पटना, जागरण टीम: बिहार में उफनाई कोसी व गंडक कई जगहों पर तबाही
मचाने को आतुर दिख रही हैं। वहीं दूसरी ओर बागमती के जलस्तर में वृद्धि से
सीतामढ़ी में लोग दहशत में हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सुपौल में कोसी आक्रामक हो गयी है। नदी का
तीन स्परों पर भीषण दबाव बना हुआ है। इनमें एक स्पर नेपाल तथा दो भारतीय
प्रभाग के हैं। नेपाल प्रभाग स्थित पूर्वी बांध के 25.57 किमी स्पर पर नदी
का व्यापक दबाव जारी है। विभागीय सचिव प्रावैधिकी किशोर कुमार के नेतृत्व
में गुरुवार को टीम कटाव से बचाव के लिए जूझती दिखी। इसी तरह मुख्य अभियंता
के नेतृत्व में भारतीय प्रभाग के पूर्वी कोसी तटबंध के 16.64 किमी स्थित
स्पर को बचाने का काम किया जा रहा है। साथ ही 16.30 किमी स्पर पर भी नदी का
आक्रामक दबाव बनता जा रहा है। इसी तटंबंध के 19 किमी स्थित मुख्य बांध से
फिर एक बार कंट्री साईड में रिसाव शुरू हो जाने से तटबंध के बाहर के लोग
भयाक्रांत हैं। मुख्य अभिंयता सी. एस. पासवान ने बताया कि मुख्य तटबंध से
जारी रिसाव को कुआं बना कर रोक दिया गया है। गुरुवार को कोसी नदी का
जलस्राव सर्वाधिक 2,65,255 क्यूसेक रिकार्ड किया गया। नदी के जलस्तर में
वृद्धि होने से दस गांवों में तबाही मची है। सरायगढ़ से मिली जानकारी के
अनुसार कोसी के उफनाने से सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड के लौकहा पलार, कोढ़ली,
कड़हरी, ढ़ोली, सियानी, कटैया, भुलिया, औरही, सनपतहा, परवाहा आदि गांव में
दो से तीन फीट तक पानी भर गया है।
उधर, नेपाल के सीमावर्ती इलाकों में हो रही वर्षा से गंडक नदी का
जलस्तर फिर बढ़ने लगा है। नदी बगहा शहर के गोड़ियापंट्टी समेत कई जगहों पर
कटाव कर रही है। गुरुवार को गंडक बराज पर गंडक नदी का जल स्तर 2 लाख 8 हजार
500 क्यूसेक मापा गया। सीतामढ़ी में भी बागमती के जलस्तर में वृद्धि से
लोगों में दहशत है। गुरुवार को बागमती का पानी ढेंग रेलवे पुल, डुब्बाधार व
कटौझा लाल निशान के पार पहुंच गया।