नागपुर (महाराष्ट्र)। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को कहा
कि केंद्र सरकार समाज के अत्यंत गरीब वर्ग को लाभ पहुंचाने के लिए संसद में
जल्द ही खाद्य सुरक्षा विधेयक लाएगी।
यहां से 85 किलोमीटर दूर वर्धा जिले के सेवाग्राम में कांग्रेस
कार्यकर्ताओं की "सद्भावना रैली" को संबोधित करते हुए सोनिया ने कहा कि सभी
बच्चों को शिक्षा देना सुनिश्चतकरने के लिए केंद्र सरकार शिक्षा का अधिकार
विधेयक को पहले ही पारित करा चुकी है, अब खाद्य सुरक्षा विधेयक को पारित
कराना संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की अगली ब़डी जनकल्याण नीति
होगी। उन्होंने वादा किया कि विदर्भ के किसानों के मुद्दे पर संसद में
चर्चा कराई जाएगी। राज्य के पूर्वी क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षो के दौरान
हजारों किसान आत्महत्या कर चुके हैं। इससे पहले सोनिया ने राज्य के विभिन्न
गांवों से सेवाग्राम पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बधाई दी। "ग्राम से
सेवाग्राम" नाम से जुलूस की शक्ल में ये कांग्रेस कार्यकर्ता ऎतिहासिक
सेवाग्राम आश्रम में एकत्र हुए। लोगों से देश की प्रगति के लिए महात्मा
गांधी के आदर्शो- शांति, अहिंसा और वसुध्ौव कुटुम्बकम् पर चलने की अपील
करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ""मैं लक्ष्य प्राप्ति के लिए आप सभी को
बधाई देती हूं। इस देश में कुछ विरोधी ताकतों की मौजूदगी के बावजूद दुनिया
की ब़डी ताकत बनने से हमें कोई रोक नहीं सकता।"" उन्होंने जाति एवं धर्म
के नाम पर देश को बांटने का इरादा रखने वाली ताकतों के प्रति आगाह करते हुए
कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे ऎसी ताकतों से ल़डने को तैयार
रहें। अपने संक्षिप्त संबोधन की शुरूआत में सोनिया ने कुछ तकनीकी कारणों से
सभा स्थल पर तय समय से लगभग चार घंटे विलंब से पहुंचने के लिए क्षमा
मांगी। इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि तमाम
अटकलबाजियों के बावजूद सोनिया गांधी रैली में शामिल हुई हैं। उनकी यह
टिप्पणी गुरूवार को हुए उस वाकये की ओर इशारा है, जिसमें "रैली के लिए धन"
इकट्ठा करने का आरोप लगाते हुए एक टेप सुनाया गया था। टेप में रिकार्ड
बातचीत रैली का खर्च जुटाने के लिए कांग्रेस के मंत्रियों से धन एकत्र करने
की ओर इशारा करती है। रैली में महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष
माणिक राव ठाकरे, मुम्बई कांग्रेस प्रमुख कृपा शंकर सिंह, केंद्रीय भारी
उद्योग मंत्री विलास राव देशमुख भी मौजूद थे।