फरीदाबाद. जमीन अधिग्रहण के
उचित मुआवजे की मांग को लेकर चंदावली गांव में रविवार को हुई महापंचायत में
किसानों ने अधिग्रहित जमीन पर कब्जा नहीं देंगे और दोबारा खेतों पर जुताई
शुरू कर फसल पैदा करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा 27 अक्टूबर को एकजुट
होकर दिल्ली कूच करने का भी निर्णय लिया। दिल्ली में वे जंतर-मंतर पर
प्रदर्शन करेंगे।
इस दौरान खेतों में जुताई का शुभारंभ किसान नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री
अजीत सिंह ने किया। चंदावली की सरपंच रचना शर्मा ने बताया कि रविवार को
जमीन अधिग्रहण के उचित मुआवजे के विरोध में चंदावली गांव स्थित आईएमटी
शिलान्यास स्थल के पास किसान संघर्ष समिति के बैनर तले महापंचायत का आयोजन
किया गया। इसमें नहरपार के 19 गांवों के किसान सहित पलवल जिले के किसानों
ने भाग लिया।
यहां सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि जब तक उन्हें मार्केट रेट से जमीन का
मुआवजा नहीं मिल जाता तब तक वे कब्जा नहीं छोडेंगे। इसमें सभी नेताओं ने एक
सुर में किसानों से जमीनों से कब्जा न छोड़ने का आह्वान किया। राजनीतिक
दलों के नेताओं ने किसानों को अपना पूर्ण समर्थन देने का भी आश्वासन दिया।
किसान नेता अजित सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस,
बीजेपी और बीएसपी हमेशा से किसानों को लूटने का कार्य कर रही हैं।
किसानों से जमीन सस्ते दामों पर लेकर उद्योगपतियों को मोटी रकम में बेची जा
रही है। उन्होंने कहा कि कानून में संशोधन की भी जरूरत है। किसानों की
जमीन पर हाईटेक सिटी, आलीशान फार्म हाउस और गोल्फ क्लब बनाए जा रहे हैं। इस
कानून में बदलाव के अलावा किसानों की जमीनों का एक्वायर करने से पूर्व
सरकार को कारण बताना चाहिए।
साथ ही सार्वजनिक नोटिस प्रथा को बंद कर प्रत्येक किसान को नोटिस दिया जाना
चाहिए। सीपीएम के राज्यसभा सांसद तपन सेन ने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय
अध्यक्ष सोनिया गांधी ने घोषणा करते हुए कहा कि किसानों की उपजाऊ जमीन को
एक्वायर नहीं किया जाएगा। वहीं प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का कहना है कि
महंगाई कृषि उत्पादन न बढ़ने के कारण हो रही है, ऊपर से कांग्रेस सरकार ही
खुद किसानों की उपजाऊ जमीनों को एक्वायर कर कृषि उत्पादन को घटा रही है।
महापंचायत में सीपीएम के राज्यसभा सदस्य तपन सेन, बीजेपी नेता रामबिलास
शर्मा, आईएनएलडी यूथ के प्रदेश अध्यक्ष बलदेव अलावलपुर, रेडक्रास सोसाइटी
की पूर्व चेयरपर्सन शशिबाला तेवतिया, यशपाल नागर, बीएसपी नेता ओमपाल टोंगर,
बीजेपी नेता मूलचंद शर्मा, संजय डागर, एक्स एमएलए बलवीर सिंह ग्रेवाल सहित
अन्य राजनितिक दलों के नेताओं ने भाग लिया।
उचित मुआवजे की मांग को लेकर चंदावली गांव में रविवार को हुई महापंचायत में
किसानों ने अधिग्रहित जमीन पर कब्जा नहीं देंगे और दोबारा खेतों पर जुताई
शुरू कर फसल पैदा करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा 27 अक्टूबर को एकजुट
होकर दिल्ली कूच करने का भी निर्णय लिया। दिल्ली में वे जंतर-मंतर पर
प्रदर्शन करेंगे।
इस दौरान खेतों में जुताई का शुभारंभ किसान नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री
अजीत सिंह ने किया। चंदावली की सरपंच रचना शर्मा ने बताया कि रविवार को
जमीन अधिग्रहण के उचित मुआवजे के विरोध में चंदावली गांव स्थित आईएमटी
शिलान्यास स्थल के पास किसान संघर्ष समिति के बैनर तले महापंचायत का आयोजन
किया गया। इसमें नहरपार के 19 गांवों के किसान सहित पलवल जिले के किसानों
ने भाग लिया।
यहां सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि जब तक उन्हें मार्केट रेट से जमीन का
मुआवजा नहीं मिल जाता तब तक वे कब्जा नहीं छोडेंगे। इसमें सभी नेताओं ने एक
सुर में किसानों से जमीनों से कब्जा न छोड़ने का आह्वान किया। राजनीतिक
दलों के नेताओं ने किसानों को अपना पूर्ण समर्थन देने का भी आश्वासन दिया।
किसान नेता अजित सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस,
बीजेपी और बीएसपी हमेशा से किसानों को लूटने का कार्य कर रही हैं।
किसानों से जमीन सस्ते दामों पर लेकर उद्योगपतियों को मोटी रकम में बेची जा
रही है। उन्होंने कहा कि कानून में संशोधन की भी जरूरत है। किसानों की
जमीन पर हाईटेक सिटी, आलीशान फार्म हाउस और गोल्फ क्लब बनाए जा रहे हैं। इस
कानून में बदलाव के अलावा किसानों की जमीनों का एक्वायर करने से पूर्व
सरकार को कारण बताना चाहिए।
साथ ही सार्वजनिक नोटिस प्रथा को बंद कर प्रत्येक किसान को नोटिस दिया जाना
चाहिए। सीपीएम के राज्यसभा सांसद तपन सेन ने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय
अध्यक्ष सोनिया गांधी ने घोषणा करते हुए कहा कि किसानों की उपजाऊ जमीन को
एक्वायर नहीं किया जाएगा। वहीं प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का कहना है कि
महंगाई कृषि उत्पादन न बढ़ने के कारण हो रही है, ऊपर से कांग्रेस सरकार ही
खुद किसानों की उपजाऊ जमीनों को एक्वायर कर कृषि उत्पादन को घटा रही है।
महापंचायत में सीपीएम के राज्यसभा सदस्य तपन सेन, बीजेपी नेता रामबिलास
शर्मा, आईएनएलडी यूथ के प्रदेश अध्यक्ष बलदेव अलावलपुर, रेडक्रास सोसाइटी
की पूर्व चेयरपर्सन शशिबाला तेवतिया, यशपाल नागर, बीएसपी नेता ओमपाल टोंगर,
बीजेपी नेता मूलचंद शर्मा, संजय डागर, एक्स एमएलए बलवीर सिंह ग्रेवाल सहित
अन्य राजनितिक दलों के नेताओं ने भाग लिया।