इंदौर. धान और मोटे अनाज के
समर्थन मूल्य की खरीदी के साथ ही मंडी में धान बेचने आने वाले किसानों की
भी गिनती की जाएगी। यह कदम धान पर सरकार द्वारा 50 रुपए प्रति क्विंटल बोनस
की घोषणा के बाद किसानों की वास्तविक स्थिति की जानकारी के लिए उठाया गया
है।
राज्य सरकार द्वारा धान की फसल को बढ़ावा देने के लिए व्यापक स्तर पर
तैयारियां की जा रही है। इसके चलते धान उत्पादकों की जानकारी इकट्ठा की जा
रही है। इसके चलते इस साल धान का उत्पादन करने वाले किसानों का डाटाबेस
तैयार किया जा रहा है।
यह डाटा सभी मंडियों में रोजाना आने वाले किसानों की संख्या के आधार पर
तैयार किया जाएगा। किसानों की उपज की जानकारी एकत्र करने में भी इसी
प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।
विवादों के लिए बनेगी कमेटी
धान और दूसरे अनाजों की खरीदी के दौरान किसानों को समर्थन मूल्य मिले इस पर
कड़ी निगरानी रखी जाएगी। इसके लिए जिला स्तर पर समितियों का गठन किया
जाएगा। यह कमेटी खरीदी के दौरान किसी भी विवाद की स्थिति के उत्पन्न होने
पर उसका भी करेगी।
समर्थन मूल्य की खरीदी के साथ ही मंडी में धान बेचने आने वाले किसानों की
भी गिनती की जाएगी। यह कदम धान पर सरकार द्वारा 50 रुपए प्रति क्विंटल बोनस
की घोषणा के बाद किसानों की वास्तविक स्थिति की जानकारी के लिए उठाया गया
है।
राज्य सरकार द्वारा धान की फसल को बढ़ावा देने के लिए व्यापक स्तर पर
तैयारियां की जा रही है। इसके चलते धान उत्पादकों की जानकारी इकट्ठा की जा
रही है। इसके चलते इस साल धान का उत्पादन करने वाले किसानों का डाटाबेस
तैयार किया जा रहा है।
यह डाटा सभी मंडियों में रोजाना आने वाले किसानों की संख्या के आधार पर
तैयार किया जाएगा। किसानों की उपज की जानकारी एकत्र करने में भी इसी
प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।
विवादों के लिए बनेगी कमेटी
धान और दूसरे अनाजों की खरीदी के दौरान किसानों को समर्थन मूल्य मिले इस पर
कड़ी निगरानी रखी जाएगी। इसके लिए जिला स्तर पर समितियों का गठन किया
जाएगा। यह कमेटी खरीदी के दौरान किसी भी विवाद की स्थिति के उत्पन्न होने
पर उसका भी करेगी।