रांची, जागरण ब्यूरो : झारखंड में नर्सो की हड़ताल का स्वास्थ्य सेवाओं
पर बुरा असर पड़ा है। गत चार दिनों से चल रही हड़ताल से अब तक अकेले रांची
मेडिकल कालेज में 34 मरीज दम तोड़ चुके हैं। झारखंड ट्रेंड नर्स एसोसिएशन
के आह्वान पर अनुबंधित नर्से भी गुरुवार मध्य
रात्रि से हड़ताल में शामिल हो गई। मेडिकल कालेजों, जिला अस्पतालों के
बाद स्वास्थ्य केंद्रों के नर्स विहीन होने से राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं
चरमरा गई हैं।
नर्सो की हड़ताल के कारण चिकित्सकीय सुविधा न मिलते देख रिम्स, एमजीएम
जमशेदपुर और पीएमसीएच धनबाद से मरीजों का पलायन शुरू हो गया है। झारखंड
ट्रेंड नर्स एसोसिएशन ने गुरुवार मध्य रात्रि से आकस्मिक सेवाएं भी बाधित
करने का निर्णय लिया है, जो अभी तक हड़ताल से मुक्त थीं। एसोसिएशन की नेता
किशोरी रानी ने कहा, सरकार को नर्सो की मांगों पर कार्रवाई के लिए 19 अगस्त
तक का समय दिया गया था, लेकिन उन्होंने बातचीत तक की कोशिश नहीं की।
मजबूरी में नर्सो को हड़ताल पर जाने का निर्णय लेना पड़ा। जब तक उनकी सभी
मांगों पर कार्रवाई नहीं होती, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।