विकास के कार्य और तेज होंगे। उन्होंने अफसोस प्रकट करते हुए कहा कि
इसके लिए वर्ष 2006 में ही सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलने के लिए समय
मांगा, लेकिन प्रधानमंत्री ने आज तक समय नहीं दिया। बिहार के साथ भेदभाव का
जिक्र करते हुए श्री कुमार ने कहा कि सूनामी में तमिलनाडू, भूकम्प में
गुजरात व बाढ़ में मुम्बई जैसे धनी प्रदेशों को केंद्र ने आर्थिक मदद की,
लेकिन कोशी आपदा में दी गई सहायता राशि वापस ले ली। एफसीआई के गोदाम में
अनाज सड़ रहा है। कोर्ट ने प्रतिकूल टिप्पणी की, लेकिन गरीबों में बांटने के
लिए अनाज नहीं मिल रहा। बावजूद इसके छात्राओं को साइकिल देने व महिला
आरक्षण में बिहार देश का नजीर बना। उन्होंने अगली बार भ्रष्टाचारियों पर
शामत बनकर टूटने की घोषणा करते हुए कहा कि इनकी संपत्तिको जब्त कर वहां
स्कूल खोले जाएंगे। वहीं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद राधामोहन
सिंह ने कहा कि पूर्ववर्ती शासनकाल में मंत्री पानी कम अलकतरा अधिक पीते
थे, जिससे विकास ठप पड़ गया था, जबकि नीतीश-मोदी सरकार ने इमानदार प्रयास कर
सूबे की तस्वीर बदल दी। सभा को भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष
अब्दुल रहमान समेत कई नेताओं ने संबोधित किया। मोतिहारी में सभा की
अध्यक्षता जदयू नेता चंद्रशेखर गुप्ता, पहाड़पुर में जदयू जिलाध्यक्ष प्रो.
दिनेशचंद्र प्रसाद व कल्याणपुर में सभा की अध्यक्षता सुरेन्द्र दूबे ने की।