देहरादून, जागरण ब्यूरो: कृषि मंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने
जिलाधिकारियों से दैवीय आपदा से परिसम्पत्तियों को पहुंची क्षति के आंकलन
की रिपोर्ट मांगी है।
समीक्षा बैठक में कृषि मंत्री ने कहा कि आपदा की मदों में प्राप्त
धनराशि का उपयोग त्वरित गति से किया जाए। कृषि महोत्सव के लिए तैयारियां
बेहतर तरीके से हों। किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नई सोच से काम
किया जाए। प्रत्येक न्याय पंचायत में एक कलस्टर विकसित करने का लक्ष्य
निर्धारित किया जाए। उन्होंने कहा कि मनेरगा के तहत संचालित विभिन्न
योजनाओं का लाभ कृषि विकास में उठाने का प्रयास रहे।
बैठक में सचिव राजीव चंद्रा ने अधीनस्थ अधिकारियों को राज्य व जिला
सेक्टर की योजनाओं के तहत कम व्यय की स्थिति में सुधार लाने के निर्देश
दिए। उन्होंने नकदी फसलों को बढ़ावा देने पर जोर दिया। कृषि सचिव ओमप्रकाश
ने बताया कि राज्य सेक्टर के तहत कुमाऊं मंडल में 36 तथा गढ़वाल मंडल में
16 प्रतिशत व्यय हुआ है, जिसमें ऊधमसिंहनगर में सर्वाधिक व्यय हुआ है। बैठक
में कृषि निदेशक मदन लाल, संयुक्त निदेशक पवन कुमार, डा. अजय शर्मा व केसी
पाठक आदि उपस्थित थे।